Philippines News: फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने हत्या की निंदा की. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'हमारे लोकतंत्र में पत्रकारों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और जो लोग प्रेस की स्वतंत्रता को खतरे में डालेंगे, उन्हें अपने कार्यों का पूरा परिणाम भुगतना होगा.'
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World News In Hindi: फिलीपींस में एक रेडियो ब्रॉडकास्टर की रविवार (5 नवंबर) को उसके स्टूडियो में गोली मारकर हत्या कर दी गई. न्यूज एजेंसी एएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 57 वर्षीय जुआन जुमालोन, 94.7 गोल्ड एफएम कैलाम्बा स्टेशन पर अपना सेबुआनो भाषा का शो करते थे. उन्हें 'डीजे जॉनी वॉकर' के नाम से भी जाना जाता है.
पुलिस के मुताबिक, जुमालोन मिंडानाओ द्वीप पर स्थित अपने होम बेस्ड स्टूडियो में थे जब एक बंदूकधारी ने उनके सिर में गोली मार दी. कैलाम्बा नगर पालिका के पुलिस प्रमुख कैप्टन डेओरे रैगोनियो ने यह जानकारी दी.
हमलावर भागने में रहा सफल
पुलिस ने कहा कि बंदूकधारी ने ऑन-एयर घोषणा करने का बहाना करके जुमालोन के स्टूडियो में एंट्री की. हमलावर भागने में सफल रहा और जुमालोन को मृत घोषित कर दिया गया.
मीडिया सुरक्षा पर राष्ट्रपति टास्क फोर्स के प्रमुख पॉल गुटिरेज ने रविवार को कहा कि हमला कैमरे में रिकॉर्ड हो गया. वीडियो में बंदूकधारी जुमालोन को दो बार गोली मारते हुए और जाने से पहले उसका सोने का हार छीनते हुए नजर आया.
हत्या के मकसद की जांच जारी
न्यूज एजेंसी एएफपी से बात करते हुए, कैप्टन रागोनियो ने कहा कि हत्या के मकसद की जांच की जा रही है. पुलिस को जुमालोन के जीवन के खिलाफ किसी भी पिछले खतरे के बारे में पता नहीं था.
नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स ऑफ फिलीपींस (एनयूजेपी) के अनुसार, पिछले साल जून में राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस के पदभार संभालने के बाद से जुमालोन फिलीपींस में मारे जाने वाले चौथे पत्रकार है।
एएफपी ने बताया कि फिलीपींस पत्रकारों के लिए दुनिया में सबसे खतरनाक जगहों में से एक है और हालांकि हत्यारों को अक्सर सजा मिलती है। मनीला के बाहर के रेडियो ब्रॉडकास्टर अक्सर निशाने पर होते हैं.
राष्ट्रपति ने हत्या की जांच के आदेश दिए
रविवार को, राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने जुमालोन की हत्या की निंदा की और पुलिस को अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए जांच करने का आदेश दिया.
राष्ट्रपति मार्कोस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'हमारे लोकतंत्र में पत्रकारों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और जो लोग प्रेस की स्वतंत्रता को खतरे में डालेंगे, उन्हें अपने कार्यों का पूरा परिणाम भुगतना होगा.'
एबीएस-सीबीएन न्यूज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हत्या की जांच के लिए एक विशेष जांच कार्य समूह (एसआईटीजी) का गठन किया गया है.