चेन्नईः तमिलनाडु में गैरकानून संपत्ति के मामले में सजा काट रहीं पूर्व सीएम जे जयललिता की सहयोगी वीके शशिकला, एक बार फिर मुसीबत मे हैं. उनके साथ-साथ ही सुधाकरण भी मुश्किल में हैं. वीके शशिकला की स्वामित्व वाली करीब 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को बेनामी निषेध अधिनियम के तहत फ्रीज कर दिया है. फ्रीज की गई संपत्तियों में 300 करोड़ रुपये की दो संपत्ति भी शामिल है.
11 एकड़ जमीन जब्त
जानकारी के मुताबिक, सिरुथवूर और कोडानाडु में स्थित ये संपत्तियां जयललिता की सहयोगी शशिकला, इलावरासी और सुधाकरण के नाम पर हैं. आयकर विभाग की बेनामी निषेध शाखा ने इन संपत्तियों के बाहर नोटिस चिपका दिया है.
आयकर विभाग ने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की सहयोगी वीके शशिकला के भतीजे वीएन सुधाकरण की करीब 11 एकड़ जमीन जब्त कर ली है.
रिश्तेदारों की भी संपत्ति भी जब्त की
विभाग ने इसके अलावा पर्यटक स्थल ऊटी के समीप कोडनाड में शशिकला और उनके रिश्तेदारों की संपत्ति भी जब्त की है. हालांकि विभाग ने इस घटनाक्रम की पुष्टि नहीं की है. आयकर विभाग के अनुसार, सुधाकरण की 11 एकड़ भूमि जब्त कर उसे दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित करने से रोक दिया गया है.
प्रोविजनल जब्ती आदेश के अनुसार, सुधाकरण अगले आदेश तक इस भूमि को हस्तांतरित नहीं कर सकेंगे.
बेंगलुरु जेल में बंद हैं शशिकला
शशिकला, सुधाकरण और उनका एक अन्य रिश्तेदार इलावारसी भ्रष्टाचार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद से बेंगलुरु जेल में बंद हैं. सिरुथावूर गांव में सुधाकरण की संपत्ति जब्त करने संबंधी प्रोविजनल आदेश की प्रति जयललिता के भतीजे जे दीपक और भतीजी जे दीपा को भेज दी गई है.
खास बात है कि आयकर विभाग ने यह बड़ी कार्रवाई उस वक्त में की है जब शशिकला की रिहाई आगे तीन महीने बाद हो सकने वाली थी. अगस्त में आयकर विभाग ने कहा था कि शशिकला और उनके सहयोगी की 65 संपत्तियां जब्त की गई हैं. 2017 में आयकर विभाग ने शशिकला और उनके रिश्तेदारों की 187 संपत्तियों पर छापेमारी की थी.
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