Dengue Alert: मानसून में बढ़ता है डेंगू का खतरा, आज ही जाने इसके कारण, उपचार और रोकथाम

Dengue Alert: डेंगू होने पर सिरदर्द, बदन दर्द और 104°F तक का बुखार आ जाता है. शरीर की प्लेटलेट्स कम होने लगती है. समय पर उपचार ना मिलने से मरीज की मौत हो सकती है. इसके लिए सही उपचार और रोकथाम जरुरी है.   

Written by - Manpreet Singh | Last Updated : Jun 26, 2024, 06:39 PM IST
Dengue Alert: मानसून में बढ़ता है डेंगू का खतरा, आज ही जाने इसके कारण, उपचार और रोकथाम

Dengue Alert: मानसून का सीजन शुरू होने वाला है और इसके साथ ही प्रकोप बढ़ता है डेंगू का. डेंगू एक वायरल बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है.  इसे 'डेंगी बुखार' भी कहा जाता है.  मानसून के मौसम में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी होती है, क्योंकि बारिश के पानी में मच्छर पनपते हैं. सही समय पर इसकी पहचान और इसका इलाज जरूरी है ताकि मरीज को समय पर बचाया जा सके. 

मानसून में क्यों बढ़ जाते हैं डेंगू के मामले?
इसका मुख्य कारण है की  मानसून में बारिश का पानी जगह-जगह जमा हो जाता है, जिससे मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल वातावरण बनता है।इसके साथ ही  घरों में खुले पानी के बर्तन, टायर, और गमले में पानी जमा होने से मच्छर आसानी से पनपते हैं और बीमारी फैलाते है.  शहरों और गांवों में गंदगी और जलजमाव से भी  मच्छरों की संख्या बढ़ती है. यही कारण है कि मानसून में ही डेंगू के मामले ज्यादा सामने आते है. 

डेंगू के लक्षण
104°F तक का बुखार आ सकता है. सिरदर्द, बदन दर्द, और आंखों के पीछे दर्द हो सकता है और  शरीर पर लाल धब्बे और चकत्ते हो सकते हैं.पेट में दर्द, उल्टी और मितली, अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होती है. इसके साथ ही गंभीर मामले में  डेंगू हेमोरेजिक फीवर (डीएचएफ) या डेंगू शॉक सिंड्रोम (डीएसएस) की स्थिति हो सकती है. 

डेंगू की जांच
डेंगू का पता लगाने के लिए डॉक्टर्स ब्लड सैंपल लेते हैं. इनमे मुख्य रूप से  एनएस-1 एंटीजन टेस्ट,  प्लेटलेट काउंट, पीसीआर टेस्ट, कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) करवाया जाता है. 

डेंगू से बचाव के उपाय
मच्छरदानी का उपयोग करें और खिड़कियों पर जाली लगाएं. घर के आसपास और छत पर पानी जमा न होने दें. मच्छर भगाने वाले स्प्रे और क्रीम का उपयोग करें. शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें ताकि मच्छर न काट सके. घर और आसपास की सफाई का ध्यान रखें. कचरा इकट्ठा न होने दें. डेंगू के बारे में लोगों को जागरूक करें और साफ-सफाई पर जोर दें.

इलाज और सावधानियाँ

  1. डेंगू के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
  2.  मरीज को पूरी तरह आराम देना जरूरी है.
  3.  अधिक से अधिक तरल पदार्थ पिएं, जैसे नारियल पानी, जूस, और ओआरएस.
  4.  डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा न लें, खासकर एस्पिरिन.

मानसून में डेंगू से बचाव के लिए जागरूक रहना और उचित सावधानियाँ बरतना जरूरी है. घर और आसपास की सफाई का ध्यान रखें और मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाएं. समय पर इलाज से डेंगू से बचा जा सकता है. जागरूकता और साफ-सफाई ही डेंगू से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है.

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