प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीर्ष अमेरिकी कंपनियों के सीईओ के साथ हुई बैठक में उन्हें भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया. शीर्ष 20 अमेरिकी कंपनियों के सीईओ को राउंड टेबल मीटिंग के दौरान मोदी ने बताया कि भारत एक कारोबार हितैषी देश है.
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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीर्ष अमेरिकी कंपनियों के सीईओ के साथ हुई बैठक में उन्हें भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया. शीर्ष 20 अमेरिकी कंपनियों के सीईओ को राउंड टेबल मीटिंग के दौरान मोदी ने बताया कि भारत एक कारोबार हितैषी देश है.
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भारत के विकास पर दुनिया की नजर
मोदी ने कहा कि भारत अब व्यापार के लिए सुगम स्थान के रूप में उभर रहा है. उसके विकास पर पूरी दुनिया की नजर है. अगले महीने ऐतिहासिक जीएसटी की शुरुआत एक गेमचेंजर साबित होगी. मोदी ने कहा कि जीएसटी को लागू करना अमेरिकी बिजनेस स्कूलों के लिए शोध का विषय हो सकता है.
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एफडीआई आकर्षित करने में सफल
बैठक के दौरान मोदी ने बताया कि एनडीए सरकार की तीन साल की नीतियों के कारण भारत सबसे ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित करने में सफल रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने पीएम के वक्तव्य को कोट करते हुए टवीट किया आज सारी दुनिया भारत की तरफ देख रही है. भारत में कारोबारी सुगमता के लिए भारत सरकार ने कई कदम उठाए हैं.
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सीईओ की मांगों को ध्यान से सुना
वाशिंगटन डीसी के विलार्ड होटल में पीएम ने कंपनियों के सीईओ की मांगों को भी ध्यान से सुना. बैठक में एपल के टिम कुक, एडोब के शांतनु नारायण, गूगल के सुंदर पिचाई, मास्टरकार्ड के अजय बंगा समेत 20 कंपनियों के सीईओ तथा भारत अमेरिका व्यापार परिषद के अध्यक्ष मुकेश अकही मौजूद थे. बैठक में उपस्थित सभी सीईओ ने मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और सरकार की अन्य महत्वपूर्ण पहल में सहयोग व्यक्त किया.
कंपनियों के सीईओ ने भारत में प्राथमिकताओं के साथ ही समावेशी विकास के अनुरूप परस्पर लाभकारी साझेदारी के लिए सुझाव रेखांकित किए. उन्होंने भारत के साथ आगे बढ़ने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी और भारत को एक आकर्षक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश वाले स्थल के तौर पर प्रमाणित किया. पिचाई ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि वे भारत में निवेश करने को लेकर उत्साहित हैं.