Russian Nuclear Weapons: बेलारूस में होगी रूसी परमाणु हथियारों की तैनाती, दोनों देशों के बीच हुआ समझौता
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Russian Nuclear Weapons: बेलारूस में होगी रूसी परमाणु हथियारों की तैनाती, दोनों देशों के बीच हुआ समझौता

Russian Nuclear Weapons: बेलारूस के नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको और उनका शासन पुतिन के कट्टर सहयोगी हैं. बेलारूस की सीमा यूक्रेन के साथ-साथ रूस से भी लगती है.लुकाशेंको ने रूस को रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के लिए लॉन्चपैड के रूप में बेलारूसी क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति दी है. 

Russian Nuclear Weapons:  बेलारूस में होगी रूसी परमाणु हथियारों की तैनाती, दोनों देशों के बीच हुआ समझौता

Russian Nuclear Weapons Deployment in Belarus: रूस और बेलारूस ने गुरुवार को एक अहम समौझते पर हस्ताक्षर किए जिसके तहत बेलारूसी क्षेत्र में रूसी सामरिक परमाणु हथियारों को तैनात करने की प्रक्रिया को औपचारिक रूप दिया गया. हालांकि हथियारों का नियंत्रण मॉस्को के पास रहेगा.

गौरतलब है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस साल की शुरुआत में बेलारूस में कम दूरी के हथियारों की तैनाती की घोषणा की, जिसे व्यापक रूप से पश्चिम के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा गया हालांकि इस घोषणा ने यूक्रेन के लिए सैन्य समर्थन बढ़ाया. 

हथियारों को कब तैनात किया जाएगा इसकी घोषणा नहीं की गई थी, लेकिन पुतिन ने कहा बेलारूस में उनके लिए भंडारण सुविधाओं का निर्माण 1 जुलाई तक पूरा हो जाएगा. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बेलारूस में कितने परमाणु हथियार रखे जाएंगे.अमेरिकी सरकार का मानना है कि रूस के पास लगभग 2,000 सामरिक परमाणु हथियार हैं, जिनमें बम शामिल हैं जिन्हें विमान द्वारा ले जाया जा सकता है, कम दूरी की मिसाइलों और आर्टिलरी राउंड के लिए हथियार.

रूस ने इस्कंदर-एम मिसाइल प्रणाली बेलारूस को दी 
TASS ने बताया कि रूस ने इस्कंदर-एम सामरिक मिसाइल प्रणाली को पहले ही बेलारूसी सशस्त्र बलों को सौंप दिया है. यह सिस्टम पारंपरिक और परमाणु हथियार दोनों के साथ मिसाइलों का उपयोग करने में सक्षम है. 

परमाणु हथियार दो तरह के होते हैं. सामरिक परमाणु हथियारों (Tactical nuclear weapons) का उद्देश्य युद्ध के मैदान में दुश्मन सैनिकों और हथियारों को नष्ट करना होता है.इनकी रेंज अपेक्षाकृत कम होती है. वहीं लंबी दूरी की रणनीतिक मिसाइलों में लगे परमाणु हथियार पूरे शहर को नष्ट करने में सक्षम हैं.

रूस और बेलारूस के बीच घनिष्ठ संबंध 
बेलारूस के नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको और उनका शासन पुतिन के कट्टर सहयोगी हैं. बेलारूस की सीमा यूक्रेन के साथ-साथ रूस से भी लगती है.लुकाशेंको ने रूस को रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के लिए लॉन्चपैड के रूप में बेलारूसी क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति दी है. 

रूस और बेलारूस के बीच एक गठबंधन समझौता है जिसके तहत क्रेमलिन ऋण, रियायती रूसी तेल और गैस के माध्यम से बेलारूसी अर्थव्यवस्था को सब्सिडी देता है.
वहीं रूस ने पड़ोसी यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए बेलारूसी क्षेत्र का उपयोग किया और वहां सैनिकों और हथियारों की एक टुकड़ी को बनाए रखा.

परमाणु हथियारों की तैनाती को लेकर क्या है रूसी और बेलारूसी तर्क 
पुतिन का तर्क है कि बेलारूस में अपने सामरिक परमाणु हथियारों को तैनात करके, रूस संयुक्त राज्य अमेरिका का ही अनुसरण कर रहा है, यह देखते हुए कि अमेरिका के बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड और तुर्की में परमाणु हथियार तैनात हैं. 

सौदे पर हस्ताक्षर ऐसे समय में हुए जब रूस यूक्रेन के बहुप्रतीक्षित जवाबी हमले के लिए तैयार हो गया है. बेलारूस के रक्षा मंत्री विक्टर ख्रेनिन ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु के साथ बैठक में मिन्स्क में कहा, 'गैर-सामरिक परमाणु हथियारों की तैनाती हमारे लिए दुश्मन देशों की आक्रामक नीति के लिए एक प्रभावी प्रतिक्रिया है.'

शोइगु ने कहा, 'रूस और बेलारूस की पश्चिमी सीमाओं पर खतरों की अत्यधिक तीव्र वृद्धि के संदर्भ में, सैन्य-परमाणु क्षेत्र में जवाबी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया.'

(इनपुट - एजेंसी)

 

 

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