नई दिल्ली: अगले महीने सितंबर में NEET और JEE की परीक्षा होनी है. कोरोना संक्रमण के कारण कुछ छात्र और राजनीतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं. भारत और विदेश के 150 से ज्यादा शिक्षाविदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा नीट (NEET 2020) को और टालने का मतलब छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा क्योंकि इससे उनका एक कीमती साल बर्बाद हो जाएगा.
NTA ने जारी कर दिए प्रवेश पत्र
आपको बता दें कि एनटीए ने नीट के प्रवेश पत्र भी जारी कर दिए है। जिसे जारी होने के चार घंटे के भीतर ही साढे पांच लाख से ज्यादा छात्रों ने डाउनलोड भी कर लिया है. दरअसल इन परीक्षाओं का विरोध कोरोना संक्रमण के मद्देनजर किया जा रहा है. कोरोना काल में परीक्षाओं को लेकर यह असमंजस अकेले जेईई मेन और नीट को लेकर नहीं है, बल्कि विश्वविद्यालय के अंतिम वर्ष तथा दूसरी परीक्षाओं से भी जुड़ा है.
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जाने माने शिक्षाविदों ने लिखी चिट्ठी
आपको बता दें कि पीएम मोदी को चिट्ठी देश के चर्चित और लोकप्रिय शिक्षाविदों ने लिखी है. पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में दिल्ली विश्वविद्यालय, इग्नू, लखनऊ विश्वविद्यालय, जेएनयू, बीएचयू और आइआइटी दिल्ली के अलावा लंदन विश्वविद्यालय, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, यरूशलम के हेब्रू विश्वविद्यालय और इजरायल के बेन गुरियन विश्वविद्यालय के शिक्षाविद भी शामिल हैं.
तय समय पर होंगी परीक्षाएं- NTA
कोरोना संक्रमण के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने कहा है कि JEE Main और NEET-UG की परीक्षा सितंबर में निर्धारित समय पर ही होंगी और इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा. परीक्षार्थियों ने पहले से विरोध का झंडा बुलंद कर रखा है और अब इसमें नेताओं की भी एंट्री हो चुकी है.