Economic Survey: GDP ग्रोथ टारगेट से चूका Pakistan, गधों की आबादी 1 लाख बढ़ी, और क्या बताता है आर्थिक सर्वे 2023-24
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Economic Survey: GDP ग्रोथ टारगेट से चूका Pakistan, गधों की आबादी 1 लाख बढ़ी, और क्या बताता है आर्थिक सर्वे 2023-24

Pakistan Economic Survey 2023-24:  पाकिस्तान का आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24, एक पूर्व-बजट डॉक्यूमेंट है, जिसमें निवर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान देश की प्रमुख सामाजिक-आर्थिक उपलब्धियों का विवरण दिया गया है.

Economic Survey: GDP ग्रोथ टारगेट से चूका Pakistan, गधों की आबादी 1 लाख बढ़ी, और क्या बताता है आर्थिक सर्वे 2023-24

Pakistan News: पाकिस्तान वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए ग्रोथ टारगेट हासिल करने से चूक गया है. उसने 3.5 प्रतिशत के लक्ष्य के मुकाबले 2.38 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि हासिल की है. नकदी की कमी से जूझ रही सरकार ने मंगलवार को पाकिस्तान का आर्थिक सर्वेक्षण (पीईएस) 2023-24 जारी करते हुए यह बात स्वीकार की. सर्वे में यह बात भी निकल आई कि पाकिस्तान में गधों की आबादी 1.72 प्रतिशत बढ़कर 5.9 मिलियन (59,00,000) तक पहुंच गई है.

पाकिस्तान का आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24, एक पूर्व-बजट डॉक्यूमेंट है, जिसमें निवर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान देश की प्रमुख सामाजिक-आर्थिक उपलब्धियों का विवरण दिया गया है. वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसे जारी किया.

दस्तावेज में कहा गया है, 'वित्त वर्ष 2024 में वास्तविक जीडीपी में 2.38 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.' साथ ही कहा गया है कि विवेकपूर्ण नीति प्रबंधन और क्रमिक आर्थिक सुधार के कारण वित्त वर्ष 2023 में नकारात्मक वृद्धि वित्त वर्ष 2024 में सकारात्मक हो गई.

यह वृद्धि पिछले वर्ष के अनुमानित लक्ष्य 3.5 प्रतिशत से कम रही और सरकार इसे हासिल करने में विफल रही, जिसका मुख्य कारण उद्योगों और सेवा क्षेत्रों का खराब प्रदर्शन था.

मंत्री ने कहा कि कृषि ने 3.5 प्रतिशत के लक्ष्य के मुकाबले 6.25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करके हर दूसरे क्षेत्र से बेहतर प्रदर्शन किया.

पाकिस्तान में बढ़ी गधों की आबादी
आर्थिक सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान पाकिस्तान में गधों की आबादी 1.72 प्रतिशत बढ़ी है. यह 5.9 मिलियन (59,00,000) तक पहुंच गई है.

आंकड़ों से पता चलता है कि 'बोझ ढोने वाले जानवरों' की आबादी 2019-2020 में 5.5 मिलियन, 2020-21 में 5.6 मिलियन, 2021-22 में 5.7 मिलियन और 2022-23 में 5.8 मिलियन थी, जबकि 2023-24 में यह बढ़कर 5.9 मिलियन हो गई.

हालांकि, गधे के करीबी रिश्तेदार घोड़े और खच्चर इतने भाग्यशाली नहीं रहे और पिछले पांच वर्षों से उनकी संख्या में कोई बदलाव नहीं आया है, वो क्रमशः 0.4 मिलियन और 0.2 मिलियन पर बनी हुई है.

ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए गधे महत्वपूर्ण
गधे कई पाकिस्तानियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो ग्रामीण इलाकों में रहते हैं, जहां ग्रामीण अर्थव्यवस्था इन जानवरों के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई है.

आर्थिक सर्वेक्षण में अन्य पशुधन का भी ब्यौरा दिया गया है, जिसमें बताया गया है कि मवेशियों की संख्या बढ़कर 57.5 मिलियन, भैंसों की संख्या 46.3 मिलियन, भेड़ों की संख्या 32.7 मिलियन और बकरियों की संख्या 87 मिलियन हो गई है.

(इनपुट - एजेंसी)

(प्रतीकात्मक फोटो)

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