'करो या मरो'... श्रीलंका, बांग्लादेश के बाद अब पाकिस्तान में जंग के हालात, सड़कों पर मचा कोहराम, 700 लोग गिरफ्तार क्यों?
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'करो या मरो'... श्रीलंका, बांग्लादेश के बाद अब पाकिस्तान में जंग के हालात, सड़कों पर मचा कोहराम, 700 लोग गिरफ्तार क्यों?

Islamabad Tense After PTI Clashes: श्रीलंका में आर्थिक संकट के चलते 2022 में राष्ट्रपति हट गए. 2024 में बांग्लादेश में शेख हसीना की सत्ता चली गई. अब अक्टूबर के महीने में पाकिस्तान में कोहराम मचा है. हालात इतने बदतर हैं कि सेना को बुलाना पड़ा है. इंटरनेट बंद हैं. अगर यही हालात रहे तो पाकिस्तान में कुछ भी हो सकता है. आइए जानते हैं आखिर क्यों सड़कों पर उतरे लोग. 

 

'करो या मरो'... श्रीलंका, बांग्लादेश के बाद अब पाकिस्तान में जंग के हालात, सड़कों पर मचा कोहराम, 700 लोग गिरफ्तार क्यों?

Army deployed in Pak cities to contain protest: भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में इन दिनों कोहराम मचा हुआ है. हालात इतने बदतर हो गए हैं कि आर्मी को सुरक्षा के लिए बुलाया गया है. सीएम, पुलिस, सैकड़ों की संख्या में जनता को गिरफ्तार किया गया है. शहर में इंटरनेट बंद है. जानें क्यों हैं हालात.

इस्लामाबाद- लाहौर में सेना तैनात
पाकिस्तान में हालात को सुधारने के लिए इस्लामाबाद और लाहौर में सेना को बुला लिया गया है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐस हुआ क्यों तो आपको समझाते हैं. असल में पाकिस्तान में इन दिनों पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं. अपनी ताकत का अहसास कराने के लिए समर्थक राजधानी के मध्य में स्थित डी-चौक पहुंच गए, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई. इस्लामाबाद और लाहौर में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़पें भी हुईं.

 'करो या मरो' के हालात
लाहौर में पार्टी कार्यकर्ताओं ने मीनार-ए-पाकिस्तान मैदान की ओर मार्च करने की कोशिश की और इसे "करो या मरो" की स्थिति बताया. पुलिस ने दिन भर आंसू गैस के गोले दागकर पीटीआई कार्यकर्ताओं और समर्थकों को इस्लामाबाद के डी-चौक तक पहुंचने से रोका, लेकिन बारिश और हवा की दिशा बदलने से धुआं पुलिसकर्मियों की ओर ही चला गया, जिससे प्रदर्शनकारी शाम को कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गए. हालांकि, रात में करीब नौ बजे यह स्पष्ट नहीं था कि प्रदर्शनकारी वहीं रुकेंगे या वहां से चले जाएंगे. बारिश रुकने के बाद सुरक्षाकर्मी डी-चौक पर वापस लौट आए.

प्रदर्शन क्यों हो रहा है?
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के संस्थापक खान ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है, जो एक साल से अधिक समय से रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं. खान की पार्टी न्यायपालिका के साथ एकजुटता जताने और महंगाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है. 

सीएम को किया गया‌ गिरफ्तार
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के नेतृत्व में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थकों के प्रदर्शन में भाग लेने के लिए डी-चौक पहुंचने के मद्देनजर सेना की तैनाती की गई है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थक इमरान खान की रिहाई की भी मांग कर रहे हैं. इमरान खान की पार्टी ने बाद में दावा किया कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री गंडापुर को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह पार्टी के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए राजधानी पहुंचे.

लाहौर को देश से काट दिया गया?
पार्टी ने एक व्हाट्सएप संदेश में कहा, "केपी (खैबर पख्तूनख्वा प्रांत) के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर को इस्लामाबाद में केपी हाउस से गिरफ्तार कर लिया गया है. इस बीच अधिकारियों ने शनिवार को लाहौर को देश के बाकी हिस्सों से काट दिया, ताकि पीटीआई समर्थक ऐतिहासिक मीनार-ए-पाकिस्तान पर रैली करने के लिए एकत्र नहीं हो सकें.

मीनार-ए-पाकिस्तान के आसपास कर्फ्यू जैसी स्थिति
पीएमएल-एन सरकार ने पंजाब प्रांत खासकर राजधानी लाहौर में कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए सेना को बुलाया है. सत्तारूढ़ शरीफ परिवार के निवास की ओर जाने वाली सभी सड़कों को भी बंद कर दिया गया है. शहर के विभिन्न हिस्सों में और सभी प्रवेश और निकास स्थानों को बंद कर दिया गया है. मीनार-ए-पाकिस्तान के आसपास कर्फ्यू जैसी स्थिति है, जिसे अनिश्चितकाल के लिए आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.

700 लोग गिरफ्तार
सरकार ने लाहौर के विभिन्न हिस्सों में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी हैं. पंजाब सरकार ने लाहौर और अन्य जगहों से 700 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है. सरकार का कहना है कि सशस्त्र बल कानून व्यवस्था बनाए रखेंगे और विदेशी प्रतिनिधियों को सुरक्षा प्रदान करेंगे.

गृह मंत्री ने सख्त कार्रवाई का वादा किया
आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने शनिवार को पुलिस और पार्टी के समर्थकों के बीच झड़प के एक दिन बाद पीटीआई प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आने वाले दिनों में सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है. नकवी ने कहा कि 11 केपी पुलिस अधिकारियों सहित 564 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पीटीआई ने केपी सीएम की तत्काल रिहाई और पंजाब में सेना तैनानी की मांग की है. संघीय राजधानी और पंजाब के पुलिस प्रमुखों के साथ इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि पुलिस के पास लाइव फायरिंग के सबूत हैं. उन्होंने कहा कि कुल 564 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 120 अफगान और 11 केपी पुलिस कर्मी शामिल हैं.

पुलिस भी हमले में शामिल
नकवी ने कहा कि आंतरिक मंत्री ने इस बात की उच्च स्तरीय जांच शुरू की है कि कैसे एक प्रांतीय पुलिस बल विरोध प्रदर्शनों में शामिल थे और अन्य पुलिस अधिकारियों पर हमला किया.

पाकिस्ता की हो जाएगी थू-थू
पाकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन होना है. देश में इस तरह के हालात हैं कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना को बलाना पड़ा है. 5 से 17 अक्टूबर तक शहर में सेना रहेगी. पाकिस्तान में 15-16 अक्टूबर को एससीओ शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. खान ने सरकार के आह्वान के बावजूद प्रदर्शन को स्थगित करने से इनकार कर दिया. 

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