दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ‘ब्लू हाउस’ ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच पनमुंजम के ट्रूस गांव में दो घंटे तक बातचीत का सिलसिला चला.
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सोल: दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने शनिवार (26 मई) को दोनों देशों को विभाजित करने वाले विसैन्यीकृत क्षेत्र में एक-दूसरे से फिर से मुलाकात की. दोनों के बीच हुई यह मुलाकात शुक्रवार (25 मई) को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस घोषणा के बाद हुई जिसमें उन्होंने संभावना जताई कि उत्तर कोरिया के साथ मुलाकात अब भी संभव हो सकती है. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ‘ब्लू हाउस’ ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच पनमुंजम के ट्रूस गांव में दो घंटे तक बातचीत का सिलसिला चला. ये दोनों नेता पिछले महीने भी यहीं मिले थे और दोनों ने आपसी संबंधों को सुधारने की प्रतिबद्धता जाहिर की थी.
ब्लू हाउस ने एक बयान में बताया, “ दोनों ने एक-दूसरे से विचार-विमर्श किया एवं पनमुंजम समझौते को लागू करने के तरीकों और अमेरिका व उत्तर कोरिया के बीच होने वाली मुलाकात को सफल बनाने पर चर्चा की.” बीते बृहस्पतिवार (24 मई) को ट्रंप ने किम के साथ 12 जून को सिंगापुर में होने वाली उनकी प्रस्तावित शिखर वार्ता को रद्द करने की घोषणा की थी. हालांकि उत्तर कोरियाई अधिकारियों के साथ सफल बातचीत के बाद उन्होंने कहा कि यह वार्ता अब भी संभव हो सकती है.
डोनाल्ड ट्रंप की 'ना' के बाद भी अमेरिका से वार्ता के लिए तैयार उत्तर कोरिया
इससे पहले अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (26 मई) को संकेत दिये थे कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ उनकी शिखर वार्ता अब भी 12 जून को हो सकती है. ट्रंप ने शुक्रवार (25 मई) को इस वार्ता को रद्द कर दिया था. ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन उत्तर कोरियाई अधिकारियों से इस संबंध में बातचीत कर रहा है.
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा, ‘‘हम देखते हैं कि क्या होता है. हम अब उनसे बात कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनकी इसकी (बातचीत) बहुत इच्छा है. हम भी इसे करना चाहते हैं. हम देखेंगे कि क्या होता है.’’ ट्रंप सिंगापुर में 12 जून को रद्द हो चुकी बातचीत को लेकर आशावादी नजर आए.
अमेरिका ने माना, कमजोर नेता नहीं हैं किम जोंग उन; उत्तर कोरिया को चेताया
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘यह 12 जून को भी हो सकती है.’’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हम देखेंगे कि क्या होता है.’’ इससे एक दिन पहले, ट्रंप ने किम को लिखे पत्र में सिंगापुर में 12 जून को प्रस्तावित बातचीत को रद्द करने की घोषणा की थी. उन्होंने प्योंगयांग के ‘‘अत्यंत गुस्से’’ को अपने फैसले का कारण बताया था. हालांकि उत्तर कोरिया ने एक बयान में शिखर वार्ता रद्द होने पर अफसोस जताया था और कहा था कि वह किसी भी समय वार्ता के लिए इच्छुक है. ट्रंप ने इसे बहुत अच्छी खबर बताया था.