अपने आप को बेदाग साबित करें, G7 देशों ने नर्व एजेंट हमले पर रूस से मांगा जवाब
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अपने आप को बेदाग साबित करें, G7 देशों ने नर्व एजेंट हमले पर रूस से मांगा जवाब

जी 7 राष्ट्रों ने रूस से अनुरोध किया कि वह अंतरराष्ट्रीय कर्त्तव्यों के अनुसार ओपीसीडब्ल्यू को अपने अघोषित नोविचोक कार्यक्रम का खुलासा करें.

रूस के पूर्व जासूस सर्गेइ स्क्रिपल पर 4 मार्च को नर्व एजेंट से हमला हुआ था. (फाइल फोटो)

ओटावा: सात अग्रणी औद्योगिक देशों के समूह (जी 7) के विदेश मंत्रियों ने मंगलवार (17 अप्रैल) को रूस से कहा कि वह ब्रिटेन में पूर्व जासूस पर नर्व एजेंट हमले को लेकर अपने आप को बेदाग साबित करें. उन्होंने इस हमले को ‘‘सभी के लिए खतरा’’ बताया. उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘हम रूस से अपील करते हैं कि वह सालिसबरी में घटना से संबंधित सभी सवालों के तुरंत जवाब दें.’ जी 7 राष्ट्रों ने रूस से अनुरोध किया कि वह अंतरराष्ट्रीय कर्त्तव्यों के अनुसार ओपीसीडब्ल्यू को अपने अघोषित नोविचोक कार्यक्रम का खुलासा करें. नोविचोक जानलेवा रासायनिक पदार्थों का मिश्रण है जिसे 1970 और 1980 के दशक में सोवियत सरकार ने विकसित किया था.

  1. रूस के पूर्व डबल एजेंट सर्गेइ स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर हमला हुआ था.
  2. ब्रिटेन का कहना है कि यह नर्व एजेंट सोवियत संघ द्वारा विकसित किया हुआ था.
  3. रूस इस मामले में किसी तरह की संलिप्तता से लगातार इनकार करता रहा है.

पश्चिमी देशों ने ब्रिटेन के समर्थन में रूस के खिलाफ समन्वित कार्रवाई करते हुए उसके 150 से अधिक राजनयिकों को निष्कासित कर दिया और रूस ने भी ऐसी ही जवाबी कार्रवाई की जिसके बाद जी 7 देशों का बयान आया है. ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका के विदेश मंत्रियों के साथ-साथ यूरोपीय संघ ने कहा कि वे सालिसबरी में हमले की सख्त लहजे में निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि वे ब्रिटेन के इस अनुमान से सहमत है कि इस हमले के पीछे रूस का हाथ होने की प्रबल आशंका है.

इंग्लैंड के सालिसबरी शहर में चार मार्च को पूर्व डबल एजेंट सर्गेइ स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया एक बेंच पर गंभीर हालत में मिले थे. ब्रिटेन ने इस हमले के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन रूस ने किसी तरह की संलिप्तता से इनकार कर दिया. ब्रिटेन ने कहा कि पूर्व जासूस पर सोवियत संघ द्वारा बनाए गए नर्व एजेंट से हमला किया गया था. इस विवाद से राजनयिकों के निष्कासन का सिलसिला शुरू हो गया और रूस तथा पश्चिमी देशों के बीच तनाव पैदा हो गया.

जासूस को जहर देने का मामला: रूस ने UN में ब्रिटेन पर साधा निशाना
इससे पहले रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बीते 6 अप्रैल को ब्रिटेन के खिलाफ निशाना साधते हुए अमेरिकी फंतासी फिल्म ‘‘एलिस इन वंडरलैंड’’ और रूसी साहित्य का जिक्र करते हुए इंग्लैंड में पूर्व डबल एजेंट को जहर देने के आरोपों को खारिज किया. संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वैसिली नेबेंजिया ने परिषद में कहा था, ‘‘यह एक तरह का बेहूदा थिएटर जैसा है. क्या आप इससे बेहतर फर्जी कहानी लेकर नहीं आ सकते थे? हमने अपने ब्रिटिश सहकर्मियों को बता दिया है कि आप आग से खेल रहे हैं और आपको इस पर पछताना पड़ेगा.’’

(इनपुट एजेंसी से भी)

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