ZEE जानकारीः भारत में 40 प्रतिशत पानी की ज़रूरत groundwater से पूरी की जाती है
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ZEE जानकारीः भारत में 40 प्रतिशत पानी की ज़रूरत groundwater से पूरी की जाती है

वर्ष 2020 तक भारत के 21 शहरों में भूमिगत जल पूरी तरह खत्म हो जाएगा.

ZEE जानकारीः भारत में 40 प्रतिशत पानी की ज़रूरत groundwater से पूरी की जाती है

भारत में ऐसे लोगों की संख्या बहुत ज़्यादा है, जो आपको, आपका भविष्य दिखाने या उसके बारे में बताने का दावा करते हैं. लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें, तो अभी तक भविष्य में झांककर देखने का कोई यंत्र बना ही नहीं है. हालांकि, आज हमारे पास ऑस्ट्रेलिया के New South Wales से कुछ ऐसी तस्वीरें आई हैं, जिनमें आपको, अपना भविष्य दिखाई देगा. ये देखिए... सैकड़ों गाएं एक जगह पर खड़ी हैं. और बारी-बारी से मौका मिलने का इंतज़ार कर रही हैं. ये मौका चारा खाने का नहीं, बल्कि अपनी प्यास बुझाने का है. और जैसे ही इन गायों के पास पानी का टैंकर पहुंचा, वो दौड़ते हुए टैंकर के पास पहुंच गईं. 

ये भविष्य में आपकी प्यास की तस्वीर है, हो सकता है कि आपको भी अपनी प्यास बुझाने के लिए ऐसे ही पानी के टैंकर्स के सहारे रहना पड़े. क्योंकि, भारत में भी भूमिगत जल का स्तर हर वर्ष गिर रहा है. और जो पानी नदियों और तालाबों से मिलता है उसका 80 प्रतिशत हिस्सा प्रदूषित हो चुका है. देश के कई इलाक़े तो ऐसे हैं जहां पानी, दूध से भी महंगा हो गया है. और जलवायु परिवर्तन की वजह से भारत सहित दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से बारिश लगभग गायब हो चुकी है. 

ऑस्ट्रेलिया के New South Wales में भी यही हो रहा है. वर्ष 1965 के बाद पूर्वी ऑस्ट्रेलिया में अब तक का सबसे भयंकर सूखा पड़ा है. और वहां पर लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया में अगस्त का वक्त गर्मी का नहीं, बल्कि सर्दी का होता है. और सर्दी के दौरान भी बरसात की कमी की वजह से भीषण सूखा पड़ सकता है. पूर्वी ऑस्ट्रेलिया में बिल्कुल ऐसा ही हुआ है. New South Wales का 98 प्रतिशत इलाका सूखे से प्रभावित है. इसके अलावा, पड़ोसी राज्य Queensland के दो-तिहाई हिस्से में भी यही स्थिति है.

पानी की कमी इतनी ज़्यादा है, कि वहां के किसान इन दिनों अपने पालतू पशुओं को पानी नहीं पिला रहे हैं, बल्कि तरबूज़ खिलाकर काम चला रहे हैं.मवेशियों के लिए भोजन बाहर से मंगाया जा रहा है. कई किसान तो ऐसे भी हैं, जो पानी और भोजन की कमी की वजह से अपने पशुओं की हत्या कर रहे हैं. वहां पर किसानों की मानसिक हालत बिगड़ती जा रही है. और इसके लिए ऑस्ट्रेलिया की सरकार को अलग से Mental Health Service की शुरुआत करनी पड़ी है. यानी जलवायु परिवर्तन और पानी की कमी ने New South Wales में किसानों को एक तरह से लाचार कर दिया है. और इसीलिए आज पानी की कीमत को समझना ज़रुरी है. जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरुक होना ज़रुरी है. 

भारत में 40 प्रतिशत पानी की ज़रूरत groundwater से पूरी की जाती है. लेकिन जो पानी 10 से 15 साल पहले तक 30 मीटर की गहराई पर उपलब्ध था वो अब 60 से 70 मीटर नीचे चला गया है .दुनिया का 25 प्रतिशत भूमिगत जल भारत में उपलब्ध है . ये पूरी दुनिया मे सबसे ज़्यादा है . इसका मतलब ये हुआ कि पानी के लिहाज़ से भारत सबसे अमीर देश है लेकिन अब हम पानी वाली कंगाली की तरफ बढ़ रहे हैं .भारत के 61 प्रतिशत कुओं का जलस्तर बहुत कम हो चुका है .

वर्ष 2020 तक भारत के 21 शहरों में भूमिगत जल पूरी तरह खत्म हो जाएगा. दुनिया के 200 शहरों का पानी बहुत तेज़ी से ख़त्म हो रहा है. इस लिस्ट में भारत का Bengaluru शहर भी शामिल है. इसके अलावा वर्ष 2030 तक भारत की 40 प्रतिशत आबादी को पीने लायक शुद्ध जल नहीं मिल पाएगा .

यानी आप देश के किसी भी हिस्से में रहते हों, आज आपको पानी के संकट वाली तारीख़ नोट कर लेनी चाहिए. क्योंकि अब इसमें सिर्फ़ 12 वर्ष ही बचे हैं. अब ये आप पर निर्भर करता है, कि आप प्रकृति और पानी को लेकर कितने संवेदनशील हैं. क्योंकि, अगर आपने इन दोनों की कीमत नहीं समझी, तो अगला नंबर आपके राज्य, आपके शहर, या आपके इलाक़े का भी हो सकता है.

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