अमेरिका ने दी उत्तर कोरिया पर हमले की आखिरी तारीख
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अमेरिका ने दी उत्तर कोरिया पर हमले की आखिरी तारीख

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर उसके साथ बातचीत की संभावना को लेकर वह तैयार हैं.

परमाणु हथियारों को लेकर डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग में जुबानी जंग चल रही है.

वॉशिंगटन: अमेरिका ने उत्तर कोरिया के साथ सुलह का संकेत देते हुए कहा है कि पहला बम गिरने तक हमारी ओर से उत्तर कोरिया के साथ राजनयिक कोशिशें जारी रहेंगी. रेक्स टिलरसन ने कहा कि उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह आदेश दिया है. एक स्थानीय न्यूज चैनल से बातचीत में विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा, 'ट्रंप ने साफ शब्दों में उनसे कहा है कि उत्तर कोरिया के साथ राजनयिक प्रयासों को जारी रखें.' 

  1. ट्रंप ने प्योंगयांग को 19 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में चेतावनी दी थी.
  2. उत्तर कोरिया लगातार परमाणु परीक्षण कर रहा है.
  3. इसी वजह से संयुक्त राष्ट्र ने कई प्रतिबंध भी उत्तर कोरिया पर लगाए हैं.

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर उसके साथ बातचीत की संभावना को लेकर वह तैयार हैं. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, ट्रंप ने व्हाइट हाउस में शुक्रवार (13 अक्टूबर) को संवाददाताओं से कहा, "हम देख रहे हैं कि उत्तर कोरिया के साथ क्या हो सकता है. मैं यही कह सकता हूं. हम हर तरह से तैयार हैं." उन्होंने कहा, "यदि हम बातचीत कर सकते हैं, तो मैं हमेशा से तैयार हूं. लेकिन बातचीत के अलावा कुछ और होगा, तो मेरा यकीन करें हम उसके लिए भी तैयार हैं, जितना कि हम कभी नहीं थे."

उत्तर कोरिया को लेकर कुछ तो किया जाना चाहिए : डोनाल्ड ट्रंप

दो हफ्ते पहले, ट्रंप ने अपने विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन की टिप्पणियों को नकार दिया था, जिसमें यह संकेत था कि अमेरिका उत्तर कोरिया के साथ सीधे तौर पर संपर्क और बातचीत के लिए तैयार है. ट्रंप ने एक अक्टूबर को ट्वीट किया था, "मैंने अपने विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन से कहा दिया कि रॉकेट मैन के साथ वार्ता की कोशिश कर वह अपना समय बर्बाद कर रहे हैं."

ट्रंप ने कहा, "रेक्स अपनी ऊर्जा बचाइए, जो करना है हम उसे करेंगे." उस ट्वीट के एक दिन बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा था कि प्योंगयांग के साथ बातचीत सिर्फ वहां हिरासत में रखे गए अमेरिकियों को वापस लाने के लिए हुई है." उन्होंने कहा कि कि इसके अलावा, उत्तर कोरिया के साथ कोई बातचीत नहीं होगी.

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की धमिकयों के जवाब में उत्तर कोरिया ने कहा था कि वह अमेरिका पर आग बरसाएगा। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योंग-हो ने बुधवार (11 अक्टूबर) को रूस की समाचार एजेंसी तास को दिए एक साक्षात्कार में अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उनका बयान ऐसे वक्त पर आया है जब प्योंगयांग द्वारा बार बार परमाणु परीक्षण और ट्रंप के जुबानी वार पर उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। री ने कहा, "यह सभी सुरक्षा कर्मियों और उत्तर कोरिया के लोगों की ढृढ़ इच्छा है कि अमेरिका पर आग की वर्षा करें।"

उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने सितंबर में हुए संयुक्त राष्ट्र की आम सभा के नियमित सत्र में भाग लिया था जिस दौरान ट्रंप ने 3 सितंबर को परमाणु परीक्षण समेत कई हथियार कार्यक्रम को लेकर उत्तर कोरिया को 'पूरी तरह से नष्ट' करने की धमकी दी थी।

ट्रंप के संयुक्त राष्ट्र में दिए बयान का हवाला देते हुए री ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र मंच पर दिए लड़ाकू और पागल जैसे बयान से, ट्रंप का ऐसा कहना, हमारे खिलाफ युद्ध की बाती जलाने जैसा है।" उन्होंने कहा,"हमें इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने की जरूरत है शब्दों से नहीं बल्कि एक आग से।"

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