जापान के शहर Okayama में Bus drivers ने एक हड़ताल की. लेकिन इस हड़ताल में ना तो कोई चक्काजाम किया गया, और ना ही कोई बस रोकी गई. बल्कि जापान के आम लोगों को Bus drivers की हड़ताल से फायदा हो रहा है. क्योंकि लोगों को मुफ्त में यात्रा करने का मौका मिल रहा है.
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चीन से हमने अर्थव्यवस्था से जुड़ा हुआ सबक ले लिया. अब हमें जापान जाना होगा. जहां से भारत को मर्यादा की शिक्षा देने वाली ख़बर आई है. जापान एक ऐसा देश है जहां के नागरिकों से पूरी दुनिया प्रेरणा लेती है. जापान के नागरिकों ने एक बार फिर नैतिकता, मानवीय मूल्य, मर्यादा और आदर्शों का ऐसा उदाहरण पेश किया है कि आज पूरी दुनिया जापान की प्रशंसा कर रही है. जापान में एक ऐसी हड़ताल हुई है जिसकी चर्चा हर कोई कर रहा है.
जापान के शहर Okayama में Bus drivers ने एक हड़ताल की. लेकिन इस हड़ताल में ना तो कोई चक्काजाम किया गया, और ना ही कोई बस रोकी गई. बल्कि जापान के आम लोगों को Bus drivers की हड़ताल से फायदा हो रहा है. क्योंकि लोगों को मुफ्त में यात्रा करने का मौका मिल रहा है.
भारत में हड़ताल का मतलब होता है, हंगामा, हुड़दंग, हिंसा, तोड़फोड़ और उपद्रव . हमारे देश में हड़ताल का मतलब होता है... सभी सेवाओं का बंद होना. भारत में जब हड़ताल होती है तो अस्पताल और स्कूल बंद कर दिए जाते हैं, यातायात बंद हो जाता है, और पूरा सिस्टम काम-काज छोड़कर आराम करने लगता है. जब भी हड़ताल या बंद की घोषणा होती है तो राजनीतिक दुकानें खुल जाती हैं. नेता अपनी छवि चमकाने में जुट जाते हैं. यानी कुछ लोग हड़ताल और बंद का फाय़दा उठाने के लिए जी-तोड़ मेहनत करते हैं. जबकि आम आदमी, इसकी वजह से परेशान होता रहता है.
लेकिन अगर आप जापान की इस हड़ताल पर ध्यान देंगे तो आपको समझ में आएगा कि किसी देश के नागरिकों का सच्चा कर्तव्य क्या होता है ? Okayama में तमाम Bus Drivers, Job Security की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं. वो अपनी मांगे सिस्टम तक पहुंचाना चाहते थे लेकिन इसके साथ ही वो ये नहीं चाहते थे कि आम लोगों को किसी तरह की तकलीफ हो. इसलिए उन्होंने एक नया तरीका निकाला. और Ticket Machine को बंद कर दिया. इससे लोगों की यात्रा मुफ्त हो गई. और उनका विरोध भी दर्ज हो गया.
वहां के Bus Drivers का कहना है कि अगर वो बसों को बंद कर देते तो नागरिकों को परेशानी होती और उन पर ये आरोप लगता कि Bus Drivers को सिर्फ़ अपनी चिंता है लोगों की नहीं . लेकिन इस अनोखे विरोध प्रदर्शन की वजह से Bus Services के Management पर दबाव बढ़ रहा है, जबकि आम लोग खुश हैं.
जापान के लोगों ने आज पूरी दुनिया को ये बताया है कि हड़ताल की भी एक मर्यादा होती है . भारत के लोग भी इससे बहुत कुछ सीख सकते हैं . आपने देखा होगा हमारे देश में हड़ताल के नाम पर आम लोगों के सुख और चैन को रौंद दिया जाता है . चाहे सड़कें Jam हो जाएं और एंबुलेंस में किसी मरीज़ की मौत ही क्यों ना हो जाए ? हड़ताल करने वालों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. आगज़नी, फायरिंग, तोड़फोड़, मारपीट, गुंडागर्दी और मौत.. भारत में हड़ताल की तस्वीरों को आप इन शब्दों में समेट सकते हैं . भारत एक हड़ताल प्रधान देश बन चुका है लेकिन भारत के लोग अब भी हड़ताल और विरोध प्रदर्शन की मर्यादा को नहीं समझ पाए हैं.