Prostitution in Myanmar: सोचिए, उस देश के क्या हालात होंगे जहां की शिक्षित महिलाएं जो डॉक्टर, नर्स, शिक्षा जैसे पेशे में हों और मजबूरन वेश्वावृत्ति करने पर मजबूर हों. भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में ऐसी ही स्थिति है.
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Myanmar Civil War: फरवरी 2021 में म्यांमार की सेना ने तख्तापलट करके सत्ता पर कब्जा कर लिया था. इसके साथ ही देश की अर्थव्यवस्था और बिगड़ गई जो पहले कोविड महामारी के कारण खराब स्थिति में थी. देश में महंगाई आसमान छूने लगी. बुनियादी चीजें खरीदना भी आम लोगों के लिए मुश्किल होने लगा. स्थिति ऐसी हुई कि डॉक्टर जैसे सम्मानित पेशे में काम कर रहे लोगों का भी वेतन कम पड़ने लगा. उन्हें बुनियादी जरूरतें पूरी करने में मुश्किल होने लगी. हालात यह हुए कि उन्हें आर्थिक तंगी से निपटने के दूसरे रास्ते खोजने पड़े और जो रास्ते उन्हें मिले वो शर्मनाक हैं.
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डॉक्टर से दोगुना कमा रहीं 'डेट गर्ल्स'
मे (पहचान छुपाने के आग्रह के कारण पूरा नाम नहीं दिया जा रहा) नाम की एक डॉक्टर की सैलरी $415 प्रति माह के बराबर थी. लेकिन यह महीने के शुरुआत में ही खत्म हो जा रही थी, उस पर पिता की किडनी की बीमारी ने उसे और परेशान कर दिया. आर्थिक तंगी से बुरी तरह गुजर रहीं मे कि मुलाकात कुछ ''डेट गर्ल्स" से हुई, जो उससे दोगुना कमा रही थीं.
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डॉक्टरी की मुश्किल पढ़ाई, गुजारे के लिए कर रहीं वेश्यावृत्ति
मे यह देखकर दंग रह गईं कि वेश्यावृत्ति में डॉक्टरी जैसे सम्मानजनक प्रोफेशन की तुलना में दोगुना पैसा है. हालांकि इसमें उन्हें अनजान पुरूषों के साथ यौन संबंध बनाने पड़ते थे. आखिर में मे ने हथियार डाल दिए और मजबूरन इस पेशे से जुड़ गईं. एक साल से ज्यादा समय से वेश्या के रूप में काम कर रही 26 वर्षीय मे कहती हैं, "यह स्वीकार करना मुश्किल है कि डॉक्टर बनने के लिए इतने वर्षों की मुश्किल पढ़ाई के बावजूद मैं अब केवल गुजारा करने के लिए इस तरह का काम कर रही हूं. मेरा परिवार इस बारे में नहीं जानता है कि मैं ऐसा काम कर रही हूं.''
मे ही नहीं म्यांमार में शिक्षित महिलाओं का एक नए समूह इसी तरह सेक्स वर्क करने पर मजबूर है, जिसमें- डॉक्टर, शिक्षक, नर्स और अन्य शिक्षित पेशेवर शामिल हैं.
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म्यांमार में बैन है वेश्यावृत्ति
सोचने वाली बात यह भी है कि इतने बड़े पैमाने पर वेश्यावृत्ति तब हो रही है, जबकि म्यांमार में वेश्यावृत्ति अवैध है. आलम यह है कि सड़कों पर इस तरह की 'डेट गर्ल्स' आसानी से घूमती दिख जाएंगी. महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं ने कहा कि अधिक शिक्षित महिलाएं अब आजीविका कमाने के लिए पुरुषों के साथ यौन संबंध बना रही हैं. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
तख्तापलट के बाद बिगड़े हालात
तख्तापलट और उसके बाद हुए गृहयुद्ध ने म्यांमार की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है. इस साल मुद्रास्फीति 26 प्रतिशत तक बढ़ गई है. बिजली की कमी से कारखाने ठप हो गए, बेमौसम बारिश से खेतों में पानी भर गया और चीन और थाईलैंड के पास के क्षेत्रों में लड़ाई के कारण सीमा पार व्यापार नष्ट हो गया. म्यांमार की मुद्रा क्यात ने इस वर्ष डॉलर के मुकाबले अपने मूल्य का दो-पांचवां हिस्सा खो दिया है. विश्व बैंक के अनुसार, म्यांमार के लगभग आधे लोग अब गरीबी में रह रहे हैं.
दुखों का अंत नहीं...
ऐसे में यहां के लोगों और विशेषकर महिलाओं के दुखों का अंत होते नहीं दिख रहा है. जार मांडले नाम की एक नर्स ने बताया कि वह एक निजी अस्पताल में नर्स थी, जिसे सैन्य सरकार ने बंद कर दिया था क्योंकि उसके डॉक्टर विरोध आंदोलन में शामिल हो गए थे. इसके बाद उसे अपना जीवनयापन करने के लिए डेट गर्ल बनना पड़ा. अब जार कहती हैं कि कई बार तो हमें बिना कंडोम के संबंध बनाने के लिए जोर दिया जाता है. यह सब 'शुद्ध नरक' में रहने जैसा है.