कोरोना लक्षण दिखने के बाद भी क्यों रिपोर्ट आ रही निगेटिव, डॉक्टरों ने बताई हैरान करने वाली वजह
Advertisement

कोरोना लक्षण दिखने के बाद भी क्यों रिपोर्ट आ रही निगेटिव, डॉक्टरों ने बताई हैरान करने वाली वजह

कई देशों में कोरोना (Corona) के मामले बढ़ रहे हैं. हालांकि, वायरस से संबंधित लक्षणों से पीड़ित कई लोग कोविड टेस्ट (Covid test) का रिजल्ट निगेटिव आने के बाद भी अवस्वस्थ महसूस कर रहे हैं. हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि यह वास्तव में कोरोना नहीं, सामान्य फ्लू भी हो सकता है. 

फाइल फोटो

लंदनः दुनिया के कई देशों में कोरोना (Corona) के मामले दोबारा से बढ़ने लगे हैं. हालांकि, इसी बीच इंग्लैंड के डॉक्टरों का कहना है कि इस बार कोरोना, उतना खतरनाक या घातक नहीं हो सकता; जितना एक बार था. डॉक्टरों का कहना है कि यहां तक ​​​​कि डेल्टाक्रॉन (Deltacron) जैसे नए वेरिएंट और स्टील्थ ओमिक्रॉन (Omicron) जैसे सब-वेरिएंट भी मामले भी अधिक खतरनाक साबित नहीं हुए हैं. हालांकि, हाल के हफ्तों में कई लोगों ने यह रिपोर्ट करना शुरू कर दिया है कि कोविड का टेस्ट (Covid test) रिजल्ट निगेटिव आने के बाद भी वे अच्छा फील नहीं कर रहे हैं.

  1. कोरोना के लक्षण दिखने के बाद भी लोगो की रिपोर्ट नहीं आ रही पॉजिटिव
  2. रिपोर्ट आने के बाद भी लोग कर रहे बीमार फील
  3. डॉक्टरों ने बताई, इसकी असली वजह

महामारी में भुला दिए गए अन्य वायरस

'मिरर' में छपी खबर के अनुसार,  डॉक्टरों का कहना है कि यह वास्तव में कोरोना नहीं हो सकता है. जबकि, अधिकांश अन्य वायरस कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बीच भुला दिए गए हैं. हालांकि, वे अभी भी मौजूद हैं तो आप अगर बीमार महसूस कर रहे हैं,  इसकी वजह कोरोना नहीं, बल्कि सामान्य फ्लू भी हो सकता है.

हर फ्लू, कोरोना नहीं

एक्यूट मेडिसिन में वेस्ट लंदन के सलाहकार चिकित्सक डॉक्टर फिलिप ली बताते हैं कि अब फ्लू का प्रकोप अधिक क्यों है. पिछले दो वर्षों में हमारे जीवन में कोविड के लक्षणों की एक लंबी सूची बन गई है. ऐसे में उस समय को याद करना मुश्किल हो सकता है, जब हमें इन्फ्लूएंजा (Influenzae) था. इन्फ्लुएंजा को आमतौर पर फ्लू के रूप में जाना जाता है. यह एक वायरल संक्रमण है, जो सांस तंत्र जैसे कि नाक, गले और फेफड़ों पर हमला करता है.

ये भी पढ़ेंः 650 साल पहले समुद्र के बीच खो गया था यह शहर, सामने आए सबूत; वैज्ञानिकों के लिए बना मिस्ट्री

छूट से बढ़े मामले

डॉ. फिलिप ली का कहना है कि पिछले दो सालों से लगातार हाथ धो रहे हैं और हर जगह लोग मास्क पहने हुए दिखाई दिए, इससे सांस संबंधी सभी बीमारियों को रोकने में मदद मिली. हालांकि, अब प्रतिबंधों में ढील के कारण इस तरह की बीमारियां दोबारा से बढ़ने लगी हैं. आमतौर पर फ्लू दिसंबर और मार्च के बीच ठंडे महीनों में होता है, जब हवा अधिक शुष्क होती है और लोग घर के अंदर अधिक समय बिताते हैं.

अन्य वायरस से भी पॉजिटिव

हालांकि, डॉ. ली का कहना है कि हम फ्लू को अब अन्य महीनों में भी देख सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस वर्ष फ्लू को खत्म होने के लिए थोड़ी देर हो रही है. आमतौर पर हम ईस्टर के आसपास फ्लू के खत्म होने की उम्मीद करते हैं, लेकिन देखा जा रहा है कि फ्लू के साथ अन्य सामान्य सर्दी वाले वायरस से भी लोग पॉजिटिव हो रहे हैं.

RSV आसानी से फैलता 

अन्य वायरस, जो इस समय सामने आ रहे हैं, उनमें रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस या RSV शामिल है, जिसे यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) ने चेतावनी दी है कि इससे हल्के सर्दी जैसे लक्षण हो सकते हैं. UKHSA के सलाहकार और महामारी विशेषज्ञ डॉ. कोनल वाटसन ने कहा कि ज्यादातर लोगों के लिए RSV का मतलब सामान्य सर्दी है, लेकिन यह आसानी से फैलता है और शिशुओं में ब्रोंकियोलाइटिस का प्रमुख कारण है.

उल्टी, दस्त का कारण

ज्यादातर मामलों में इन्फ्लूएंजा और RSV दोनों अपने आप ठीक हो जाते हैं. हालांकि, यह छोटे बच्चों, शिशुओं और पहले से मौजूद सांस संबंधी समस्याओं वाले लोगों के लिए अस्पताल में भर्ती होने का कारण बन सकता है. वहीं, एक और वायरस के मामलों में भी हाल के सप्ताहों में संक्रमणों में वृद्धि देखी गई है, वह है नोरोवायरस. यह वायरस पेट को प्रभावित करता है और उल्टी और दस्त का कारण बनता है.

दोबारा बढ़े मामले

UKHSA के लिए गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगजनकों और खाद्य सुरक्षा निदेशालय के प्रोफेसर साहिर घरबिया ने कहा कि नोरोवायरस (Norovirus) को आमतौर पर शीतकालीन उल्टी बग के रूप में जाना जाता है. यह पूरे महामारी के दौरान सामान्य से निचले स्तर पर रहा, लेकिन जैसे लोगों ने अधिक मिलना शुरू कर दिया, मामलों की संख्या फिर से बढ़ने लगे हैं. 

LIVE TV

Trending news