मौत की दहशत, लोन वुल्फ अटैक...क्या है ISIS, जो कमजोर होकर भी बना हुआ है आतंक की फैक्टरी?
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मौत की दहशत, लोन वुल्फ अटैक...क्या है ISIS, जो कमजोर होकर भी बना हुआ है आतंक की फैक्टरी?

What is Islamic State: हाल ही में अमेरिका के अंदर न्यू ईयर पार्टी में लोगों को ट्रक से कुचलने वाले मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. दावा किया जा रहा है कि ट्रक के अंदर खूंखार आतंकी संगठन ISIS का झंडा मिला है. साथ ही कुछ अन्य खतरनाक हथियार भी बरामद किए गए हैं. 

मौत की दहशत, लोन वुल्फ अटैक...क्या है ISIS, जो कमजोर होकर भी बना हुआ है आतंक की फैक्टरी?

अमेरिका के न्यू ऑर्लियंस में नए साल के मौके पर चल रहा जश्न उस समय मातम में बदल गया जब वहां एक ट्रक ने लोगों को कुचलना शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि जश्न में शामिल होने वाली भीड़ पर शम्सुद्दीन जब्बार नाम के हमलावर ने ट्रक से लोगों को बुरी रौंदा. इसके अलावा उसने वहां मौजूद लोगों पर गोलियां भी बरसाईं. हमलावर जब्बार को लेकर कहा जा रहा है कि वह 42 वर्ष का था और जिस ट्रक से उसने भीड़ को रौंदा है उसमें आतंकी संगठन ISIS का झंडा लगा हुआ था. 

1 करोड़ की सैलरी पर कर चुका है काम

इस घटना को लेकर अमेरिका की जांच एजेंसी FBI का कहना है कि हमारा मानना है कि इस हमले में जब्बार के अलावा कुछ और लोग भी शामिल थे. FBI ने दावा किया है कि जब्बार का जन्म टेक्सास में हुआ था और जॉर्जिया यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद उसने एक MNC कंपनी में नौकरी भी थी. इस कंपनी नौकरी के दौरान जब्बार की सैलरी 1 लाख 20 हजार डॉलर (तकरीबन 1 करोड़ भारतीय रुपये) थी. इसके अलावा उसने तकरीबन 10 वर्षों तक सेना में HR स्पेशलिस्ट और IT स्पेशलिस्ट के तौर पर भी काम किया है. 

ट्रक में क्या-क्या मिला?

अब ऐसे में सभी के ज़हन में सवाल उठ रहा है कि आखिर इस तरह के इंसान को क्या हुआ होगा, जो वह ISIS जैसी आतंकी संगठन के साथ जुड़ गया, जुड़ा भी है या नहीं? उसने यह हमला क्यों किया और किसके कहने पर किया, इस बारे में अभी जांच चल रही है लेकिन ट्रक से एआर-स्टाइल राइफल, पिस्तौल और कुछ बम मिले हैं. इसके अलावा उस ट्रक पर ISIS का झंडा होने की बात भी कही जा रही है. तो फिर चलिए जानते हैं कि यह आतंकी संगठन क्या है?

क्या है आतंकी संगठन ISIS

ISIS एक आतंकवादी संगठन है, जिसका पूरा नाम इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड सीरिया (Islamic State in Iraq and Syria) है. इसके अलावा इस संगठन को IS के नाम भी जाना जाता है. IS का गठन साल 2013 में किया गया था. यह संगठन एक अन्य आतंकी संगठन अल-कायदा से अलग होकर बना था और 2014 में इसके नेता अबू बकर अल-बगदादी के नेतृत्व में इराक और सीरिया में बड़े इलाके पर कब्जा कर लिया था. संगठन की शुरुआत में अलकायदा ने इसकी काफी मदद की थी. हालांकि अब यह अल कायदा से भी ज्यादा मजबूत संगठन के तौर पर जाना जाता है. इस संगठन की मजबूती का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इसके पास दुनिया के सभी आतंकी संगठनों में सबसे बड़ा बजट है. एक जानकारी के मुताबिक ISIS का बजट तकरीबन 2 अरब डॉलर है. 

संगठन प्रमुख ने खुद को बम से उड़ाया

बगदादी ने अपने कंट्रोल में आने वाले इलाकों में जमकर क्रूरता करने के अलावा इस्लाम ना मानने वाले और अपने विचारों से असहमत लोगों को निशाना बनाया. हालांकि 2019 में अमेरिका के नेतृत्व वाली सैन्य कार्रवाई के बाद इसे अपने कब्जे वाले क्षेत्रों से हटा दिया गया और अल-बगदादी ने खुद को धमाके से उड़ा लिया. संगठन के प्रमुख अबू बक्र अल बगदादी ने 2014 में ही खुद को बम धमाके में इसलिए उड़ा लिया था, क्योंकि अमेरिकी फौज उस उसपर हमला करने के लिए करीब पहुंच चुकी थी. बगदादी ने विस्फोटक जैकेट पहनी हुई थी, जिसकी मदद से उसने खुद को उड़ा लिया. इस हमले में बगदादी के साथ दो और बच्चों की भी मौत हुई थी. 

दुनियाभर में फैलाए अपने पांव

वर्तमान में ISIS कमजोर हो गया है लेकिन सीरिया और इराक में फिर से उठने की कोशिश कर रहा है. आज ISIS एक संगठन से ज्यादा 'ब्रांड' के तौर पर काम कर रहा है, जो दुनिया भर में व्यक्तिगत लोगों और अन्य संगठनों को कट्टरपंथी बना रहा है. इसके विचारों से प्रेरित होकर कई लोग और समूह आतंकवादी हमले कर रहे हैं. अफ्रीका, एशिया और यूरोप में इसके सहयोगी संगठन एक्टिव हैं और कई बड़े हमले कर चुके हैं.

ISIS के ज़रिए किए गए हमले

ISIS ने कई बड़े हमलों को अंजाम दिया. कई बार सीधे तौर तो कई बार इसके सहयोगी संगठन आतंक का साया बनकर कहर ढाते हैं. नीचे हम कुछ इसी तरह के हमलों के बारे में बताने जा रहे हैं. 

➤ 2014 का सैन बर्नार्डिनो हमला (San Bernardino Attack): कैलिफ़ोर्निया में पति-पत्नी की एक टीम ने गोलीबारी की, जिसमें 14 लोग मारे गए.
➤ 2016 का ऑरलैंडो नाइटक्लब हमला (Orlando Nightclub Shooting): फ्लोरिडा में एक नाइटक्लब में गोलीबारी में 49 लोग मारे गए. हमलावर ने अल-बगदादी के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी.
➤ मार्च 2024: अफगानिस्तान में में मौजूद ISIS के एक सहयोगी समूह के ज़रिए मॉस्को थिएटर पर हमला किया गया जिसमें लगभग 130 लोग मारे गए.

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