बलूचिस्तान के गृह मंत्री मीर सरफराज बुगती ने बताया कि दरगाह का सालाना उर्स चल रहा था और इस मौके पर देशभर से सैकड़ों लोग वहां पहुंचे थे.
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कराची: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक शिया दरगाह पर हुए आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है. अधिकारियों ने शुक्रवार (6 अक्टूबर) को यह जानकारी दी. हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लमिक स्टेट ने ली है. पुलिस उपायुक्त असदुल्ला काकर के अनुसार हमलावर ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को शाम बलूचिस्तान के झाल माग्सी जिले की दरगाह फतेहपुर में घुसने की कोशिश की और जब पुलिस ने उसे दरगाह के प्रवेश द्वार पर रोका तो उसने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया.
जियो टीवी ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से अपनी खबर में कहा कि गुरुवार हुए हमले में कम से कम 22 लोग मारे गए जिनमें तीन बच्चे शामिल हैं और 30 अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने कहा कि लरकाना के चंदका अस्पताल में इलाजरत घायल व्यक्ति के दम तोड़ने के साथ मृतकों की संख्या बढ़ गयी. वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच चल रही है और पुलिस ने विस्फोट स्थल से सबूत जुटा लिए हैं.
आईएसआईएस ने अपनी समाचार एजेंसी ‘अमाक’ के माध्यम से एक संक्षिप्त बयान में इस हमले की जिम्मेदारी ली है. यह हमला गुरुवार (5 अक्टूबर) को उस समय हुआ जब काफी संख्या में लोग दरगाह में इबादत करने के लिये जमा हुए थे. दरगाह में हर गुरुवार को काफी संख्या में लोग सूफ़ी नृत्य ‘धमाल’ में शामिल होने और इबादत करने के लिए एकत्र होते हैं.
बलूचिस्तान के गृह मंत्री मीर सरफराज बुगती ने बताया कि दरगाह का सालाना उर्स चल रहा था और इस मौके पर देशभर से सैकड़ों लोग वहां पहुंचे थे. उल्लेखनीय है कि इससे पहले 2005 में इसी दरगाह में हुए बम हमले में 35 लोग मारे गए थे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाक़ान अब्बासी ने हमले की निंदा की और सरकार द्वारा आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने का संकल्प लिया. इससे पहले नवंबर 2016 में खुजदर जिले की शाह नोरानी दरगाह में हुए विस्फोट में कम से कम 52 लोग मारे गए थे और 102 घायल हुए थे.