Myanmar में तख्तापलट के खिलाफ क्या होगी UN Security Council की रणनीति, आज होने वाली बैठक में होगा फैसला
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Myanmar में तख्तापलट के खिलाफ क्या होगी UN Security Council की रणनीति, आज होने वाली बैठक में होगा फैसला

म्यांमार की सेना ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए सान सू-की (Aung San Suu Kyi) सहित सभी प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है और देश में आपातकाल लगा दिया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तरफ से म्यांमार से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अब तक बात नहीं हो सकी है.

सेना ने आंग सान सू-की सहित प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है (फाइल फोटो)

जिनेवा: म्यांमार (Myanmar) में सैन्य तख्तापलट के खिलाफ चीन (China) को छोड़कर लगभग सभी देशों ने आवाज बुलंद की है. वैश्विक स्तर पर म्यांमार की सेना पर दबाव बनाने की कोशिशें की जा रहीं हैं. अमेरिका ने जहां सेना को तुरंत गिरफ्तार नेताओं को रिहा करने को कहा है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council ) आज (मंगलवार) इस मुद्दे पर बैठक करने जा रहा है. बैठक में म्यांमार के ताजा हालातों पर विचार-विमर्श किया जाएगा और लोकतंत्र की बहाली के लिए रणनीति तैयार की जाएगी.

  1. म्यांमार की सेना पर दबाव बनाने की कोशिश
  2. अमेरिका दे चुका है सेना को चेतावनी 
  3. गिरफ्तार नेताओं को आजाद करने के लिए कहा
  4.  

विशेष दूत से भी होगी बात

फरवरी माह के लिए सुरक्षा परिषद (UN Security Council ) के अध्यक्ष UK ने बताया कि म्यांमार (Myanmar) के मुद्दे पर आज महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है. इस दौरान, म्यांमार के लिए विशेष दूत क्रिस्टीन श्रानेर बर्गनर (Christine Schraner Burgener) से भी बातचीत की जाएगी. संयुक्त राष्ट्र में UK की स्थायी प्रतिनिधि बारबरा वुडवर्ड (Barbara Woodward) ने वर्चुअल प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि हम म्यांमार के ताजा घटनाक्रम और उससे पैदा होने वाले संभावित खतरों पर इस बैठक में बात करेंगे.

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जल्द हो रही है Meeting

उन्होंने कहा कि म्यांमार पर सुरक्षा परिषद में इस सप्ताह के अंत में बैठक होनी थी, लेकिन म्यांमार की सेना की कार्रवाई के मद्देनजर इसे आज ही किया जा रहा है. इससे पहले परिषद ने नवंबर, 2020 में म्यांमार में हुए चुनाव से पहले वहां से हालातों पर चर्चा की थी. यह पूछे जाने पर कि क्या सुरक्षा परिषद प्रतिबंधों के मुद्दे पर चर्चा करेगा, उन्होंने प्रत्यक्ष जवाब न देते हुए केवल इतना कहा कि हम चाहते हैं कि म्यांमार की सेना लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करे. 

‘सबको आवाज उठानी होगी’

बारबरा वुडवर्ड ने आगे कहा कि बैठक में क्या होगा इस बारे में अभी ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन हम सभी संभव उपायों पर चर्चा करेंगे. हमारा उद्देश्य म्यांमार में लोकतंत्र की बहाली और गिरफ्तार नेताओं को जल्द से जल्द आजाद कराना है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि म्यांमार के घटनाक्रम के दूरगामी परिणाम होंगे. तख्तापलट के बाद उन शरणार्थियों की सुरक्षित वापसी में भी देरी हो सकती है, जिन्होंने अन्य देशों को अपना ठिकाना बनाया है.

Suu Kyi के बारे में कोई जानकारी नहीं

यह पूछे जाने पर कि क्या संयुक्त राष्ट्र के पास आंग सान सू-की (Aung San Suu Kyi) और अन्य नेताओं के बारे में कोई जानकारी है? स्टीफन दुजारिक ने कहा, ‘नहीं हमें उनके बारे में कुछ नहीं पता. क्रिस्टीन श्रानेर बर्गनर म्यांमार से संपर्क करने का प्रयास कर रहीं हैं, लेकिन अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है’. उन्होंने आगे कहा कि पूरी दुनिया को एकसुर में म्यांमार के मुद्दे पर बोलना चाहिए. गौरतलब है कि म्यांमार की सेना ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए सान सू-की (Aung San Suu Kyi) सहित सभी प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है और देश में आपातकाल लगा दिया है.

 

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