Lord Shiva Pooja With Flowers: फूलों से कैसे करें भगवान शिव की पूजा, भूल से भी न करें ये गलती

Lord Shiva Pooja With Flowers: भगवान शिव को कौन सा फूल चढ़ाने से कौन सी मनोकामना पूरी होती है. फूलों को अर्पित करने से सभी देवता खुश हो जाते हैं. भगवान महादेव को भी फूल बहुत पसंद है.जानिए कौन सा फूल चढ़ाने से क्या मनोकामना पूरी होगी. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 16, 2021, 07:43 AM IST
  • कली या अध खिले फूल भी अर्पित न करें
  • फूलों को किसी टोकरी में तोड़कर लाएं.
Lord Shiva Pooja With Flowers: फूलों से कैसे करें भगवान शिव की पूजा, भूल से भी न करें ये गलती

नई दिल्लीः Lord Shiva Pooja With Flowers:  कहते हैं भगवान तो भक्त के वैभव, धन या सौंदर्य से नहीं बल्कि भावनाओं से प्रसन्न होते हैं. किंतु इसका मतलब यह भी नहीं है कि भक्त इस बात की आड़ लेकर भक्ति की गरिमा या मर्यादा को भूल जाएं. देव उपासना या भक्ति का ही एक अंग है, भगवान की पूजा में पुष्प या फूल चढ़ाना. आस्था या जानकारी के बिना हर कोई नियमित रूप से जो फूल हो देवता को चढ़ा देते हैं.

सवाल है कि, भगवान शिव को कौन सा फूल चढ़ाने से कौन सी मनोकामना पूरी होती है. फूलों को अर्पित करने से सभी देवता खुश हो जाते हैं. भगवान महादेव को भी फूल बहुत पसंद है. कनेर का पुष्प तो इनके आहार में शामिल है. भगवान महादेव को भिन्न-भिन्न प्रकार के पुष्प अर्पित करें. आपकी मनोकामना जरूर पूरी होगी.

एक श्लोक में लिखा है-
ॐ सेवन्तिका बकुल चम्पक पाटलाब्जैः , पुन्नाग जाति करवीर रसाल पुष्पैः .
बिल्व प्रवाल तुलसीदल मंजरीभिः , त्वां पूजयामि जगदीश्वर मे प्रसीद्.
नाना सुगंध पुष्पांनी यथापादो भवानी च
पुष्पांजलिर्मयादत्तो ग्रहाण: परमेश्वर:

शास्त्रों के मुताबिक फूलों को चढ़ाने के नियम

प्रात: काल स्नानादि के बाद भी देवताओं पर चढ़ाने के लिए पुष्प तोड़ें या चयन करें. ऐसा करने पर भगवान प्रसन्न होते हैं. .

कीड़े लगे फूल, बासी फूल भगवान को न चढ़ाएं. जमीन पर बिखरे या पेड़ से नीचे गिरे फूल भी देव पूजा में चढ़ाएं. .

कली या अध खिले फूल भी अर्पित न करें. 

पेड़ या पौधों से तोड़कर लाए ताजे फूल ही देव पूजा में चढ़ाएं. .

भगवान पर चढ़ा, उल्टे हाथ में रखा, धोती के पल्ले में बांधकर लाया फूल भी न चढ़ाएं.

पौधे पर जिस स्थिति में फूल खिलता है, उसी स्थिति में सीधे हाथ से भगवान को चढ़ाएं.

फूलों को किसी टोकरी में तोड़कर लाएं.

भगवान को कभी भी सूखे फूल न चढ़ाएं.

भगवान को फूल चढाते समय अंगूठा, मध्यमा एवं अनामिका का प्रयोग करना चाहिए. कनिष्ठा और तर्जनी का उपयोग कहीं न करें.

कमल और कुमुद के पुष्प ग्यारह से पंद्रह दिन तक भी बासी नहीं होते.

चंपा की कली के अलावा किसी भी पुष्प की कली देवताओं को अर्पित नहीं की जाती.

केतकी के पुष्प किसी भी पूजन में अर्पित नहीं किए जाते.

ये फूल निषिद्ध 

शंकरजी : शंकरजी के लिए केवडा, बकुली एवं कुंद के फूल निषद्ध हैं. कुछ प्रदेशों मे तुलसी भी वर्जित मानी जाती है परंतु इसके लिए कोई शास्त्रधार नहीं हैं.

भगवान शिव को चढ़ाएं ये फूल, पूरी होगी मनोकामना

वाहन सुख के लिए चमेली का फूल भगवान शिव को अर्पित करें..
दौलतमंद बनने के लिए कमल का फूल, शंखपुष्पी या बिल्वपत्र अर्पित करें.
विवाह में समस्या दूर करने के लिए बेला के फूल शिव को अर्पित करें. इससे योग्य वर-वधू मिलते हैं.
 

संतान की प्राप्ति के लिए धतूरे का लाल फूल वाला धतूरा शिव को चढ़ाएं.  
मानसिक तनाव दूर करने के लिए शिव को शेफालिका के फूल चढ़ाएं.
जूही के फूल को भगवान शिव को अर्पित करने से अपार अन्न-धन की कमी नहीं होती.
 

अगस्त्य के फूल से शिव पूजा करने पर पद, सम्मान मिलता है. शिव पूजा में कनेर के फूलों के अर्पण से वस्त्र-आभूषण की इच्छा पूरी होती है.
 
लंबी आयु के लिए दुर्वाओं से शिव पूजन करें. सुख-शांति और मोक्ष के लिए महादेव की तुलसी के पत्तों या सफेद कमल के फूलों से पूजा करें.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़