पाकिस्तान में चुनाव लड़ने के लिए आतंकी हाफिज सईद ने खेला मास्टरस्ट्रोक...
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पाकिस्तान में चुनाव लड़ने के लिए आतंकी हाफिज सईद ने खेला मास्टरस्ट्रोक...

नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज की करीबी रिश्ते की बहन बेगम सायरा बानो प्रांतीय असेम्बली की सीट पर अल्लाह-उ-अकबर तहरीक (एएटी) के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं.

फाइल फोटो

लाहौर : पाकिस्तान चुनाव आयोग तमाम दावे कर ले, लेकिन मुंबई 26/11 हमले का मास्टरमाइंड चुनाव लड़ने के लिए लगातार कोशिशें कर रहा है. हाफिज सईद ने आगामी चुनावों में अपनी जगह बनाने के लिए मास्टरस्ट्रोक खेला है. खबर है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की एक करीबी रिश्तेदार हाफिज सईद के समर्थन वाली एक पार्टी से चुनाव लड़ रही है. नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज की करीबी रिश्ते की बहन बेगम सायरा बानो प्रांतीय असेम्बली की सीट पर अल्लाह-उ-अकबर तहरीक (एएटी) के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. इस पार्टी को मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद की मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) का समर्थन मिला हुआ है.

265 उम्मीदवार हैं मैदान में...
एमएमएल प्रतिबंधित जमात उद दावा का राजनीतिक चेहरा है. सईद का बेटा और दामाद सहित जमात उद दावा के 265 उम्मीदवार एएटी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतारा है. बता दें कि इससे पहले चुनाव लड़ने के लिए एमएमएल लगातार कोशिशें करते हुए आई है.

चुनाव आयोग ने राजनीतिक पार्टी का दर्जा देने से किया इनकार
इससे पहले 25 जुलाई को पाकिस्तान में होने वाले आम चुनावों में अपनी दावेदारी पेश करने वाली, मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) को पाकिस्तान चुनाव आयोग ने करार झटका दिया था. पाकिस्तान चुनाव आयोग की एक चार सदस्यीय टीम ने मिल्ली मुस्लिम लीग को राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकृत करने की अर्जी को खारिज कर दिया था. 

आयोग की चार सदस्यीय पैनल ने सुनाया था फैसला
चुनाव आयोग के चार सदस्यीय पैनल ने गृह मंत्रालय की टिप्पणियों के मद्देनजर यह फैसला सुनाते हुए कहा था कि एमएमएल, लश्कर-ए-तैयबा और आतंकी हाफिज सईद की विचारधारा का पालन करता है, इसलिए इसे प्रमाणिकता नहीं दी जा सकती है. वहीं, गृह मंत्रालय ने कहा है कि एमएमएल देश में प्रतिबंधित जेयूडी की ही एक शाखा है, जिसे मंजूरी नहीं दी जा सकती है.

25 जुलाई को होने हैं चुनाव
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान की केंद्र सरकार का कार्यकाल 30 मई को खत्म हो चुका है. पुरानी सरकार कार्यकाल खत्म होने के बाद चुनाव आयोग इसी महीने की 25 जुलाई को मतदान वाला है. आगामी मतदान के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हो गई हैं. 

(इनपुटःभाषा)

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