कोरोना संकट के बीच सऊदी अरब में चल रहा है शह-मात का खेल
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कोरोना संकट के बीच सऊदी अरब में चल रहा है शह-मात का खेल

कोरोना संकट (Corona Virus) के बीच सऊदी अरब में एक नया खेल शुरू हो गया है.

क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पर शाही परिवार के लोगों को रिहा करने का दबाव बढ़ा

रियाद: कोरोना संकट (Corona Virus) के बीच सऊदी अरब में एक नया खेल शुरू हो गया है. ये खेल है क्राउन प्रिंस की कैद से आजाद होने का और इसके लिए अमेरिका तक से संपर्क साधा जा रहा है. दुनिया के बाकी देशों की तरह सऊदी अरब भी कोरोना महामारी से प्रभावित है, वहांं लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लेकिन इसके बावजूद सत्‍ता के लिए शाही परिवार के बीच का झगड़ा अंतरराष्‍ट्रीय पटल पर पहुंच गया है. दरअसल इसके साथ ही क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Mohammad bin Salman) पर शाही परिवार के लोगों को रिहा करने का दबाव बढ़ने लगा है, जो 2018 से एक पांच सितारा होटल में हिरासत में हैं.  

  1. कोरोना संकट के बीच सऊदी अरब में एक नया खेल शुरू
  2. सऊदी अरब भी कोरोना महामारी से प्रभावित है
  3. अब यहां लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है

मोहम्मद बिन सलमान 2017 में क्राउन प्रिंस घोषित होने के बाद से अपने विरोधियों को रास्ते से हटाने के अभियान में व्यस्त रहे हैं. प्रिंस सलमान बिन अब्दुलअजीज (Salman bin Abdulaziz) उन 11 राजकुमारों में से एक हैं, जिन्हें 2 साल पहले गिरफ्तार किया गया था. पेरिस के सोरबोन विश्वविद्यालय (Sorbonne University) से पढ़ाई पूरी करने वाले 37 वर्षीय अब्दुलअजीज की कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है. उनके बारे में कहा जाता है कि वह गरीब जरुरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे. 

कई प्रिंस किए गए अरेस्‍ट
सऊदी अरब ने प्रिंस सलमान की गिरफ्तारी को जायज ठहराते हुए कहा था कि उन्हें गैरकानूनी विरोध के चलते गिरफ्तार किया गया है. वह पिछले दो सालों से बिना किसी आरोप के क्राउन प्रिंस की कैद में हैं. यूरोपीय संसद का एक प्रतिनिधिमंडल उनकी रिहाई के संबंध में फरवरी में रियाद आया था और अब उसने शीर्ष अमेरिकी लॉबिस्ट रॉबर्ट स्ट्रीक (Robert Stryk) से राजकुमार की रिहाई में मदद के लिए 2 मिलियन डॉलर का अनुबंध किया है.  

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस संभावित प्रतिद्वंद्वियों को बेरहमी से खत्म कर रहे हैं. उन्होंने भ्रष्टाचार से लड़ने के नाम पर 2017 में एक शाही कार्रवाई शुरू की, जिसका उद्देश्य था सत्ता हड़पना जो अब भी जारी है. इस साल मार्च में अधिकारियों ने क्राउन प्रिंस के भाई राजकुमार अहमद और भतीजे राजकुमार मोहम्मद बिन नाएफ को गिरफ्तार किया था. इस तरह मोहम्मद बिन सलमान ने नाएफ के रूप में सिंहासन के एक उत्तराधिकारी खत्म कर दिया. इतना ही नहीं, दो वयस्क बच्चों और नाएफ के एक वरिष्ठ सहयोगी के भाई को भी हिरासत में लिया गया.

राजकुमारी बेसमह बिन सऊद, जिन्हें प्रिंस नाएफ का करीबी माना जाता था, उन्हें उनकी बेटी के साथ बिना किसी आरोप में जेल में डाल दिया गया. वह भी वाशिंगटन और लंदन के वकीलों के माध्यम से अपनी रिहाई की गुहार लगा चुकी हैं. यह पहली बार है जब क्राउन प्रिंस को एक साथ कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना, कमजोर होता कच्चा तेल और अब शाही परिवार के सदस्यों की रिहाई को लेकर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा है.

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