धमाके में करीब 3 लाख लोग बेघर हुए, वहीं देश को 3 से 5 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचा. जिसकी भरपाई में लंबा वक्त लगेगा.
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बेरूत: लेबनान (Lebanon) सरकार ने मंगलवार को बेरूत में हुए भीषण धमाके की जांच में जुटी टीम को 4 दिन में ठोस नतीजे पर पहुंचते हुए दोषियों की पहचान सुनिश्चित करने को कहा है. इस बावत सरकार ने जांचकर्ताओं को तबाही के जिम्मेदार लोगों को ढूंढने की मियाद तय कर दी. लेबनान के विदेश मंत्री चार्बेल वेबे ( Foreign minister Charbel Wehbe) ने कमेटी को 4 दिन के भीतर विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है जिसमें कैसे, क्यों , क्या और कहां जैसे सभी अहम बिंदुओं का जवाब शामिल हो.
विदेश मंत्री ने आगे ये भी कहा कि इस ख़ौफनाक अपराध को अंजाम देने वाले दोषियों को जजों की कमेटी सजा सुनाएगी, इस बीच धमाकों में मरने वालों का आंकडा 137 पहुंच गया है. वहीं राहत और बचाव का काम जारी है. लेबनान सरकार के मुताबिक तबाही के उस मंजर के बाद जहां करीब 3 लाख लोग बेघर हुए, वहीं देश को 3 से 5 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचा. इसकी भरपाई में लंबा वक्त लगेगा.
फ्रांस ने संभाला मोर्चा
त्रासदी के बीच ह्युमन राइट्स वाच ( Human Rights Watch) ने मामले की स्वतंत्र जांच के आदेश दिए हैं. वहीं फ्रांस की सरकार ने अपने देश के नागरिकों को हुए नुकसान को लेकर जांच कर रही है. भीषण तबाही के सामने आने के बाद खुद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रो हालात का जायजा लेने गुरुवार को बेरूत पहुंचे. मैक्रो ने कहा कि वो चाहते हैं कि इस मामले में अंतर्राष्ट्रीय जगत एकजुट हो, जिसमें यूरोपीय देशों को बड़ी भूमिका निभानी चाहिए. वहीं लेबनान सरकार ने कहा है कि वो अपने स्तर पर जांच करेगी.
कैसे हुई बेरूत की बर्बादी
कहा जा रहा है कि बेरूत में असुरक्षित तरीके से स्टोर किए गए अमोनियम नाइट्रेट की वजह से धमाका हुआ था जिसमें 137 लोगों की मौत हुई और हजारों लोग घायल हुए. धमाके की भयावहता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि धमाके में आधा शहर बर्बाद हो गया. कयासों में इसकी तुलना परमाणु हमले तक से की गई. धमाके के समय के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Viral) हुए.