मलावी में ये कैसी बेतुकी परंपरा! जहां परिवार की सहमति से मासूम लड़कियों के साथ होता है सेक्‍स
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मलावी में ये कैसी बेतुकी परंपरा! जहां परिवार की सहमति से मासूम लड़कियों के साथ होता है सेक्‍स

अफ्रीकी महाद्वीप के एक देश मलावी में एक परंपरा ऐसी है, जिसके बारे में सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। इस परंपरा के तहत महिलाएं अपनी कम उम्र की बेटियों को एक अनजान शख्‍स के साथ सोने के लिए मजबूर करती हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महिलाएं इस कृत्‍य को उनके 'यौन शुद्धि' के लिए 'पवित्र' मानती हैं।

फाइल फोटो: प्रतीकात्‍मक तौर पर

डरबन : अफ्रीकी महाद्वीप के एक देश मलावी में एक परंपरा ऐसी है, जिसके बारे में सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। इस परंपरा के तहत महिलाएं अपनी कम उम्र की बेटियों को एक अनजान शख्‍स के साथ सोने के लिए मजबूर करती हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महिलाएं इस कृत्‍य को उनके 'यौन शुद्धि' के लिए 'पवित्र' मानती हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, इस देश की परंपरा के मुताबिक लड़कियों को एक मेल सेक्स वर्कर के साथ सेक्स करना होता है। जवान होने के बाद लड़कियों को इस सेक्स वर्कर के साथ जबरन संबंध बनाने होते हैं। इस सेक्‍स को 'हईना' कहा जाता है। गांव के लोग इसे बलात्‍कार के तौर पर नहीं देखते हैं, बल्कि इसे लड़कियों की (यौन शुद्धि) पवित्र करने के रिवाज के रूप में देखा जाता है। इस बेतुके परंपरा को देश के कई हिस्‍सों में अमल में लाया जाता है।

एक टीवी चैनल के साथ हाल में दिए इंटरव्‍यू में इस कार्य को अंजाम देने वाले एक पुरुष (हईना) ने 100 से अधिक लड़कियों और महिलाओं के साथ सेक्‍स करने का दावा किया। उसने खुलासा किया कि कम उम्र की लड़कियों के साथ सेक्‍स करके वह यौन शुद्धि करता है ताकि वे 'पवित्र' हो सकें। उसने कहा कि वह दूरदराज के एक गांव में रहता है और इस क्रिया को अंजाम देने के लिए एक गांव से दूसरे गांव में जाता रहता है।

इस शख्‍स ने यह भी खुलासा किया कि कभी-कभी उसे लड़कियों की तरफ से विरोध का भी सामना करना पड़ता है और वे उसे छूने नहीं देती हैं, लेकिन तब वह जबरन उनके साथ सेक्‍स करता है। सेक्‍स करने के बदले में उसे पैसे भी मिलते हैं। उसने कहा कि साधारण तौर पर लोग एक बार में उसे 450 रुपये देते हैं। इनमें से कुछ लड़कियों की उम्र 12 और 13 साल होती है।

उसने विधवा महिलाओं के साथ भी सेक्‍स करने का दावा किया। किसी महिला के पति की मृत्यु के बाद दफनाने से पहले परंपरा के तहत उसे भी इस शख्‍स के साथ सोना पड़ता है ताकि यौन शुद्धिकरण हो सके। उसने दावा किया कि यदि वह उनके साथ सोने से इनकार कर दे तो लड़की के परिवार पर कुदरत का कहर बरपना तय है। लड़कियां सेक्स करने से इनकार करती हैं तो माना जाता है कि वह विपत्ति से घिरी हुई है। इसकी चपेट में उसका पूरा परिवार या पूरा गांव आ सकता है।

इस परंपरा के बारे में पूछे जाने पर उसने कहा कि यह क्रिया उनमें (लड़कियों) अच्छे संस्कार पैदा करने और अच्छी पत्‍नी बनने में मददगार साबित होता है। साथ ही, वे अपने पति को यौन संतुष्ट करने में सक्षम हो पाती हैं।

यौन शुद्धीकरण की इस प्रक्रिया में बीमारी फैलने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। गौर हो कि मलावी में हर दस में से एक औरत या मर्द एचआईवी से संक्रमित है।

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