Russia-Ukraine War Live Updates: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने गुरुवार को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की औपचारिक घोषणा कर दी, जिसके बाद रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला (Russia declares war on Ukraine) बोल दिया. इसके बाद अब यूक्रेन ने भी रूस के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने सेना को देश भर में तैनात करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया है. इसके साथ ही यूक्रेनी के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अमेरिका और NATO देशों पर भी निशाना साधा है और कहा है कि रूस के साथ लड़ाई में हमें अकेला छोड़ दिया गया.
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रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने एक आदेश में देश की स्वास्थ्य संस्थाओं से कहा है कि वे रूस के लोगों के जीवन को बचाने के लिए शीघ्र तैयार रहें. अपने आदेश में रूस ने हेल्थ इमरजेंसी की आशंका जताते हुए स्वास्थ्य संस्थानों से कहा कि वे स्वास्थ्यकर्मियों की बिना देर किए पहचान करें और डॉक्टरों और बाकी के स्वास्थ्यकर्मियों की एक लिस्ट बनाएं ताकि इन्हें कहीं भी ट्रांसफर किया जा सके. यानी किसी भी जगह जहां जरूरत पड़े, वहां बिना देर किए भेजा जा सके.
रूस के हमले के बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि पिछले करीब 48 घंटे के दौरान 50 हजार से ज्यादा यूक्रेन के नागरिक देश छोड़कर बाहर जा चुके हैं. मौजूदा संकट को देखते हुए भारत समेत दुनिया के अन्य देश भी यूक्रेन से अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी में लगे हुए हैं.
यूक्रेन से निकाले गए भारतीयों की पहली खेप रोमानिया पहुंच चुकी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंद बागची ने वीडियो ट्वीट कर बताया कि बुचारेस्ट तक भारतीय दल इन लोगों के साथ रहेगा ताकि सभी सुरक्षित स्वदेश वापसी कर सकें.
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से बातचीत की है. जानकारी के मुताबिक यूक्रेन ने अमेरिका से और हाथियार मांगे हैं. माना जा रहा है कि रोमानिया में फाइटर जेट्स की तैनाती के बाद अमेरिका भी जल्द रूस के साथ जारी यूक्रेन की जंग में कूद सकता है.
यूक्रेन से बातचीत को तैयार हो चुके रूसी राष्ट्रपति ने ऐसी शर्त रख दी है जिसे मानना शायद ही मुमकिन हो पाए. पुतिन का कहना है कि अगर जंग रोकनी है और बातचीत की टेबल पर आना है तो यूक्रेन की मौजूदा सरकार को हटाया जाए और सेना को अपने हाथ में कमान लेनी होगी. पुतिन ने कहा कि हम यूक्रेन में आतंकियों से लड़ रहे हैं. उन्होंने यूक्रेन की सरकार को ड्रग्स के आदी और नाजी समर्थक करार दिया है. उन्होंने सेना से अपील करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार को हटाकर आर्मी को देश की कमान संभालनी चाहिए.
यूक्रेन पर रूसी हमले से नाराज यरोपियन यूनियन (EU) ने राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ बड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर ली है. एफएपी के मुताबिक यूरोप में मौजूद पुतिन से जुड़ी संपत्तियों को फ्रीज किया जा सकता है. लग्जमबर्ग के विदेश मंत्री ने कहा कि 27 सदस्य देशों वाला EU पुतिन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की संपत्तियां फ्रीज करने के बेहद करीब है.
रूसी सेना यूक्रेन में दाखिल हो चुकी है और राजधानी कीव से कुछ ही दूरी पर मौजूद है. इस बीच यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि जवाबी कार्रवाई में अब तक एक हजार से ज्यादा रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं. इससे पहले यूक्रेन के विदेश मंत्री ने 450 रूसी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया था.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग अब रुक सकती है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर अपनी सहमति जता दी है. ऐसे में अब पुतिन उच्च स्तरीय डेलीगेशन को बातचीत के लिए भेजने के लिए तैयार हो गए हैं.
