ब्रिटेन को मामूली मिस्‍टेक पड़ी भारी, अमेरिका की जगह सीक्रेट मेल पहुंची इस जगह
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ब्रिटेन को मामूली मिस्‍टेक पड़ी भारी, अमेरिका की जगह सीक्रेट मेल पहुंची इस जगह

UK News: ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘थोड़ी संख्या में ईमेल को गलती से गलत ईमेल डोमेन पर फॉरवर्ड किए जाने के बाद हमने एक जांच शुरू की है. हमें विश्वास है कि उनमें ऐसी कोई जानकारी नहीं थी जो ऑपरेशनल सिक्योरिटी या तकनीकी डाटा से समझौता कर सकती हो.‘

ब्रिटेन को मामूली मिस्‍टेक पड़ी भारी, अमेरिका की जगह सीक्रेट मेल पहुंची इस जगह

World News in Hindi: एक और मामला सामने आया है जहां महत्वपूर्ण सरकारी ई-मेल टाइपिंग एरर के कारण गलत एड्रेस पर पहुंच रहे हैं. टाइपिंग एरर के कारण अधिकारियों द्वारा अनजाने में एक करीबी रूसी सहयोगी देश को सीक्रेट ईमेल फॉरवर्ड करने के बाद ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने एक जांच शुरू की है.

गलत एड्रेस का मुद्दा सबसे पहले द टाइम्स ने रिपोर्ट किया था, जिसमें आगे उल्लेख किया गया था कि एक ईमेल पते से ‘I’ के आकस्मिक चूक के कारण माली को ‘छोटी संख्या’ में ईमेल भेजे गए थे. जो मेल पेंटागन के लिए थे, वे अमेरिकी सेना के ‘.mil’ के बजाय पश्चिम अफ्रीकी देश के ‘.ml’ डोमेन पर समाप्त होने वाले एड्रेस पर भेजे गए थे.

मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘थोड़ी संख्या में ईमेल को गलती से गलत ईमेल डोमेन पर फॉरवर्ड किए जाने के बाद हमने एक जांच शुरू की है. हमें विश्वास है कि उनमें ऐसी कोई जानकारी नहीं थी जो ऑपरेशनल सिक्योरिटी या तकनीकी डाटा से समझौता कर सकती हो.‘

और क्या कहा ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने?
प्रवक्ता ने कहा, ‘सभी संवेदनशील जानकारी गलत दिशा के जोखिम को कम करने के लिए डिज़ाइन किए गए सिस्टम पर साझा की जाती है. रक्षा मंत्रालय लगातार अपनी प्रक्रियाओं की समीक्षा करता है और वर्तमान में सूचना प्रबंधन, डाटा हानि की रोकथाम और संवेदनशील जानकारी के नियंत्रण में सुधार के लिए कार्य का एक कार्यक्रम चला रहा है.’

हाल ही में, अत्यधिक संवेदनशील जानकारी वाले लाखों अमेरिकी सैन्य ईमेल को माली में रीडायरेक्टेड किए जाने का कारण यही टाइपो था. लेकिन ब्रिटेन स्थित रिपोर्ट में तर्क दिया गया कि ब्रिटिश गलत का पैमाना अमेरिका जितना व्यापक नहीं था.

पुतिन ने अफ्रीकी नेताओं को मुफ्त अनाज देने का वादा किया
माली उन अफ़्रीकी देशों में से था, जिन्हें रूस से मुफ़्त अनाज मिलता था. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को अफ्रीकी नेताओं से कहा कि वह पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद उन्हें हजारों टन अनाज उपहार में देंगे.

सेंट पीटर्सबर्ग में रूस-अफ्रीका शिखर सम्मेलन में पुतिन ने कहा, ‘हम अगले तीन से चार महीनों में बुर्किना फासो, जिम्बाब्वे, माली, सोमालिया, मध्य अफ्रीकी गणराज्य और इरिट्रिया को 25-50,000 टन मुफ्त अनाज उपलब्ध कराने के लिए तैयार होंगे.’

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