नई दिल्ली. Navratri colours 2022 नवरात्रि हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. इसे भारत में हिंदू नव वर्ष की शुरुआत के रूप में माना जाता है. नवरात्रि के 9 दिन देवी दुर्गा को समर्पित हैं. इस दौरान मां के नौ अलग-अलग दिव्य स्वरूपों मकी पूजा की जाती है. त्योहार के प्रत्येक दिन अलग-अलग रंगों का महत्व होता है. ये रंग बहुत महत्वपूर्ण और शुभ माने जाते हैं. नवरात्रि के नौ दिनों में मां को शीघ्र प्रसन्न करने के लिए इन रंगों का इस्तेमाल किया जाता है.
नवरात्रि का पहला दिन: सफेद
नवरात्रि के पहले दिन की शुरुआत सफेद रंग से होती है, जो शांति और शांति का प्रतीक है. इस दिन मां शैलपुरी की पूजा की जाती है. पहले दिन देवी को सफेद पोशाक पहनाई जाती है.
नवरात्रि का दूसरा दिन: लाल
दूसरे दिन लाल रंग का इस्तेमाल किया जाता है. यह जुनून और प्यार का प्रतीक है और यह चुनरी का सबसे पसंदीदा रंग भी है जो देवी को चढ़ाया जाता है. इस दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है.
नवरात्रि का तीसरा दिन: रॉयल ब्लू
नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. इस दिन मां को प्रसन्न करने के लिए रॉयल ब्लू रंग के कपने पहनने चाहिए. नीला रंग शांति का प्रतीक माना जाता है.
नवरात्रि का चौथा दिन: पीला
नवरात्रि का चौथा दिन देवी मां कुष्मांडा को समर्पित है. यह चतुर्थी का दिन है और इस दिन का रंग पीला है. यह नवरात्रि का आनंद और उत्साह के साथ जश्न मनाने का रंग है.
नवरात्रि का पांचवा दिन: हरा
पांचवें दिन का रंग हरा है. यह प्रकृति का प्रतीक है और विकास, उर्वरता और शांति की भावना पैदा करता है. इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। हरा रंग जीवन में नई शुरुआत का भी प्रतिनिधित्व करता है.
नवरात्रि का छठा दिन: ग्रे
छठे दिन का रंग ग्रे होता है और इस दिन देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है. ग्रे रंग संतुलित भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है और व्यक्ति को डाउन टू अर्थ रखता है.
नवरात्रि का सातवां दिन: नारंगी
इस दिन नारंगी रंग पहनकर मां कालरात्रि की पूजा करें. ये रंग गर्मजोशी और उत्साह का प्रतिनिधित्व करता है और सकारात्मक ऊर्जा से भरा है.
नवरात्रि का आठवां दिन: गहरा हरा
यह देवी महागौरी का दिन है. इस दिन गहरे हरे रंग का इस्तेमाल करना चाहिए. इस रंग का तात्पर्य विशिष्टता और व्यक्तित्व से है. यह करुणा और ताजगी का रंग है.
नवरात्रि का नौवां दिन: गुलाबी
नवरात्रि उत्सव के अंतिम दिन गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें और मां सिद्धिदात्री की पूजा करें. गुलाबी सार्वभौमिक दया, स्नेह और सद्भाव का प्रतीक है. यह रंग बिना शर्त प्यार और पोषण का प्रतीक है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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