नई दिल्ली: फिल्म से लेकर टीवी व वेब सीरीज के निर्माताओं पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. बता दें कि निर्देशकों की संस्था इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन डायरेक्टर्स एसोसिएशन (IFTDA) ने एक नोटिस जारी किया है जिसके अनुसार निर्धारित समय से ज्यादा काम करवाए जाने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल यह फैसला लगातार घंटों काम करने के बाद इन क्षेत्रों से जुड़े लोगों के बढ़ते हादसे के बाद लिया गया है. इसके साथ ही इफ्टडा ने निर्देशकों को यह भी बताया है कि निर्माताओं को इस तरह से कालाकारों या उस प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों से कैसे काम करवाए इसके लिए फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्ल्यूआईसीई) भी निर्माताओं पर दवाब बनाने वाली है.
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हादसों की वजह
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लंबा लॉकडाउन लगा जिसकी वजह से किसी भी तरह की शूट की इजाजत नहीं दी गई थी. शूट पर लगे रोक की वजह से कई निर्माता-निर्देशकों की प्रोजेक्ट पर गहरा प्रभाव पड़ा और उनका प्रोजेक्ट समय से पूरा नहीं हो पाया.
अपने प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए निर्माता 18-20 घंटों की शूट कर रहे हैं. इस बीच जिस भी हादसा की खबर सामने आई उसमें दोनों हादसों में यह पाया गया कि कर्मचारी 15-15 घंटे की शूट कर रहे थे. इस तरह से निर्धारित कार्य अवधि से कहीं ज्यादा काम करने को भी इन हादसों की वजह बताई जा रही है.
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मानवीय अधिकारों का उल्लंघन
इफ्टडा ने अपने सदस्यों को एक नोटिस भेजा जिसमें यह माना गया है कि लगातार 18-20 घंटे काम करने से न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक थकान भी होती है. इतना ही नहीं ये मानवीय अधिकारों का उल्लंघन भी है.
निर्धारित कार्य अवधि से ज्यादा काम के लिए करें मना
इफ्टडा ने अपने सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे निर्माताओं के द्वारा तय की गई निर्धारित कार्य अवधि के अलावा काम करने की मांग को मना कर दें. और अगर इसके बाद भी कोई निर्माता इस बात के लिए दबाव बनाता है तो अपनी एसोसिएशन को इसके बारे में जानकारी दें.
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