इस देश के राष्ट्रपति चाहते हैं महिलाएं बढ़ाएं देश की आबादी, गर्भनिरोधक का इस्तेमाल छोड़ें
Advertisement
trendingNow1456744

इस देश के राष्ट्रपति चाहते हैं महिलाएं बढ़ाएं देश की आबादी, गर्भनिरोधक का इस्तेमाल छोड़ें

सितंबर में एक रैली में तंजानियां के राष्ट्रपति ने कहा था कि तंजानिया की महिलाएं गर्भनिरोधक का इस्तेमाल बंद करें. वह तंजानियां की आबादी बढ़ाने में मदद करें.

इस देश के राष्ट्रपति चाहते हैं महिलाएं बढ़ाएं देश की आबादी, गर्भनिरोधक का इस्तेमाल छोड़ें

अरुषा (तंजानिया): पूरी दुनिया बढ़ती आबादी की समस्या से परेशान है. इसके लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन तंजानिया के राष्ट्रपति की सोच इसके ठीक उलट है. यहां राष्ट्रपति जॉन पॉम्बे मागुफुली की सोच ठीक उलट है. वह चाहते हैं कि यहां की महिलाएं देश की आबादी बढ़ाएं. भले तंजानियां में महिलाओं के खिलाफ हिंसा नई बात नहीं है. यहां पर महिलाओं का जीवन नरक के समान है. कई संगठन इस दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इस दिशा में पूरी सफलता मिलना बाकी है. इसी सितंबर में एक रैली में तंजानियां के राष्ट्रपति ने कहा था कि तंजानिया की महिलाएं गर्भनिरोधक का इस्तेमाल बंद करें. वह तंजानियां की आबादी बढ़ाने में मदद करें.

देश की आबादी बढ़े इसके लिए तंजानिया सरकार ने सभी फैमिली प्नानिंग के विज्ञापन रोक दिए हैं. इतना ही नहीं टीवी और रेडियो पर चलने वाले विज्ञापनों पर भी रोक लगा दी गई है. तंजानियां में सेक्स एजुकेशन की भारी कमी है. कई लड़कियां इसी अज्ञानता के कारण 15 से 16 साल की उम्र में मां बन रही हैं.

इस देश में गर्भवती युवतियों को नहीं है पढ़ने की इजाजत, साल में दो बार होता है प्रैग्नेंसी टेस्ट

तंजानियां की एक तिहाई लड़कियों की आबादी में ज्यादातर 15 से 19 वर्ष की उम्र में मां बन रही हैं. 37 फीसदी लड़कियों की 18 साल से पहले की उम्र में शादी हो रही है. यहां पर शादी से पहले लड़कियों से संबंध बनाने वाले लड़के या पुरुषों को 30 साल की जेल होती है. लेकिन लड़कियां उनका नाम बताएं, इसके लिए भी उन पर भारी दबाव होता है, कई बार तो उन्हें इसके लिए गिरफ्तार भी किया जाता है.

2015 में पोम्बे मागुफिल के सत्ता में आते ही कड़े हुए नियम
महिलाओं युवतियों के लिए पढ़ाई संबंधी नियम मौजूदा राष्ट्रपति पोम्बे मागुफिल के सत्ता में आते ही कड़े कर दिए गए. इसके बाद से ही प्रैग्नेंट लड़कियों और युवतियों की पढ़ाई पर रोक लगा दी गई. पिछले साल जून में मागुफिल ने एक सभा में इस बात पर जोर देते हुए कहा था कि गर्भवती युवतियों को पढ़ाई बिल्कुल इजाजत नहीं होगी. 2017 में इस पब्लिक रैली में उन्होंने कहा था, मेरे प्रशासन में प्रैग्नेंट युवतियों को पढ़ाई की इजाजत नहीं होगी. उन्हें वही जीवन चुनना होगा और बच्चे की देखभाल करनी होगी.

Trending news