आंखों के सामने खत्म हो गया पूरा परिवार, सालों बाद कमल सदाना ने याद किया वो दिल दहला देने वाला दिन

बॉलीवुड एक्टर कमल सदाना अपनी फिल्मों के साथ-साथ पर्सनल जिंदगी को लेकर भी काफी चर्चा में रहे हैं. उन्होंने फिल्मों में कदम रखने से पहले ही अपनी जिंदगी के सबसे बड़े गम का सामना किया है.

Written by - Bhawna Sahni | Last Updated : Apr 13, 2024, 01:42 PM IST
    • कमल सदाना ने किया खुलासा
    • कमल ने झेला था सबसे बड़ा दुख
आंखों के सामने खत्म हो गया पूरा परिवार, सालों बाद कमल सदाना ने याद किया वो दिल दहला देने वाला दिन

नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर कमल सदाना (Kamal Sadanah) ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 1992 में रिलीज हुई फिल्म 'बेखूदी' से की थी. इस फिल्म में उन्हें काजोल के साथ रोमांस करते देखा गया. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई. हालांकि, कमल ने अपना जादू चला दिया. उनकी चार्मिंग पर्सनैलिटी दर्शकों के दिलों-दिमाग में बस गई थी. उस समय पर्दे पर वह बहुत मासूम और बेहतरीन दिखे, लेकिन उन दिनों कमल असल जिंदगी में बहुत बुरे दौर से गुजर रहे थे. वह अपनी लाइफ का सबसे बड़ा दुख झेल रहे थे, जिसे लेकर अब सालों बाद एक्टर ने खुलकर बात की है.

पिता ने खत्म कर दिया था परिवार

कमल सदाना उस साल अपना 20 जन्मदिन मनाने वाले थे, लेकिन यह बर्थडे उनकी सबसे बुरी याद बन गया. दरअसल, उस समय उनके पिता और प्रोड्यूसर ब्रिज सदाना ने अपनी पत्नी सईदा खान और बेटी नम्रत की गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना में कमल किसी तरह से बच गए, लेकिन उनके पिता ने खुद को भी खत्म कर लिया. हाल ही में सिद्धार्थ कानन संग बातचीत में कमल सदाना ने रौंगटे खड़े कर देने वाले उस पल को याद किया है.

एक्टर पर भी चलाई थी गोली

एक्टर ने बताया कि उनके पिता ने उनकी आंखों के सामने उनकी मां और बहन को गोली मार दी. कमल ने कहा कि अपनी आंखों के सामने ही पूरे परिवार को खत्म होते देखना बहुत दर्दनाक होता है. एक्टर ने कहा, 'उन्होंने मुझे भी गोली मारी थी, लेकिन गोली मेरी गर्दन को छूकर चली गई. एक और गोली मारी गई, लेकिन मैं बच गया. इसके बाद मैं अपनी मां और बहन को लेकर सीधे अस्पताल पहुंचा. डॉक्टर्स ने बताया कि मुझे भी गोली लगी है और मुझे इलाज की जरूरत है.'

सबकी हो गई थी मौत

कमल का कहना है, 'मैं डॉक्टर से सिर्फ अपनी मां और बहन को बचाने के लिए आग्रह कर रहा था. वहीं, डॉक्टर्स ने मुझे अस्पताल में जगह न होने के कारण दूसरे हॉस्पिटल जाकर इलाज करवाने के लिए कहा. फिर मेरा दोस्त जबरदस्ती मुझे दूसरी अस्पताल ले गया. इसके बाद जब मुझे होश आया और मैं घर पहुंचा तो वहां पूरे परिवार की लाशें पड़ी थीं. मेरे पिता ने खुद को भी गोली मार ली थी.'

करियर पर किया फोकस

कमल ने कहा कि उनके पिता बिल्कुल बुरे नहीं थे, लेकिन शराब ने उन्हें वैसा इंसान बना दिया था. परिवार की मौत के सदमे से बाहर आने के बाद कमल ने अपने करियर पर फोकस करने का फैसला किया. वह काम मांगने के लिए निर्माताओं के घर-घर जाते थे. ऐसे में आखिरकार उन्हें काजोल के साथ 'बेखुदी' में काम करने का मौका मिल गया.

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