नई दिल्ली: Paush Amavasya 2024: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि को अमावस्या कहते हैं. इस साल 2024 की पहली अमावस्या 11 जनवरी 2024 गुरुवार को पड़ रहा है. इस अमावस्या को पौष मास की अमावस्या कहा जाता है. पूरे साल में 12 अमावस्या होती है. आइए जानते हैं पौष अमावस्या पर क्या उपाय करना चाहिए?
पौष अमावस्या की तिथि और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष अमावस्या की तिथि 10 जनवरी 2024 बुधवार रात में 08 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगा और 11 जनवरी गुरुवार को शाम 5 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगी. इस दिन स्नान और दान करने की मुहूर्त सुबह 05 बजे से लेकर सुबह 06 बजकर 21 मिनट तक रहेगा. पितरों के तर्पण के लिए मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा.
पौष अमावस्या का महत्व
पौष अमावस्या के दिन व्रत या उपवास रखने कई गुना अधिक फलों का प्राप्ति होती है. इस दिन भगवान विष्णु का पूजा पाठ करके कीर्तन करने की परंपरा है. अमावस्या के दिन मंदिर में दान देने से पापों से मुक्ति मिलती है.
पौष अमावस्या पर क्यों किया जाता है स्नान-दान?
अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है. अमावस्या के दिन पितरों को जल अवश्य अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद हमारे जीवन पर बना रहता है. इस दिन पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
पौष अमावस्या के दिन करें ये उपाय
पितृमोक्ष अमावस्या के दिन पीपल की पूजा करने का विशेष महत्व है. इस दिन पीपल के पेड़ पर सुबह जल चढ़ाना चाहिए और शाम को तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन ये सब करने से पीपल की पूजा करने से पितृ देवता प्रसन्न होते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)