ट्रंप ने जारी किया एग्जीक्यूटिव ऑर्डर, भारत के बाद अमेरिका में भी 'TikTok' बैन
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ट्रंप ने जारी किया एग्जीक्यूटिव ऑर्डर, भारत के बाद अमेरिका में भी 'TikTok' बैन

भारत के बाद अब अमेरिका का चीन पर डिजिटल स्ट्राइक .ट्रम्प ने जारी किया आदेश जिसमे साफ़ तौर पर लिखा है कि चीनी ऐप टिकटोक अगले 45 दिनों तक प्रतिबंधित रहेंगे. इसके संचालन की अनुमति अमेरिकी कानून के आधार पर ही मिलेगी.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने टिकटॉक (TikTok) ऐप (App) को 'खतरा' बताते हुए बाइटडांस कंपनी के खिलाफ कार्यकारी आदेश जारी किया है. इस आदेश में कहा गया है कि 45 दिन के दौरान अमेरिकी क्षेत्राधिकार के अधीन बाइटडांस के साथ कोई भी लेन-देन नहीं किया जाएगा. 

  1. आदेश जारी होने के अगले 45 दिनों तक 'टिकटोक' प्रतिबंधित 
  2. आदेश में भारत की कार्रवाई का हवाला 
  3. चीनी ऐप पर डाटा चोरी का लगाया आरोप  

अमेरिका ने भारतीय कार्रवाई का हवाला देते हुए आदेश में कहा, 'भारत सरकार ने हाल ही में पूरे देश में TikTok और अन्य चीनी मोबाइल ऐप के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है. भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि वे डाटा चोरी कर रहे थे और उपयोगकर्ताओं के डेटा को अनधिकृत तरीके से उन सर्वरों में प्रसारित कर रहे थे जिनके भारत के बाहर के सर्वर हैं.'

गलवान की घटना के कुछ दिनों बाद 29 जून को भारत ने TikTok सहित 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था. जिसके बाद बैन ऐप की सूची को और बढ़ा दिया गया है. 15 जून को भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हिंसक सामना हुआ जिसमें 20 भारतीय सैनिकों की मौत हो गई. इस झड़प में चीन के सैनिक भी जख्मी हुए थे. तब से भारत ने चीन पर डिजिटल स्ट्राइक करते हुए चीनी कंपनियों पर कार्रवाई किया है. 

यूएस डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी, ट्रांसपोर्टेशन सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन और यूनाइटेड स्टेट्स आर्म्ड फोर्सेज ने पहले ही फेडरल गवर्नमेंट फोन्स पर TikTok के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है.

अमेरिकी सरकार के आदेश में यह भी कहा गया है कि, 'टिकटॉक ऑटोमैटिकली यूजर्स की जानकारी जमा करता है. इसमें इंटरनेट और अन्य नेटवर्क की जानकारियां भी शामिल होती हैं. जैसे- लोकेशन डाटा, ब्राउजिंग और सर्च हिस्ट्री. इस डेटा को जमा कर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अमेरिकी लोगों को धमका सकती हैं और उसका दुरुपयोग कर सकती है.

साथ ही चीन को ये फायदा हो सकता है कि वह हमारे फेडरल कर्मचारियों और ठेकेदारों की लोकेशन जान सकती है. चीन इस सोशल मीडिया ऐप के जरिए जमा किए गए पर्सनल डेटा से अमेरिका के किसी भी नागरिक, बड़े अधिकारी को ब्लैकमेल कर सकता है. सिर्फ इतना ही नहीं इसके जरिए चीन अमेरिका में कॉर्पोरेट धोखाधड़ी या नुकसान कर सकता है.

इस आदेश में यह भी दावा किया गया है कि टिकटॉक (TikTok) हर उस कंटेंट के खिलाफ है जिसका विरोध चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अपने राजनीतिक लाभ के लिए करती है. यह भी हो सकता है कि टिकटॉक (TikTok) किसी जानकारी का गलत फायदा उठाकर कम्युनिस्ट पार्टी को लाभ पहुंचाए. " जैसे कि हांगकांग में उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों के बारे में डाटा एकत्रित कर,  ऐप का उपयोग कैसे किया गया है, के बारे में बताती है. 

चीन की कंपनी बाइटडांस (ByteDance) अगर टिकटॉक (TikTok) को अमेरिका में किसी को बेच दे तो हो सकता है कि यह प्रतिबंध हटा लिया जाएगा आदेश में लिखा है कि अगर बाइटडांस (ByteDance) के प्रबंधन को अपनी कंपनी या उससे जुड़ी अन्य कंपनियों को बेचने का मन है या इस तरह की कोई गतिविधि वे करना चाहते हैं तो वो लोग इस आदेश के सेक्शन 1(सी) के तहत अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ कॉमर्स से मिलें.

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