झारखंड चुनाव: वोटिंग से पहले मिली इतनी रकम, आशंकित हुई पुलिस तो चिंता में प्रत्याशी

कहते हैं चुनाव धनबल और बाहुबल पूरा खेल है. झारखंड में भी विधानसभा चुनाव में यहीं खेल जोरों से चल रहा है. आखिरी चरण के वोटिंग के पहले यह आखिरी दिन है जब कोई चुनाव प्रचार नहीं चलता बस चलता है तो पैसे बांटने का पूरा खेल. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 19, 2019, 07:30 PM IST
    • पुलिस को मिली थी दो करोड़ रुपए की सूचना
    • प्रत्याशियों को सताने लगा है नप जाने का डर
    • पलंग के नीचे छिपाया था पैसा
झारखंड चुनाव:  वोटिंग से पहले मिली इतनी रकम, आशंकित हुई पुलिस तो चिंता में प्रत्याशी

रांची: पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र में यहीं खेल चल रहा है. पुलिस को खुफिया सूत्रों से यह जानकारी मिली है कि मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के शहबाजपुर गांव में वोटरों को पैसे का लालच दे कर वोट पाने का पूरा प्लान बना लिया गया है. 

प्रत्याशियों को सताने लगा है नप जाने का डर

पुलिस को जानकारी मिली. छानबीन के दौरान तकरीबन 43 लाख 98 हजार रुपए बरामद किए गए. अब पूछताछ चल रही है. पूछताछ उन दो लोगों से जिसे पुलिस ने मामले से संबंधित होने के शक के मामले में गिरफ्तार किया है.

इस कार्रवाई का असर सबसे ज्यादा पाकुड़ के विधानसभा सीट पर किस्मत आजमाने वाले प्रत्याशियों पर पड़ा है. उन्हें यह डर सताने लगा है कि पुलिस को अगर कहीं से भी यह तार मिल जाते हैं कि पैसे किसने बंटवाने का प्रयास किया है तो प्रचार में की गई सारी मेहनत बिना किसी परिणाम के ही दम तोड़ देगी.

पुलिस को मिली थी दो करोड़ रुपए की सूचना

इस संबंध में पाकुड़ के एसपी राजीव रंजन सिंह ने यह कहा कि गुप्त सूचना मिलने के बाद उस जगह जांच करने के लिए टीम पहुंची. मौके पर शहबाजपुर गांव के अबुल हुसैन उर्फ दफादार के पास बड़ी मात्रा में पैसे मिले.

पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि मामला तकरीबन दो करोड़ का है जो वोटरों को बांटने के लिए छुपा कर रखा गया है. इसके बाद जब छानबीन शुरू हुई तो पुलिस निरीक्षक अभय कुमार और मुफ्फसिल थाना प्रभारी संतोष कुमार के साथ जवानों को कई सुराग मिले. 

पलंग के नीचे छिपाया था पैसा

छापेमारी में अबुल हुसैन के घर से उनके पलंग के नीचे से दो-दो छोटे-छोटे बक्से मिले. उन बक्सों में 500 के नोटों का बंडल मिला. अब इसके बारे में जब जानकारी इकठ्ठा करने के लिए अबुल हुसैन और उनके परिवारवालों से पूछा गया तो आधे-अधूरे जवाब मिले. जवाब से यह पता नहीं लग पाया कि आखिर इन पैसों का स्त्रोत क्या है और ना ही कोई कागजात जो इन पैसों ती पुष्टि कर पाएं. 

रकम तकरीबन 44 लाख के आसपास है. इसकी गिनती वीडियोग्राफी के जरिए की गई. अब जबकि इस मामले में किसी के शामिल होने की आशंका है तो पुलिस ने छानबीन के बाद ही कोई जानकारी साझा करने की बात कही है.

 

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