Trending Photos
कीव: रूस के यूक्रेन पर हमले (Russia-Ukraine War) से पहले माना जा रहा था कि अगर व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) जंग जैसा फैसला लेते हैं, तो अमेरिका और NATO पूरी तरह से यूक्रेन का साथ देंगे. लेकिन यूक्रेन अकेला ही शक्तिशाली रूस का सामना कर रहा है. यूएस ने अपनी सेना भेजने से इनकार कर दिया है. पश्चिमी देशों के इस ‘धोखे’ पर यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने अपना गुस्सा बयां किया है. उन्होंने कहा है कि हमें रूस से मुकाबले के लिए अकेला छोड़ दिया गया.
राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें अपनी रक्षा के लिए अकेला छोड़ दिया गया है. कौन हमारे साथ रूस से लड़ने को तैयार है? मुझे कोई नजर नहीं आता. कौन यूक्रेन को NATO की सदस्यता की गारंटी देता है? हर कोई डरा हुआ है'. बता दें कि रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला बोल दिया है. पहले दिन ही करीब 137 यूक्रेनियन के मारे जाने की खबर है. हमले के बाद आधी रात को राष्ट्रपति जेलेंस्की ने वीडियो संदेश जारी कर पश्चिमी देशों के रुख पर अपनी भड़ास निकाली.
ये भी पढ़ें -क्या रूसी हमले पर भारत आपके साथ खड़ा है? बाइडेन ने दिया ये जवाब
वलोडिमिर जेलेंस्की ने यह भी कहा कि भले ही रूस उन्हें अपना टारगेट नंबर 1 मानता है, लेकिन वो और उनका परिवार यूक्रेन छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे. इस बीच, जेलेंस्की ने यूक्रेनी सेना को आगे बढ़ने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. रूसी सेना की तरफ से यूक्रेन पर अब भी बमबारी हो रही है. जिस तरह का माहौल है, उसे देखकर लग नहीं रहा कि पुतिन यूक्रेन पर पूरी तरह कब्जे से पहले रुकेंगे.
वहीं, फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां यवेस ले ड्रियन (French Foreign Minister Jean Yves Le Drian ) ने गुरुवार को कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जब परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दे रहे हैं तो उन्हें यह समझने की जरूरत है कि नाटो भी एक परमाणु गठबंधन है. गौरतलब है कि रूस के इस हमले को दूसरे विश्व युद्ध के बाद से अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. साथ ही रूस ने यूक्रेन के 70 से अधिक ठिकानों को नष्ट करने का दावा किया है.
इनपुट: AFP