Nagpanchami 2022: नागपंचमी के दिन काल सर्प दोष के निवारण के लिए करें ये उपाय, जानिए पूजन विधि

Nagpanchami Poojan Vidhi: नागपंचमी के दिन प्रातःकाल नहा कर, सबसे पहले घर के दरवाजे पर मिट्टी, गोबर या गेरू से नाग देवता का चित्र अंकित करना चाहिए. फिर नाग देवता दूर्वा, कुशा, फूल, अछत,जल और दूध चढ़ाना चाहिए.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 2, 2022, 06:16 AM IST
  • नागपंचमी के दिन करें इस मंत्र का जाप
  • नागपंचमी के दिन अवश्य करें ये उपाय
Nagpanchami 2022: नागपंचमी के दिन काल सर्प दोष के निवारण के लिए करें ये उपाय, जानिए पूजन विधि

नई दिल्ली: हिंदू धर्म में नागपंचमी का विशेष महत्व है. नागपंचमी पूरे देश में एक त्योहार के रुप में काफी धूमधाम से मनायी जाती है. इस दिन भगवान शिव के साथ नाग देवता की भी पूजा की जाती है और उन्हें दूध लावा चढ़ाया जाता है. कुछ स्थानों पर लोग सर्पों को दूध पिलाते हैं और नाग देवता की कृपा प्राप्त करते हैं. सांप को भगवान शिव का गहना माना जाता है. मान्यता है कि नागपंचमी के दिन कुछ विशेष टोटके करने से व्यक्ति के जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं.

नाग पंचमी की पूजन विधि
नाग पंचमी के दिन प्रातःकाल नहा कर, सबसे पहले घर के दरवाजे पर मिट्टी, गोबर या गेरू से नाग देवता का चित्र अंकित करना चाहिए. फिर नाग देवता दूर्वा, कुशा, फूल, अछत,जल और दूध चढ़ाना चाहिए. नाग देवता को सेवईं या खीर का भोग लगाया जाता है. सांप की बांबी के पास दूध या खीर रख देना चाहिए. 

नाग पंचमी पर नागों को दूध से नहलाने का विधान है न कि उन्हें दूध पिलाने का. दूध पीना वैज्ञानिक रूप से सांपों के लिए नुकसान दायक होता है, इसलिए ऐसा नहीं करना चाहिए. इस दिन नाग देवता का दर्शन करना शुभ माना जाता है. नाग पंचमी के दिन सांपों के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए. इस दिन अष्टनागों के इस मंत्र का जाप करना चाहिए.

नागपंचमी के दिन करें इस मंत्र का जाप

मंदिर में ऐसी पूजा का विशेष प्रावधान भी किया जाता है. किसी कारण सुयोग्य कर्मकांडी उपलब्ध न हो तो आप खुद भी ..........ओम कुरुकुल्ये हुं फट स्वाहा ......... का 108 बार जाप करके शिव प्रतिमा पर दुग्ध, नाग-नागिन की प्रतिमाएं आदि अर्पित कर सकते हैं. इसके अलावा कालसर्प जनन शान्ति नारायण नागबली इत्यादि त्रयंबकेश्वर ज्योर्तिलिंग, नासिक में भी कराई जाती हैं.

घर या मंदिर में पंचदशी यंत्र की सिद्धि नागपंचमी के दिन श्रेष्ठ मानी गई है. इस दिन काले तिल, काले उड़द, काली राई, नीला वस्त्र, जामुन, काला साबुन, कच्चे कोयले, सिक्का या लैड आदि दान अथवा चलते पानी में प्रवाहित करने से विशेष लाभ मिलता है.

नाग पंचमी पर यदि भवन निर्माण कराना हो तो नींव में सर्प की आराधना के पश्चात चांदी का सर्प रखा जाता है. लाल किताब के अनुसार चलते पानी में नारियल, मसूर की दाल व कच्चा कोयला बहाना अच्छा रहता है. रसोई में ही खाना खाना नागपंचमी पर अच्छा होगा.

नाग पंचमी के दिन काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए ज्योतिषीय उपाय

ज्योतिष अनुसार जब कुंडली में सारे ग्रह राहु केतु के बीच में आ जाते हैं तब काल सर्प योग बनता है. जानिए इस दोष से मुक्ति पाने के लिए नाग पंचमी के दिन क्या उपाय किये जाने की मान्यता है.

नाग पंचमी के दिन काल सर्प दोष शांति की पूजा करानी चाहिए. पूजा के बाद चांदी से बने नाग नागिन का जोड़ा जल में प्रवाहित कर देना चाहिए.

नाग पंचमी का दिन काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए सबसे उत्तम माना गया है. मान्यता है जो व्यक्ति काल सर्प दोष से पीड़ित होता है उसकी तरक्की के रास्ते में हमेशा बाधाएं आती रहती है. कड़ी मेहनत के बावजूद भी सफलता हासिल नहीं हो पाती.
ज्योतिष अनुसार जब कुंडली में सारे ग्रह राहु केतु के बीच में आ जाते हैं तब काल सर्प योग बनता है. जानिए इस दोष से मुक्ति पाने के लिए नाग पंचमी के दिन क्या उपाय किये जाने की मान्यता है.

पहला उपाय
नाग पंचमी के दिन किसी सपेरे से नाग-नागिन का एक जोड़ा खरीदकर सपेरे से उस जोड़े को किसी जंगल में जातक मुक्त करा दें. मान्यता है ऐसा करने से काल सर्प दोष खत्म हो जाता है.

दूसरा उपाय
नाग पंचमी के दिन काल सर्प दोष शांति की पूजा करानी चाहिए. पूजा के बाद चांदी से बने नाग नागिन का जोड़ा जल में प्रवाहित कर देना चाहिए. इसके अलावा काल सर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए नाग पंचमी के दिन अपने वजन का कोयला खरीदकर उसे पानी में प्रवाहित भी कर सकते हैं.

तीसरा उपाय
किसी मंदिर के शिवलिंग पर अगर पहले से नाग नहीं लगा हुआ हो तो वहां पंच धातु का नाग लगवाएं. फिर उस शिवलिंग का दूध या जल से अभिषेक करें और नाग देवता से काल सर्प दोष से मुक्ति की प्रार्थना करें. मान्यता है इस उपाय से भी काल सर्प दोष खत्म हो जाता है.  

चौथा उपाय
नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा के बाद नाग गायत्री मंत्र ‘ओम नागकुलाय विद्महे विषदन्ताय धीमहि तन्नो सर्पः प्रचोदयात्’ का कम से कम 108 बार जाप करें. इसके बाद उनसे काल सर्प दोष से मुक्ति की प्रार्थना करें.

पांचवा उपाय
नाग पंचमी के दिन नाग देवता के दर्शन करें और पूजा करें. उन्हें दूध से स्नान कराएं और उनसे क्षमा याचना करें. इसके बाद राहु-केतु की शांति की पूजा कराएं. फिर गोमेद या चांदी से बनी नाग की आकृति की अंगूठी हाथ में धारण कर लें. इस उपाय से भी काल सर्प दोष समाप्त होने की मान्यता है.

यह भी पढ़िए: Panchang 2 August: आज नागपंचमी के दिन करें ये उपाय, पूरी होगी हर मनोकामना

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़