कीव में सायरन की आवाज फिर से सुनाई दी और हमले का अलर्ट जारी किया गया है. जानकारी के मुताबिक लोगों को हथियार भी बांटे जा रहे हैं ताकि वह रूसी सैनिकों के हमले से अपनी सुरक्षा कर सकें. रशिया टुडे के मुताबिक गाड़ियों में भरकर राजधानी कीव में हथियार लाए गए हैं और आम लोगों को बांटे जा रहे हैं.
यूक्रेन में रूसी सैनिकों की मौजूदगी के बीच चीन के राष्ट्रपित शी जिनपिंग ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत की है. इस बीच टर्की ने इस युद्ध के लिए नाटो को जिम्मेदार ठहराया है. टर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि EU की नाकामी की वजह से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है.
रूस से जारी जंग के बीच अब अमेरिका ने यूक्रेन की ओर से मोर्चा संभाल लिया है. रोमानिया में अमेरिकी फाइटर जेट F35 की तैनाती की गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि अब इस युद्ध में अमेरिका की एंट्री भी हो सकती है. लेकिन गुरुवार को ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन की मदद के लिए अपनी सेना भेजने से इनकार किया था, बावजूद इसके अमेरिकी का यह कदम बड़े संकेत दे रहा है. उधर इटली ने यूक्रेन का समर्थन करते हुए कहा है कि वह नाटो की ताकत बढ़ाने के लिए और सैनिक भेजने को तैयार है.
रूस की बड़ी बैंकों के वेबसाइट के सर्वर के बाद रूस के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट भी का सर्वर भी डाउन हो गया है. अमेरिकी मीडिया ने गुरुवार को रिपोर्ट किया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति को अधिकारियों ने रूस पर बड़ा साइबर अटैक करने का विकल्प दिया था.
रूस से जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडमिर ने कहा है कि अपने लोगों की रक्षा के लिए यूक्रेन की सेना लड़ती रहेगी. इससे पहले भी यूक्रेन किसी भी तरह से रूस के सामने सरेंडर करने से इनकार कर चुका है.
यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन की आर्मी युद्ध लड़ना बंद करे तो रूस बातचीत को तैयार है. हालांकि रूस के सामने यूक्रेन सरेंडर को कतई तैयार नहीं है और रूस के हमलों का जवाब देने की तैयारी की जा रही है.
रूस से जंग के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी सरकार की प्राथमिकता है. ऐसे में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. इसमें कहा गया है कि भारत सरकार यूक्रेन से मेडिकल स्टूडेंट्स की वापसी का इंतजाम जल्द करे. स्टूडेंट्स को मुफ्त में वापस लाया जाए क्योंकि उनके पास राशन तक खत्म हो चुका है.
यूक्रेन से जारी जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से बातचीत की है. इस जंग से पूरी दुनिया के नेता परेशान हैं और हालात से शांतिपूर्ण बनाने की कोशिश हर ओर से जारी है. हालांकि यूक्रेन की ओर से इस बीच 800 रूसी सैनिकों के मार गिराने का दावा किया गया है.
रूस के साथ युद्ध के बीच यूक्रेन ने अपने देश के सांसदों को हथियार बांटे हैं. रूसी सैनिकों के आगे यूक्रेन किसी भी रूप में सरेंडर को तैयार नहीं है और डटकर मुकाबला करना चाहता है.
यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इसमें कहा गया है कि भारत सरकार रोमानिया और हंगरी के रास्ते अपने नागरिकों को यहां से सुरक्षित निकाल रही है. इसके अलावा देश से बाहर जाने वाले नागरिकों को अपने साथ जरूरी दस्तावेज रखने की हिदायत दी गई है. साथ ही नागरिकों को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी साथ रखने की सलाह दी गई है. यात्रा के लिए इस्तेमाल किए जा रहे वाहनों पर भारतीय झंडे का स्टीकर लगाने को भी कहा गया है.
रूस ने ब्रिटेन पर पलटवार करते हुए ब्रिटिश एयरलाइंस को अपने हवाई अड्डों पर उतरने और अपने एयर स्पेस में उड़ने पर पाबंदी लगा दी है. एयरोफ्लोट पर ब्रिटेन के प्रतिबंध के जवाब में रूस के नागर विमानन प्राधिकरण ने रूसी हवाई क्षेत्र में ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने रूसी राज्य नागरिक उड्डयन नियामक के हवाले से कहा, 'रूस ने ब्रिटिश एयरलाइंस को अपने हवाई अड्डों पर उतरने या उसके हवाई क्षेत्र को पार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है.'
