'मिसाइल मिनिस्टर' जयशंकर का अंदाज देखा आपने, पीएम शहबाज शरीफ देखते रहे पर नहीं बढ़ाया पहले हाथ
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'मिसाइल मिनिस्टर' जयशंकर का अंदाज देखा आपने, पीएम शहबाज शरीफ देखते रहे पर नहीं बढ़ाया पहले हाथ

S Jaishankar Pakistan Visit: डिप्लोमेसी में बॉडी लैंग्वेज के भी मायने होते हैं. पाकिस्तान गए विदेश मंत्री जयशंकर ने पीएम शहबाज शरीफ को अपने अंदाज से चित कर दिया. उन्होंने साफ संदेश दे दिया कि वह भले ही SCO समिट के लिए इस्लामाबाद गए हों लेकिन इससे पाकिस्तान से रिश्ते नहीं सुधरने वाले. वहां कोई द्विपक्षीय बातचीत भी नहीं होनी है.

'मिसाइल मिनिस्टर' जयशंकर का अंदाज देखा आपने, पीएम शहबाज शरीफ देखते रहे पर नहीं बढ़ाया पहले हाथ

Jaishankar Meets Pakistan PM: विदेश मंत्री एस. जयशंकर को यूं ही मोदी सरकार का 'मिसाइल मिनिस्टर' नहीं कहा जाता. वह डिप्लोमेटिक तरीके से बड़े से बड़े धुरंधर की बोलती बंद करा देते हैं. इस समय वह पाकिस्तान में हैं. रात में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने विदेशी प्रतिनिधियों के लिए भोज रखा था. वह उनसे एक-एक कर मिल रहे थे और जब जयशंकर का मौका आया तो दुनिया की नजरें टिक गईं. भारतीयों ने भी टीवी पर वो नजारा देखा. भारत के विदेश मंत्री का रवैया बिल्कुल ठंडा था. कोई गर्मजोशी वाले तेवर नहीं. चेहरे पर सामान्य भाव के साथ वह आगे बढ़ते गए.

हां, वीडियो देखिए. जयशंकर बड़े आराम से कदम बढ़ाते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के करीब पहुंच जाते हैं लेकिन हाथ आगे नहीं करते जबकि शहबाज शरीफ कुछ सेकेंड पहले से ही हाथ आगे किए हुए खड़े रहते हैं. पाकिस्तान के कुछ पत्रकार और आम लोगों को भी पूरी बात समझ में आ रही है. बिल्कुल करीब पहुंचने के बाद जयशंकर ने हाथ बढ़ाया. दोनों नेताओं के बीच गुफ्तगू हुई लेकिन जयशंकर ने मुस्कुराते हुए कोई पोज नहीं दिए. वह मीडिया की तरफ कुछ समय पीठ किए रहे, थोड़ा मुड़े और आगे बढ़ गए. दोनों के बीच 'बहुत ही संक्षिप्त बातचीत' हुई. ऐसा कर जयशंकर अपना मैसेज दे गए.

दरअसल, यह मुलाकात इसलिए अहम हो जाती है क्योंकि मोदी सरकार आने के बाद से ही पाकिस्तान से बातचीत बंद है. भारत ने साफ कहा है कि बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते. चूंकि शंघाई सहयोग संगठन का सम्मेलन इस्लामाबाद में हो रहा है इसलिए भारत ने संगठन का सदस्य होने के नाते वहां शामिल होने का फैसला किया. हालांकि जयशंकर ने वहां भी अपने तेवर दिखाए. अब आप जयशंकर का दूसरे विदेशी प्रतिनिधि (मंगोलिया के पीएम) से मुलाकात का वीडियो देखिए. विदेश मंत्री मुस्कुरा रहे हैं और अपनी तरफ से दोस्ती का भाव दिखाते हुए हाथ आगे कर रहे हैं जबकि पाकिस्तान के पीएम के सामने ऐसा सीन नहीं बना था. अंतर स्पष्ट है.

इससे पहले एयरपोर्ट पर उनका रेड कारपेट वेलकम किया गया. प्लेन से उतरने के बाद उनका अंदाज देखने लायक था. वह स्वागत के लिए खड़े बच्चों से जरूर मुस्कुराकर मिले लेकिन अधिकारियों से मिलते समय उनके चेहरे पर कोई भाव नहीं थे. उन्होंने अपनी स्टाइल में सफेद चश्मा उतारकर रखा और ब्लैक गॉगल्स में आ गए.

पाक में भरतनाट्यम की प्रस्तुति

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने एससीओ के सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडलों के नेताओं का अभिवादन किया. खबर है कि रात्रिभोज के दौरान प्रस्तुति में भारतीय शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम भी शामिल था.  पाकिस्तान कड़ी सुरक्षा के बीच एससीओ बैठक की मेजबानी कर रहा है. मुख्य सम्मेलन आज होगा. पिछले करीब नौ साल में पहली बार भारत के विदेश मंत्री ने पाकिस्तान की यात्रा की है. दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध कश्मीर मुद्दे के अलावा पाकिस्तान से सीमापार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं. इससे पहले विदेश मंत्री के रूप में सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान की यात्रा की थी. वह आठ-नौ दिसंबर 2015 में अफगानिस्तान पर ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद की यात्रा पर आई थीं. उस समय जयशंकर भारत के विदेश सचिव के नाते सुषमा स्वराज के शिष्टमंडल का हिस्सा थे.

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