ब्रिटेन में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ्तार, एक दिन में सामने आए सबसे ज्यादा मामले
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ब्रिटेन में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ्तार, एक दिन में सामने आए सबसे ज्यादा मामले

कोरोना (Corona) के मामलों में एक बार फिर से बढ़ोत्तरी होना शुरू हो गया है. ब्रिटेन में एक दिन में अब तक के सबसे ज्यादा मामले सामने आये हैं. इसके साथ ही मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है.

 

फाइल फोटो

लंदन: ब्रिटेन में कोरोना (CoronaVirus) संक्रमण ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है. गुरुवार को संक्रमण के जितने मामले दर्ज किये गए, वो अब तक सामने आये दैनिक मामलों में सबसे ज्यादा हैं. कोरोना प्रभावितों के बढ़ते आंकड़े ने सरकार की नींद उड़ा दी है. संक्रमण को सीमित करने के लिए ब्रिटेन ने लॉकडाउन (Lockdown) भी लगाया हुआ है, लेकिन उससे खास फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा.

  1. यूके में लगातार बढ़ता जा रहा है संक्रमण 
  2. हालात से निपटने के लिए सरकार ने लॉकडाउन लगाया 
  3. मौतों की संख्या में भी दर्ज किया गया इजाफा

अब तक 50,000 से अधिक मौतें
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, गुरुवार को 33,470 नए मामले दर्ज किए गए. इससे एक दिन पहले यानी बुधवार को यह संख्या 10,520 थी. महज 24 घंटों में आए इस बड़े अंतर ने स्पष्ट कर दिया है कि ब्रिटेन में हालात फिर से बिगड़ते जा रहे हैं. इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 1.3 मिलियन हो गया है. जबकि अब तक 50,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

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यह चिंता की बात है
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के चिकित्सा निदेशक प्रोफेसर स्टीफन पॉविस (Professor Stephen Powis) ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि दैनिक मामलों में आये उछाल की महामारी के शुरुआती दिनों से तुलना नहीं की जा सकती. क्योंकि उस समय टेस्टिंग का प्रतिशत कम था. हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि संक्रमण की बढ़ती रफ्तार चिंता का विषय है. 

मौत का आंकड़ा भी बढ़ा 
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को COVID-19 से 595 लोगों की मौत हुई. मंगलवार को यह संख्या 532 थी. गुरुवार के आंकड़े अभी जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन आशंका है कि मौतों की रफ्तार में तेजी दर्ज की गई होगी. कोरोना के प्रकोप को देखते हुए सरकार ने इंग्लैंड पर एक महीने का राष्ट्रीय लॉकडाउन लगा दिया है, जो 2 दिसंबर को समाप्त होगा.

नियमों में दी ढील
ब्रिटेन सरकार ने सात नवंबर को एक आदेश में कहा था कि केवल ब्रिटिश नागरिकों और यूके के निवासियों को डेनमार्क से यहां प्रवेश की अनुमति होगी, लेकिन उन्हें 14 दिनों तक क्वारंटीन होना होगा. अब सरकार ने नियमों में ढील देते हुए ऐसे डेनिश और आइसलैंडिक पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ियों और कर्मचारियों ब्रिटेन आने की अनुमति दे दी है, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए यात्रा करनी है. 

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सुरक्षित देशों की सूची में बदलाव
ब्रिटेन सरकार ने सुरक्षित देशों की अपनी सूची में भी कुछ बदलाव किये हैं. ग्रीस को इस सूची से बाहर कर दिया गया है. जबकि संयुक्त अरब अमीरात, कतर, तुर्क्स और कैकोस द्वीप समूह, लाओस, आइसलैंड, कंबोडिया, चिली और बहरीन को सुरक्षित देशों की सूची में जोड़ा गया है. यानी इन देशों से ब्रिटेन आने वालों को क्वारंटाइन में नहीं रहना होगा.

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