रूस के सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव तक पहुंच गए हैं. इस बीच रूसी सेना को रोकने के लिए तेतरिव नदी पर बना पुल उड़ा दिया है. यूक्रेन की सेना ने रूसी टैंकों को घुसने से रोकने के लिए यह कदम उठाया है. इसके साथ ही रूस ने यह भी दावा किया है कि उसके सैनिकों ने रूस के 2 टैंक भी ध्वस्त किए हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अगर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) देशों में घुसे, तो अमेरिका हस्तक्षेप करेगा. बाइडेन ने जोर देकर कहा कि अगर उनके रूसी समकक्ष को अभी नहीं रोका गया, तो उनका हौसला बढ़ेगा. बाइडेन ने कहा कि पुतिन से बात करने की उनकी कोई योजना नहीं है, लेकिन उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि अमेरिका, यूक्रेन के लोगों की पीड़ा को कम करने के लिए मानवीय राहत प्रदान करेगा.
रूसी युद्धपोत पर मौजूद जवाने ने सरेंडर से मना करने पर यूक्रेन के 13 जवानों को मार दिया. एक वीडियो सामने आया है, जिसमें रूसी युद्धपोत की तरफ से कहा जा रहा है कि 'मेरा सुझाव है कि आप अपने हथियार डाल दें और आत्मसमर्पण कर दें, वरना आप पर हमला होगा. इसके बाद यूक्रेनी पोस्ट की तरफ से कहा जाता है कि रूसी युद्धपोत जाओ, भाड़ में जाओ. इसके बाद द्वीप पर मौजूद सभी 13 जवानों को मार दिया जाता है.
Russian warship: "I suggest you lay down your arms and surrender, otherwise you'll be hit"
Ukrainian post: "Russian warship, go fuck yourself"
All 13 service members on the island were killed. pic.twitter.com/sQSQhklzBC
— BNO News (@BNONews) February 25, 2022
यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस ने कीव पर रॉकेट से हमला किया है. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने हमले की जानकारी देते हुए कहा कि पुतिन को रोकें और रूस को अलग-थलग करें. रूस को सभी जगहों से बाहर करें. बता दें कि रूस लगातार यूक्रेन की राजधानी कीव के पास बढ़ रहा है. कीव में मेट्रो स्टेशन लोगों के लिए Bomb शेल्टर का काम कर रहे हैं. रूस के हमले के बाद से कीव के लगभग हर स्टेशन पर बड़ी संख्या में लोगों ने शरण ली है.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच ऑस्ट्रेलिया ने रूस पर और प्रतिबंध लगाए हैं. ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने रूस पर नए प्रतिबंधों का ऐलान किया और इसके साथ ही चीन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि चीन, रूस पर व्यापारिक प्रतिबंध को कम कर रहा है.
यूक्रेन अब रूस से आमने-सामने की जंग में उतर गया है. ओदेसा और ब्लैक सी के पास दोनों देशों की सेनाओं के बीच भयंकर युद्ध जारी है. वहीं राजधानी कीव को बचाने के लिए सेना तैनात हैं.
रूसी और यूक्रेन की सेना के बीच ब्लैक सी के दक्षिण-पश्चिम में जंग जारी है. इस बीच यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि उन्होंने रूस के 800 से ज्यादा सैनिकों को मार गिराया है. इसके अलावा रूस के 7 विमान और 6 हेलीकॉप्टर भी नष्ट कर दिए हैं.
यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्री विक्टर ल्याशको ने कहा कि रूस के हमले में 57 यूक्रेनी नागरिक मारे गए हैं और 169 अन्य घायल हुए हैं. ल्याशको ने यह भी कहा कि यूक्रेन के अधिकारी देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को फिर से तैयार कर रहे हैं ताकि शत्रुता के चलते हो रहे घटनाक्रम के बीच चिकित्सा सहायता की आवश्यकता वाले लोगों के लिए जगह बनाई जा सके.
