अमेरिका ने उत्तर कोरिया की बढ़ाई मुश्किलें, IT कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध
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अमेरिका ने उत्तर कोरिया की बढ़ाई मुश्किलें, IT कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध

अमेरिका ने चीन और रूस स्थित उत्तर कोरिया के नियंत्रण वाली दो सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है.

व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि परमाणु निरस्त्रीकरण पर कोई प्रगति नहीं हुई है.(फाइल फोटो)

वॉशिंगटन:  अमेरिका ने कंपनियों पर अवैध रूप से प्योंगयांग को धन भेजने का आरोप लगाया. वित्त मंत्री स्टीवन मनुचिन ने गुरुवार को कहा, "इन प्रतिबंधों का उद्देश्य विदेश स्थित आईटी कंपनियों से अवैध रूप से धन को उत्तर कोरिया भेजने से रोकना है. " यह प्रतिबंध ऐसे समय में लगाए गए हैं, जब अमेरिका कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए उत्तर कोरिया सरकार पर दबाव बना रही है.

मंत्री ने कहा,"जब तक उत्तरी कोरिया पूरी तरह से परमाणु निरस्त्रीकरण पर खरा नहीं उतरता, तब तक अमेरिका प्रतिबंधों को पूरी तरह कार्यान्वित करना जारी रखेगा. " व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि परमाणु निरस्त्रीकरण पर कोई प्रगति नहीं हुई है जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उत्तरी कोरियाई नेता किम जोंग-उन के साथ दूसरे शिखर सम्मेलन पर विचार कर रहे हैं.

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ट्रंप और उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन ने सिंगापुर में बीते जून में ऐतिहासिक मुलाकात की थी. 

अमेरिका: किम जोंग ने ट्रंप को लिखा गर्मजोशी भरा पत्र, कहा- दोबारा मिलना चाहता हूं
इससे पहले उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ‘‘बहुत गर्मजोशी भरा’’ पत्र लिखकर उनसे दूसरी शिखर बैठक का अनुरोध किया था. व्हाइट हाउस ने कहा है कि वह पहले से ही संभावित बैठक के लिए जमीन तैयार करने की प्रक्रिया में है. दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच पहली बैठक इस साल जून में सिंगापुर में आयोजित की गई थी. दोनों नेताओं के बीच शिखर वार्ता में हाथ मिलाए जाने और इसे ‘‘ऐतिहासिक’’ बताए जाने के बाद से अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच बातचीत रूकी है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘राष्ट्रपति को किम जोंग उन का पत्र मिला है.

यह गर्मजोशी से भरा और सकारात्मक पत्र है. हम तबतक पूरा पत्र जारी नहीं कर सकते हैं जबतक उत्तर कोरिया के नेता ऐसा करने के लिए सहमत नहीं होते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘पत्र का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रपति के साथ दूसरे दौर की बैठक का आग्रह और कार्यक्रम तय करना है, जिसके लिए हम तैयार हैं और उसके लिए पहले से ही समन्वय की प्रक्रिया में हैं. ’’

इनपुट आईएएनएस से भी

 

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