कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की एक चुनावी रैली में आरोप लगाया है कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस्लामिक कट्टरपंथियों के सामने झुक गईं. उन्होंने ममता पर मानव सेवा में लगे संतों को बदनाम करने का आरोप लगाया. राज्य के बिष्णुपुर लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी उम्मीदवार सौमित्र खान के समर्थन में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति के चलते तृणमूल कांग्रेस रामकृष्ण मठ, रामकृष्ण मिशन, भारत सेवाश्रम संघ और इस्कॉन जैसे संस्थानों को बदनाम कर रही है.
सीएम ममता पर लगाए आरोप
प्रधानमंत्री ने कहा-मैं सीधे तौर पर मुख्यमंत्री पर इस्लामी कट्टरपंथियों के आगे झुकने और मानव सेवा में लगे प्रतिष्ठित संस्थानों के संतों को बदनाम करने का आरोप लगा रहा हूं. TMC भी राम मंदिर को बदनाम कर रही है, पश्चिम बंगाल की जनता इसे कब तक बर्दाश्त करेगी? अब समय आ गया है कि आप अपने वोटों से तृणमूल कांग्रेस को करारा जवाब दें. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वाम दल एक मुद्दे पर एकमत हैं. ये दल लोगों को गरीब बनाए रखना चाहते हैं. कांग्रेस, तृणमूल और वामपंथी दल अलग-अलग राजनीतिक इकाइयां हैं, लेकिन इनके कर्म एक हैं. इसीलिए ये एकजुट हुए. ये लोगों को गरीब बनाए रखना चाहते हैं. इसलिए जहां भी वे सत्ता में आते हैं, वहां की अर्थव्यवस्था खराब हो जाती है.
Here are a few pictures from today's massive public meeting in Medinipur. The support of the people clearly indicates the mood of West Bengal! pic.twitter.com/Zj5ZRfWSir
— Narendra Modi (@narendramodi) May 19, 2024
सीएए का जिक्र
पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान नागरिकता कानून का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस, वामपंथी दल और कांग्रेस ने हर समय शरणार्थियों की उपेक्षा की, उनकी चिंता नहीं की, लेकिन अब नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का विरोध कर रहे हैं. 300 शरणार्थी परिवारों को नागरिकता मिल चुकी है. सीएए से पश्चिम बंगाल में शरणार्थी परिवारों को भी नागरिकता मिलेगी. तृणमूल कांग्रेस नेताओं द्वारा लूटा गया पैसा राज्य के लोगों को लौटाया जाएगा.
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