नई दिल्ली: Makar Sankranti 2024: सनातन धर्म यानी हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का बड़ा महत्व है. इस दिन सूर्य देव राशि परिवर्तन करते हैं. सूर्य देव के मकर राशि में गोचर करने की तिथि पर मकर संक्रांति मनाई जाती है. मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करना चाहिए. साथ ही जप-तप, दान और पूजा की जाती है.
वर्ष 2024 में मकर संक्रांति के दिन खास योग होगा. अगर आप भगवान शिव की कृपा बनना चाहते हैं, तो मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त पर स्नान-ध्यान कर महादेव का अभिषेक करें. पंचांग के अनुसार, 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे.
अभिषेक का समय
मकर संक्रांति तिथि पर महादेव दोपहर 2.16 बजे कैलाश पर विराजमान रहेंगे. इस दौरान भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं. भगवान शिव के कैलाश पर रहने के दौरान अभिषेक करने से साधक को मृत्यु लोक में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है. साथ ही जीवन में व्याप्त सभी दुख और संकट दूर हो जाते हैं. मकर संक्रांति पर गंगाजल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. अतः मकर संक्रांति तिथि पर पितरों का आशीर्वाद पाने हेतु भगवान शिव का अभिषेक अवश्य करें.
पंचांग
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 27 मिनट से 06 बजकर 21 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 16 मिनट से 02 बजकर 58 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 43 मिनट से 06 बजकर 10 मिनट तक
निशीथ मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 03 मिनट से 12 बजकर 57 मिनट तक
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 07 बजकर 15 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 46 मिनट पर
चन्द्रोदय- सुबह 10 बजकर 14 मिनट पर
चंद्रास्त- देर रात 10 बजकर 08 मिनट पर
अशुभ समय
राहुकाल - दोपहर 08 बज 34 मिनट से 09 बजकर 53 मिनट तक
गुलिक काल - दोपहर 01 बजकर 49 मिनट से 03 बजकर 08 मिनट तक
दिशा शूल - पूर्व
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)