PM मोदी और मनमोहन सिंह की इन तस्वीरों के आप क्या मायने निकालेंगे?
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PM मोदी और मनमोहन सिंह की इन तस्वीरों के आप क्या मायने निकालेंगे?

संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) ने मजाकिया लहजे में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra modi) अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं. इसपर पीएम मोदी दोस्तों के बीच होने वाले 'दे ताली' अंदाज में डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) से हाथ मिलाकर ठहाका लगाते दिखे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों या पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, अमेरिकी राष्ट्रपति दोनों से गर्मजोशी से मिलते रहे हैं.

नई दिल्ली: फ्रांस के बिआरित्ज शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra modi) और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) की मुलाकात हुई. इस मुलाकात को जम्मू कश्मीर पर पीएम मोदी की ओर से डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) को सामने से हिदायत देने के लिए जाना जाएगा, लेकिन दोनों नेताओं के मुलाकात का तरीका भी दुनिया के बाकी के देशों के लिए काफी कुछ संदेश दे गया. संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) ने मजाकिया लहजे में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra modi) अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं. इसपर पीएम मोदी दोस्तों के बीच होने वाले 'दे ताली' अंदाज में डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) से हाथ मिलाकर ठहाका लगाते दिखे. दोनों नेताओं के मुलाकात का अंदाज देखकर ऐसे लग रहा था जैसे दो दोस्त आपस में बातचीत कर रहे हों.

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अंतरराष्ट्रीय मंचों पर राष्ट्राध्यक्षों को प्रोटोकॉल का काफी ध्यान रखना होता है. प्रोटोकॉल का सीधा असर कूटनीति से जुड़ा होता है. मुलाकात के वक्त राष्ट्रध्यक्ष बारीक से बारीक बातों का ध्यान रखते हैं. उदाहरण के तौर मुलाकात के वक्त अगर चाय आई है तो पहले किस नेता ने चाय की चुस्की लेना शुरू किया है, यह गौर किया जाता है. जब दो नेता मिल रहे हैं तो दोनों की बॉडी लैंग्वेज कैसी रही, कौन किसके कंधे पर हाथ रखे हुए है आदि.

वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra modi) और पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह (Manmohan singh) कई मौकों पर अलग-अलग मौकों पर अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात कर चुके हैं. पीएम मोदी से पहले मनमोहन सिंह (Manmohan singh) का भी अमेरिका गर्मजोशी से स्वागत करता रहा है. दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में जब दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के राष्ट्रध्यक्ष का सम्मान होता देख हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. ऐसे ही मुलाकात की कुछ तस्वीरें आपके लिए जुटाए हैं, जिसे देखकर आप मायने निकाल सकते हैं.

अगर आप सामान्य इंसान हैं फिर भी मनमोहन सिंह (Manmohan singh) और पीएम मोदी की इन तस्वीरों को देखेंगे तो काफी कुछ समझ सकते हैं.

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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा (Barack Obama) और मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) के साथ पीएम मादी के मिलने का अंदाज देखकर आप समझ सकते हैं कि वे अमेरिका के साथ दोस्ताना संबंध रखने के पक्षधर हैं, ना कि विकासशील और विकसित देश की. प्रोटोकॉल के हिसाब से अगर पीएम मोदी के ट्रंप और ओबामा के साथ मुलाकात की तस्वीरों को देखें तो साफ तौर से दिख रहा है कि वह उनके साथ बिल्कुल ही दोस्ताना हैं.

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पीएम मोदी अक्सर अपने भाषणों में कहते हैं कि वह दुनिया के शक्तिशाली देशों से आंख से आंख मिलाकर बातें करना चाहते हैं. उनकी कही यह बात इन दोनों तस्वीरों में साफ तौर से दिख रहा है. इसी एजेंडे के तहत पीएम मोदी ने ट्रंप के बगल में बैठकर उन्हें संदेश दे दिया कि जम्मू कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा है इसलिए वे इसमें कोई दखल नहीं चाहते हैं. पीएम मोदी इस दृढ़ता के सामने ट्रंप ने भी अपने बयान से तुरंत यू-टर्न ले लिया और कहा कि भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय मुद्दों को आपस में सुलझाएं.

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पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा (Barack Obama) कह चुके हैं कि पीएम मोदी के साथ डॉक्टर मनमोहन भी उनके अच्छे दोस्त हैं. इससे पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश (George W. Bush) खुद से मनमोहन सिंह (Manmohan singh) की पेंटिंग बनाकर बता चुके हैं कि उनका भारत के पूर्व पीएम के साथ कैसा रिश्ता है.

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इन सबके के साथ अगर आप मनमोहन सिंह (Manmohan singh) की ओबामा और बुश के साथ की तस्वीरें देखेंगे तो काफी कुछ समझ पाएंगे. आप अंदाजा लगा पाएंगे.

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उदाहरण के तौर पर तस्वीरों में दिख रहा है कि ओबामा और बुश दोनों का हाथ मनमोहन सिंह (Manmohan singh) के कंधे पर दिख रहा है. मिलने का यह अंदाज भी दोस्ती का परिचायक है, लेकिन साथ ही यह भी संकेत मिल रहे हैं कि शायद अमेरिकी राष्ट्रपति यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हों कि वे भारत से ऊपर हैं.

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