इस मंदिर में माता को चढ़ता है ढाई प्याली मदिरा का भोग, डाकुओं ने करवाया था निर्माण

Bhanwal Mata Temple: माता का यह मंदिर इतना चमत्कारी है कि हर भक्त की मनोकामना पूरी होती है. जिस भक्त की मनोकामना पूरी होती है, वो माता को मदिरा का भोग चढ़ाने आता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 22, 2022, 04:13 PM IST
  • 800 साल पुराना है माता का मंदिर
  • ढाई प्याली मदिरा का लगता है भोग
इस मंदिर में माता को चढ़ता है ढाई प्याली मदिरा का भोग, डाकुओं ने करवाया था निर्माण

नई दिल्ली. Bhanwal Mata Temple भारत में कई ऐसे मंदिर हैं, जो अपनी विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध हैं. इसी में से एक है भुवाली काली मंदिर. भुवाली माता का मंदिर राजस्थान के नागौर में स्थित है. इस मंदिर की खासियत यह है कि यहा पर लड्डू या किसी अन्य प्रकार की मिठाई नहीं बल्कि माता को मदिरा का भोग लगता है. 

लगभग 800 साल पुराने इस मंदिर में माता को ढाई प्याली मदिरा का भोग लगाया जाता है. जबकि बाकि बची हुई मदिरा को भैरव को चढ़ा दिया जाता है. माता के इस अद्भुत मंदिर का निर्माण डाकुओं ने करवाया था. इस मंदिर के ऊपरी भाग में एक गुफा भी है.

इस मंदिर में माता के दो स्वरूपों की पूजा की जाती है. जिसमे से ब्रह्माणी देवी को मिठाई और काली माता को मदिरा का भोग चढ़ाया जाता है. भक्त द्वारा लाए गए मदिरा के भोग को चांदी की प्याली में रखकर माता के होठों से लगाया जाता है. कहा जाता है कि माता जिससे प्रसन्न होती है, उनका भोग तुरंत स्वीकार कर लेती हैं.

इस मंदिर में दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. नौवरात्र के दौरान यहां भक्तों की काफी भीड़ देखने को मिलती है. स्थनीय लोगों इस मंदिर को बेहद चमतकारी मानते हैं. कहा जाता है कि इस मंदिर से कोई भी खाली हाथ नहीं जाता है. 

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