ना वैक्‍सीन- ना ट्रीटमेंट, COVID-19 को खत्‍म करने के लिए ट्रम्‍प ने दिया फिर एक अजीब आइडिया
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ना वैक्‍सीन- ना ट्रीटमेंट, COVID-19 को खत्‍म करने के लिए ट्रम्‍प ने दिया फिर एक अजीब आइडिया

 संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (US President Trump) अपने बयानों के लिए खासे बदनाम हैं, फिर चाहे वो बयान सार्वजनिक समारोहों में दिए गए हों या ट्विटर पर हो. उनका फिर से एक और ऐसा बयान आया है, जिसने लोगों को चौंका दिया है.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (फाइल फोटो)

तुलसा (ओक्‍लाहोमा):  संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (US President Trump) अपने बयानों के लिए खासे बदनाम हैं, फिर चाहे वो बयान सार्वजनिक समारोहों में दिए गए हों या ट्विटर पर हो. उनका फिर से एक और ऐसा बयान आया है, जिसने लोगों को चौंका दिया है. उन्‍होंने ये बयान ओक्लाहोमा में अपनी चुनाव प्रचार रैली में दिया. रैली में उन्‍होंने फिर से कोरोना वायरस की बात की और अपने ही लिए एक नई मुसीबत खड़ी कर ली. 

  1. ट्रम्‍प ने चुनावी रैली में विवादास्‍पद बयान दिया
  2. चीन पर आरोप लगाते हुए कोरोना वायरस को 'कुंग फ्लू' करार दिया
  3. कहा, ज्‍यादा परीक्षण से संक्रमण के ज्‍यादा केस मिलेंगे

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पहले ही वह अमेरिका में अफ्रीकी-अमेरिकी और एशियाई समुदायों के खिलाफ नस्लवाद को खत्म करने के लिए विरोध प्रदर्शनों को झेल रहे हैं, उस पर उन्‍होंने चीन (China) पर दुनिया में वायरस फैलाने का एक बार फिर आरोप लगाया. इतना ही आरोप लगाते हुए उन्‍होंने कोरोना वायरस को 'कुंग फ्लू' (kung flu) करार दिया.

हालांकि दोष तो वे कई महीनों से दे रहे हैं, लेकिन 'कुंग' शब्द का उपयोग नस्लवादी कदम है जो अमेरिका में एशियाई समुदाय के लिए हिंसक गड़बड़ी ला सकता है.

इतना ही नहीं, राष्ट्रपति ने यहां तक कह दिया कि उन्होंने अपने अधिकारियों से देश में कोरोना वायरस के परीक्षण को धीमा करने के लिए कहा है. उन्हें लगता है कि COVID परीक्षण एक 'दोधारी तलवार' है क्योंकि अधिक परीक्षण से अधिक मामलों की पहचान होती है.

उन्‍होंने कहा, 'जब आप ज्‍यादा परीक्षण करते हैं, तो आप और अधिक लोगों को खोजते हैं और अधिक मामलों को खोजते हैं. इसलिए मैंने मेरे लोगों से परीक्षण धीमा करने को कहा है.' बता दें कि अमेरिका ने अब तक लगभग 25 मिलियन यानि कि 2.5 करोड़ लोगों का परीक्षण किया है, जो अन्य देशों की तुलना में अधिक है.

इस बयान के बाद, व्हाइट हाउस को सफाई देनी पड़ी और एक अधिकारी को बाद में में स्थानीय मीडिया को बताना पड़ा कि ट्रम्प मजाक कर रहे थे. गौरतलब है कि अमेरिका में नस्लवाद और पुलिस क्रूरता के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसके चलते यहां कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है.

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