South Korea News: यदि आप दक्षिण कोरिया में रहते हैं, तो बुधवार को आप एक या दो वर्ष छोटे हो जाते. दरअसल 28 जून से देश में लागू नए कानून की वजह से ऐसा हुआ है.
Trending Photos
South Korea Age Calculation Method: उम्र बढ़ने से बहुत से लोग डरते हैं, हर साल गिनते हुए युवा दिखने और महसूस करने की कोशिश करते हैं. यदि आप दक्षिण कोरिया में रहते हैं, तो बुधवार को आप एक या दो वर्ष छोटे हो जाते. दरअसल 28 जून से देश में लागू नए कानून ने देश की पारंपरिक पद्धति को हटाकर उम्र गणना की अंतरराष्ट्रीय पद्धति लागू कर दी है.
क्या सच में लोग युवा हो हो गए हैं?
सही मायनों में ऐसा नहीं है. कानून समय को पीछे नहीं लौटा सकता. हालांकि, यह जो करता है वह व्यक्ति की कानूनी उम्र से एक या दो साल कम कर देता है.
पारंपरिक आयु प्रणाली के तहत, दक्षिण कोरियाई लोगों को जन्म के समय एक वर्ष का माना जाता है, और प्रत्येक 1 जनवरी को एक और वर्ष जोड़ा जाता है.
रॉयटर्स के मुताबिक दक्षिण कोरिया जन्म के समय शून्य से आयु की गणना करने और प्रत्येक जन्मदिन पर एक वर्ष जोड़ने के अंतरराष्ट्रीय मानदंड का उपयोग 1960 के दशक से चिकित्सा और कानूनी उद्देश्यों के लिए कर रहा है. लेकिन इसके बावजूद, कई लोगों ने अपने रोजमर्रा के जीवन में पारंपरिक पद्धति का उपयोग करना जारी रखा.
दिसंबर में, देश ने पारंपरिक पद्धति को त्यागने और अंतरराष्ट्रीय मानक को पूरी तरह से अपनाने के लिए एक कानून पारित किया.
यह बदलाव लोगों को 'युवा' बनाने के अलावा और क्या करेगा?
अंतर्राष्ट्रीय आयु प्रणाली ( International Age System) के लागू होने से आयु गणना से संबंधित कानूनी विवादों, शिकायतों और सामाजिक भ्रम में कमी आने की उम्मीद है. सरकारी विधान मंत्री ली वान-क्यू ने सोमवार को कहा, 'हमें उम्मीद है कि उम्र की गणना करने के तरीके को लेकर पैदा हुए कानूनी विवाद, शिकायतें और सामाजिक भ्रम काफी हद तक कम हो जाएंगे.'
सितंबर 2022 में किए गए एक सरकारी सर्वेक्षण के अनुसार, 86 प्रतिशत दक्षिण कोरियाई लोगों ने संकेत दिया कि नए कानून लागू होने के बाद वे अपने दैनिक जीवन में अंतर्राष्ट्रीय प्राणाली का उपयोग करेंगे.
इन कामों को लिए अगल आयु प्रणाली जारी रहेगी
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि देश में भर्ती, स्कूल प्रवेश और शराब पीने और धूम्रपान के लिए कानूनी उम्र निर्धारित करने के लिए अभी भी एक अलग आयु प्रणाली मौजूद है. इन कामों के लिए व्यक्ति की आयु की गणना जन्म के समय शून्य से की जाती है और 1 जनवरी को एक वर्ष जोड़ा जाता है. अधिकारियों ने कहा है कि फिलहाल यही व्यवस्था रहेगी.