कोरोना को मात देगी ये ‘गोली’, मौत के खतरे को 88 प्रतिशत कम करने का दावा
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कोरोना को मात देगी ये ‘गोली’, मौत के खतरे को 88 प्रतिशत कम करने का दावा

कोरोना से जंग में अमेरिका को एक नया हथियार मिल गया है. यूएस सरकार ने फाइजर कंपनी की गोली ‘पैक्सलोविड’ के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. सरकार का कहना है कि इस गोली से कोरोना के खतरे को काफी कम किया जा सकता है. 

फाइल फोटो

वॉशिंगटन: कोरोना से जंग (Fight Against Coronavirus) में अमेरिकी स्वास्थ्य नियामकों ने बुधवार को एक ऐसी दवा को मंजूरी दी, जिसे राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने वैश्विक महामारी से निपटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है. यह दवा ‘फाइजर’ की एक गोली है, जिसे अमेरिका के लोग संक्रमण के खतरनाक असर से बचने के लिए घर पर ही ले पाएंगे.

  1. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बताया महत्वपूर्ण कदम
  2. जल्द ही एक और गोली आएगी बाजार में
  3. फाइजर ने तैयार की है पैक्सलोविड टैबलेट
  4.  

शुरुआत में सीमित होगी आपूर्ति

राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि उनका प्रशासन दवा का सामान वितरण सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाएगा. यह ‘पैक्सलोविड’ दवा संक्रमण की चपेट में आते ही उससे निपटने का एक बेहतर तरीका है, हालांकि इसकी प्रारंभिक आपूर्ति बेहद सीमित होगी. गौरतलब है कि संक्रमण से निपटने के लिए अब तक जिन दवाओं को अधिकृत किया गया है, उन सभी के लिए आईवी या इंजेक्शन की जरूरत होती है.

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'कोरोना से जंग में ऐतिहासिक कदम'

वहीं, ‘मर्क’ दवा कंपनी की भी एक संक्रमण रोधी गोली को जल्द ही अधिकृत किया जा सकता है. अमेरिका ने पैक्सलोविड टैबलेट को बनाकर कोरोना से जूझ रहे लोगों में मौत के खतरे को कम करने का दावा किया है. यूएस वैज्ञानिक पैट्रिजिया कैवाजोनी ने बताया कि वायरस के उपचार के लिए टैबलेट सफलतापूर्वक तैयार कर ली गई है. कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में ये ऐतिहासिक कदम है. 

2,200 लोगों पर किया गया परीक्षण

फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष अल्बर्ट बोरूला ने बताया कि अस्पताल में कोरोना का इलाज कर रहे 2,200 लोगों पर इस टैबलेट का परीक्षण करने पर अप्रत्याशित परिणाम सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि इस टैबलेट से मौत के जोखिम को 88 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है. उधर, एक्सपर्ट्स का कहना है कि चूंकि टैबलेट के काम करने का तरीका ऐंटिबॉडीज या वैक्सीन के तरीके से थोड़ा अलग है, इसलिए ये टैबलेट ओमिक्रॉन ही नहीं कोरोना के किसी भी वैरिएंट के खिलाफ कारगर हो सकती है.

इनपुट: भाषा

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