Kamala Harris: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भी चला हिंदू कार्ड! समर्थकों ने शुरू किया 'हिंदू फॉर कमला हैरिस' कैंपेन
Advertisement
trendingNow12397316

Kamala Harris: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भी चला हिंदू कार्ड! समर्थकों ने शुरू किया 'हिंदू फॉर कमला हैरिस' कैंपेन

Kamala Harris jabs on trump: अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी औपचारिक रूप से स्वीकार कर ली है. इसके साथ ही उन्होंने खुद को एक ऐसे नेता के तौर पर पेश किया जो सभी अमेरिकियों को एकजुट करके आगे का नया रास्ता बना सकती हैं. हैरिस ने इसके साथ ही अमेरिकियों को डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के गंभीर परिणाम होने की चेतावनी दी. 

kamala harris

US presidential election: अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में लड़ाई दिन बीतने के साथ ही दिलचस्प होती जा रही. दोनों ही प्रतियोगियों डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के समर्थक भी अब अपनी पार्टी के लिए जी-जान लगा रहे हैं. डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस का समर्थन करने के लिए देश के कुछ हिंदुओं ने मिलकर 'हिंदू फॉर कमला हैरिस' समूह बनाया है. उनका मानना है कि वह भारत, अमेरिका और दुनिया के लिए अच्छी नेता होंगी. 

'हिंदू फॉर कमला हैरिस' समूह के संस्थापक सदस्यों ने कहा कि 'कमला देवी हैरिस को अमेरिका की 47वीं राष्ट्रपति' नियुक्त होने में मदद के वास्ते के यह समूह बनाया गया है. समूह के एक सदस्य ने कहा कि हमें कमला हैरिस को जिताने में मदद करनी चाहिए. यह अमेरिका, भारत और दुनिया के लिए सबसे अच्छा परिणाम होगा! ट्रंप एक आपदा हैं !'' एक अन्य सदस्य ने कहा कि जीत का एक सरल रास्ता है. दूसरे पक्ष को खारिज किए बिना हैरिस की उम्मीदवारी को इसलिए समर्थन दें, जिसके लिए वह खड़ी हैं. समूह ने हिंदुओं से चुनाव में मतदान करने, अपने घर के पास कमला हैरिस के समर्थन में संकेतक लगाने और उनके चुनाव-प्रचार अभियान में मदद करने के लिए चंदा देने का आग्रह किया है. 

राष्ट्रपति पद के चुनाव में हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार एवं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर है. भारतीय-अफ्रीकी मूल की हैरिस ने शिकागो में बृहस्पतिवार रात डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के दौरान अपनी उम्मीदवारी स्वीकार की और इसी के साथ वह राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की दूसरी महिला नेता बन गईं. हैरिस (59) अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए किसी प्रमुख दल की उम्मीदवार बनने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी और पहली अश्वेत महिला हैं. हैरिस जैसे ही मंच पर आईं, उनके समर्थकों ने जोरदार तालियों के साथ उनका स्वागत किया और उनके समर्थन में नारेबाजी की. 

शिकागो के यूनाइटेड सेंटर में उम्मीदवारी स्वीकार करने के लिए मंच पर आईं हैरिस (59) ने कहा कि उनके लिए असंभव यात्राएं कोई नयी बात नहीं हैं. वह अमेरिकी उपराष्ट्रपति बनने से पहले कैलिफोर्निया में अभियोजक थीं. उन्होंने कहा कि लोगों की ओर से, प्रत्येक अमेरिकी की ओर से, चाहे वह किसी भी पार्टी, जाति, या भाषा से संबंध रखता हो, मेरी मां की ओर से और उन सभी लोगों की ओर से जिन्होंने ऐसे अमेरिकियों की ओर से अपनी असंभव यात्रा शुरू की, जिनके साथ मैं बड़ी हुई, जो कड़ी मेहनत करते हैं, अपने सपनों का पीछा करते हैं और एक-दूसरे का ख्याल रखते हैं, उन सभी की ओर से, जिनकी कहानी पृथ्वी के सबसे महान राष्ट्र में ही लिखी जा सकती है, मैं उम्मीदवारी स्वीकार करती हूं. 

हैरिस की मां श्यामला गोपालन भारतीय थीं जबकि उनके पिता डोनाल्ड जैस्पर हैरिस जमैका के नागरिक हैं. अगर हैरिस निर्वाचित होती हैं, तो वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी. हैरिस ने श्यामला गोपालन को याद करते हुए कहा कि उन्हें अपनी मां की कमी हर रोज महसूस होती है और उन्हें वह खासकर उस समय बहुत याद आती हैं जब वह अमेरिका में किसी बड़े अवरोध को पार कर कोई बड़ी उपलब्धि हासिल करती हैं. उन्होंने कहा कि पांच नवंबर को होने वाला चुनाव अमेरिका के इतिहास में अत्यंत महत्वपूर्ण होगा. 

हैरिस ने अपने 40 मिनट के भाषण में कहा कि इस चुनाव के साथ हमारे देश के पास अतीत की कड़वाहट, निराशावाद और विभाजनकारी लड़ाइयों से आगे बढ़ने का एक अनमोल अवसर है. यह किसी एक पार्टी या गुट के सदस्य के रूप में नहीं, बल्कि अमेरिकियों के रूप में आगे बढ़ने का एक नया रास्ता तय करने का मौका है. उपराष्ट्रपति हैरिस ने उनके अमेरिका की 47वें राष्ट्रपति चुने जाने की स्थिति में भविष्य की अपनी योजनाओं की रूपरेखा पेश की. हैरिस ने कहा कि मैं एक ऐसी राष्ट्रपति बनूंगी जो हमें हमारी सर्वोच्च आकांक्षाओं के इर्द-गिर्द एकजुट करे. एक राष्ट्रपति जो नेतृत्व करे और लोगों की बात सुने. जो यथार्थवादी हो, व्यावहारिक हो और जिसमें सामान्य ज्ञान हो और हमेशा अमेरिकी लोगों के लिए लड़ता हो. अदालत से लेकर व्हाइट हाउस तक, यही मेरे जीवन का काम रहा है. 

उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप (78) को दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने के परिणामों को सामने रखा. हैरिस ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि कई मायनों में, डोनाल्ड ट्रंप धीर-गंभीर व्यक्ति नहीं हैं, लेकिन ट्रंप को व्हाइट हाउस में वापस लाने के परिणाम बेहद गंभीर हैं. उन्होंने ओवल ऑफिस में ट्रंप के कार्यकाल के दौरान हुई अराजकता के बारे में बात की और 2020 में मिली हार के बाद चुनाव परिणामों पर ट्रंप द्वारा सवाल उठाए जाने की ओर भी इशारा किया. ओवल ऑफिस व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति का औपचारिक कार्यस्थल है. हैरिस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने आपके वोट को नकारने की कोशिश की. जब वह असफल हो गए, तो उन्होंने ‘कैपिटल’ (अमेरिकी संसद परिसर) में हथियारबंद भीड़ भेजी, जिसने कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर हमला किया. जब उनकी अपनी पार्टी के नेताओं ने उनसे भीड़ को पीछे हटने के लिए कहने और मदद भेजने की विनती की, तो उन्होंने इसके विपरीत काम किया. उनके इस कदम ने अराजकता की आग को और भड़काया. उन्होंने कहा कि धनराशि देकर चुप कराने के मामले में ट्रंप को 34 गंभीर अपराधों में दोषी ठहराया गया है और उनके मानहानि मुकदमे में संघीय जूरी ने पाया कि पूर्व राष्ट्रपति ने ई ज्यां कैरोल का यौन शोषण किया था. 

हैरिस ने कहा कि अमेरिकियों की जूरी ने उन्हें धोखाधड़ी के अलावा यौन शोषण मामले में भी दोषी पाया. उन्होंने कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगी कि अमेरिका मजबूत बने और दुनिया का नेतृत्व करने की अपनी भूमिका बरकरार रखे. जुलाई में राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने का फैसला करने के बाद राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की अपनी अप्रत्याशित उम्मीदवारी का वर्णन करते हुए हैरिस ने कहा कि उनके लिए असंभावित चीजें होना कोई नयी बात नहीं है.  हैरिस ने कहा कि वह हर दिन अपनी मां को याद करती हैं और उन मूल्यों को याद करती हैं जो उन्होंने उनमें डाले थे. उन्होंने कहा कि उनकी मां ने उन्हें कभी भी आधा-अधूरा काम नहीं करने की शिक्षा दी थी. उन्होंने अपने पति डग एमहॉफ को अपनी शादी की सालगिरह की शुभकामनाएं दीं. बृहस्पतिवार को दोनों की शादी की 10वीं सालगिरह थी. हैरिस (59) ने शिकागो में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में अपने संबोधन में कहा कि मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि हम अंतरिक्ष और AI के क्षेत्र में विश्व को भविष्य की ओर ले जाएं तथा 21वीं सदी की प्रतियोगिता में चीन नहीं, बल्कि अमेरिका जीत हासिल करे और हम अपने वैश्विक नेतृत्व को मजबूत करें, न कि त्यागें. 

उन्होंने कहा कि उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी ट्रंप मध्यम वर्ग के लिए नहीं लड़ते हैं. इसके बजाय, वह अपने और अपने अरबपति दोस्तों के लिए लड़ते हैं. वह उन्हें कर में एक और छूट देंगे जिससे राष्ट्रीय ऋण में पांच हजार अरब डॉलर की वृद्धि होगी. हैरिस ने आव्रजन प्रणाली में सुधार का भी आह्वान किया. उन्होंने कहा कि यदि वह अमेरिका की ‘कमांडर-इन-चीफ’ चुनी जाती हैं, तो वह यह सुनिश्चित करेंगी कि देश के पास हमेशा दुनिया की सबसे मजबूत और सबसे घातक लड़ाकू सेना रहे, इजराइल अपनी रक्षा कर सके तथा यूक्रेन और नाटो सहयोगियों को अकेला न छोड़ा जाए. हैरिस ने यूक्रेन और नाटो सहयोगियों को भी समर्थन देने की बात की. उन्होंने कहा कि दूसरी ओर ट्रंप ने नाटो को छोड़ने की धमकी दी. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अमेरिका के सहयोगियों पर आक्रमण करने के लिए प्रोत्साहित किया. हैरिस ने कहा कि रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने से पांच दिन पहले, उन्होंने राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की और उन्हें रूस की आक्रमण योजना के बारे में चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि मैंने पुतिन की आक्रामकता के खिलाफ बचाव के लिए 50 से अधिक देशों की वैश्विक प्रतिक्रिया को संगठित करने में मदद की. राष्ट्रपति के रूप में मैं यूक्रेन और हमारे नाटो सहयोगियों के साथ मजबूती से खड़ी रहूंगी. 

हैरिस ने गाजा युद्ध पर कहा कि राष्ट्रपति बाइडन और मैं चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं. क्योंकि अब बंधक समझौते और युद्धविराम का समय आ गया है. मैं स्पष्ट कर दूं: मैं हमेशा इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार के समर्थन में खड़ी रहूंगी और मैं हमेशा यह सुनिश्चित करूंगी कि इजराइल के पास आत्मरक्षा करने की क्षमता हो. 

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

Trending news