रूस से क्या है ISIS खुरासान की दुश्मनी, क्या व्लादिमीर पुतिन की नीति है जिम्मेदार?
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रूस से क्या है ISIS खुरासान की दुश्मनी, क्या व्लादिमीर पुतिन की नीति है जिम्मेदार?

ISIS खुरासान ने रूप पर मौजूदा दौर का सबसे बड़ा आतंकी हमला किया है, जिसमें 143 लोगों की मौत हो गई, लेकिन आखिर टेररिस्ट अटैक के पीछे की असल वजह क्या है.

रूस से क्या है ISIS खुरासान की दुश्मनी, क्या व्लादिमीर पुतिन की नीति है जिम्मेदार?

What is ISIS Khorasan: रूस के फेमस क्रॉकस सिटी हॉल में आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है, क्योंकि इस वारदात में 143 लोगों ने अपनी जान गंवाई को सैंकड़ों लोग जख्मी हो गए. जानकारी के मुताबिक इस टेररिस्ट अटैक में 4 लोग शामिल थे. आईएसआईएस खुरासान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. इसको लेकर ये आतंकी संगठन ने बाकायदा एक सोशल मीडिया पोस्ट किया था. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि ये टेररिस्ट ऑर्गेनाइजेशन की रूस से क्या दुश्मनी है और क्या इसके पीछे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की नीति को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है?

 

क्या है ISIS खुरासान?

ISIS खुरासान आतंकी ग्रुप इस्लामिक स्टेट ऑफ ईराक एंड सीरिया का रिजनल ब्रांच है जो साउथ सेंट्रल एशिया में एक्टिव है जिसमें अफगानिस्तान, ईरान, पाकिस्तानऔर तुर्कमेनिस्तान के कुछ इलाके शामिल हैं. इसका हेडक्वार्टर अफगानिस्तान का अचिन जिला है और इस संगठन ने अपना पहला ऑपरेशन 26 जनवरी 2015 को शुरू किया था. खुरासान असल में ईरान का एक प्रांत है वहीं से ये शब्द लिया गया है. यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल ISIS खुरासान ढाई सौ आतंकवादी हैं,  तो वहीं अमेरिका की मानें तो ये संख्या हजार में है. 

ISIS खुरासन के प्रमुख हमले

-24 जनवरी 2018 को ISIS खुरासान ने अफगानिस्ता के जलालाबाद शहर में 'सेव द चिल्ड्रेन' के ऑफिस में बम और गोलियों से हमला किया जिसमें 6 लोगों की जान गई और 27 घायल हुआ. इस हमले के बाद 'सेव द चिल्ड्रेन' ने अफगानिस्तान में अपने ऑपरेशन को सस्पेंड कर दिया.

-17 अगस्त 2019 को काबुल के एक मैरिज हॉल में ISIS खुरासन ने सुसाइड बॉम्बिंग की जिसमें 92 लोग मारे गए और 140 से ज्यादा लोग घायल हुए. आतंकी संगठन ने बताया कि ये हमला शिया समुदाय के लोगों पर किया गया था.

-26 अगस्त 2021 को ISIS खुरासन ने काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमला किया जिसमें 170 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, जिसमें तालिबान के 28 सदस्य और यूएस मिलिट्री के 13 सैनिक शामिल थे. 

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रूस से ISIS खुरासान की दुश्मनी की वजह?

ISIS खुरासान रुस और वहां के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कट्टर दुश्मन है, इसके पीछे पुतिन की नीति बताई जाती है. ये आतंकी संगठन कई मौकौं पर रशियन प्रेसिडेंट का खुलकर विरोध कर चुका है. दरअसल ISIS खुरासान रूस में रह रहे मुसलमानों पर कथित जुल्म और हिंसा के लिए पुतिन को जिम्मेदार मानता है. इसके अलावा पुतिन ने ISIS के खात्मे के लिए कई ऑपरेशन चलाए हैं. साथ ही अफगानिस्तान की मौजूदा तालिबान सरकार से कई समझौते किए हैं. ये वो प्रमुख कारण हैं जिसकी वजह से रूस और ISIS खुरासन के बीच 36 का आंकड़ा है.

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