अमेरिका ने इस महीने की शुरुआत में मॉस्को से अमेरिका के दूसरे नंबर के राजनयिक को निष्कासित किए जाने के जवाब में वॉशिंगटन से रूस के दूसरी रैंक के राजनयिक को निष्कासित कर दिया है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ ने यह जानकारी दी. इस निष्कासन का रूस-यूक्रेन संकट से संबंध नहीं है और यह दूतावास कर्मियों को लेकर अमेरिका और रूस के बीच लंबे समय से जारी विवाद का हिस्सा है. बहरहाल, यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब यूक्रेन को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने को लेकर रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया के अपने समकक्षों से बृहस्पतिवार रात बात की. यूक्रेन ने रूसी सैन्य हमले के बाद अपना हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है, जिसके बाद भारत रोमानिया, हंगरी, स्लोवाक गणराज्य और पोलैंड की थल सीमा के माध्यम से यूक्रेन से लगभग 16,000 भारतीयों को निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने अपने देश के साइबर हैकर्स से मदद मांगी है. वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि है उनके देश के सभी हैकर्स रूसी सैनिकों के खिलाफ जासूसी साइबर मिशन चलाने में मदद करें. इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति ने गुरुवार को आम लोगों से हथियार उठाने और जंग में शामिल होने की अपील की थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के इरादों पर शक जताया है. उन्होंने कहा कि पुतिन की लड़ाई यूक्रेन तक ही सीमित नहीं है, वो रूस को पुराना सोवियत यूनियन बनाना चाहते हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन पर 'आक्रमणकारी' होने का आरोप लगाते हुए कहा कि रूस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को चुना. जो बाइडेन ने रूस के खिलाफ नए आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा की और कहा कि पुतिन एक आक्रमणकारी हैं. पुतिन ने युद्ध चुना. उन्होंने रूस के खिलाफ कड़े आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा की, लेकिन रूसी बलों के खिलाफ युद्ध के लिए यूक्रेन में अमेरिकी बलों को भेजने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया रूस के खिलाफ एकजुट है. बाइडेन ने कहा कि यदि रूस अमेरिका पर साइबर हमला करता है, तो अमेरिका उसका जवाब देने के लिए तैयार है. उन्होंने नाटो बलों की सहायता के लिए और बलों को भेजने की घोषणा भी की.
रूस के हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने अमेरिका और NATO देशों पर हमला बोला है और कहा है कि रूस के साथ लड़ाई में हमें अकेला छोड़ दिया गया. उन्होंने नाटो देशों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन देशों के नेताओं ने डर के मारे नाटो में यूक्रेन को शामिल नहीं किया. वो डरते होंगे, लेकिन हम नहीं डरेंगे. वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा, 'मैंने 27 यूरोपीय नेताओं से पूछा कि क्या यूक्रेन को नाटो में होना चाहिए. वे सब डरे हुए हैं, लेकिन हम डरते नहीं हैं. हम रूस से बात करने से नहीं डरते. हम अपने राज्य के लिए सुरक्षा गारंटी के बारे में बात करने से नहीं डरते. हम तटस्थ स्थिति के बारे में बात करने से नहीं डरते.'
रूस ने गुरुवार सुबह जब यूक्रेन पर हमला किया तो वहां धुंआ-धुंआ हो गया और पूरे देश में हाहाकार मच गया. लोग यूक्रेन से भागने लगे, जिससे वहां जबरदस्त जाम लग गया. हमले कुछ ही देर में यूक्रेन से जिस तरह की तस्वीरें आने लगीं, उसकी बड़ी वजह रूस और यूक्रेन की ताकत में भारी अंतर है. सुरक्षा के जानकारों का मानना है कि सैन्य ताकत के मामले में रूस के आगे यूक्रेन कहीं नहीं टिकता.
लंबे समय से जारी तनाव के बीच रूस ने यूक्रेन पर हमला कर जंग का आगाज कर दिया. भारतीय समय के मुताबिक गुरुवार सुबह 8.30 बजे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जैसे ही जंग का ऐलान किया, उसके ठीक पांच मिनट बाद धमाकों से यूक्रेन दहल गया. बताया गया कि रूस ने यूक्रेन पर तीन तरफ से हवाई हमला किया और 12 जगहों को निशाना बनाया.
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