मध्य प्रदेश में अवैध रूप से चल रहे शेल्टर हॉम से गायब हुईं 26 लड़कियां, ऐसे हुआ खुलाया

MP illegally-run shelter home: मामला तब सामने आया जब राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने भोपाल के बाहरी इलाके परवलिया इलाके में आंचल गर्ल्स हॉस्टल का औचक दौरा किया. जब उन्होंने रजिस्टर चेक किया तो पाया कि उसमें 68 लड़कियों की एंट्री थी लेकिन उनमें से 26 गायब थीं.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Jan 6, 2024, 03:32 PM IST
  • बाल गृह में ईसाई धर्म का अभ्यास कराया गया
  • '6 से 18 साल की उम्र की ज्यादातर लड़कियां हिंदू
मध्य प्रदेश में अवैध रूप से चल रहे शेल्टर हॉम से गायब हुईं 26 लड़कियां, ऐसे हुआ खुलाया

MP illegally-run shelter home: गुजरात, झारखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों की कम से कम 26 लड़कियां भोपाल में अवैध रूप से संचालित आश्रय गृह से लापता हो गई हैं. लड़कियां गुजरात, झारखंड, राजस्थान की थीं, जबकि उनमें से कुछ मध्य प्रदेश के सीहोर, रायसेन, छिंदवाड़ा और बालाघाट की थीं.

मामला तब सामने आया जब राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने भोपाल के बाहरी इलाके परवलिया इलाके में आंचल गर्ल्स हॉस्टल का औचक दौरा किया. जब उन्होंने रजिस्टर चेक किया तो पाया कि उसमें 68 लड़कियों की एंट्री थी लेकिन उनमें से 26 गायब थीं.

जब शेल्टर होम के संचालक अनिल मैथ्यू से गायब लड़कियों के बारे में पूछताछ की गई तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. मामले में पुलिस की ओर से FIR दर्ज की गई है.

FIR के मुताबिक, बाल गृह में कई अनियमितताएं पाई गई हैं, जो अवैध रूप से भी चलाया जा रहा था.

कानूनगो ने एक ट्वीट में कहा कि एक मिशनरी, जो बाल गृह का प्रबंधन कर रही थी, उसने कुछ बच्चों को सड़कों से उठाकर, बिना किसी लाइसेंस के आश्रय गृह में रखा.

क्या धर्म परिवर्तन का है मामला?
उन्होंने आरोप लगाया कि बचाए गए लोगों को गुप्त रूप से बाल गृह में रखा गया था और उन्हें ईसाई धर्म का अभ्यास कराया गया था.

कानूनगो ने कहा, '6 से 18 साल की उम्र की ज्यादातर लड़कियां हिंदू हैं. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने FIR दर्ज की है.'

उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्य से, मध्य प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी ऐसे NGO से अनुबंध पर चाइल्ड हेल्पलाइन चलाना चाहते हैं.'

राज्यपाल ने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव को एक अलग नोटिस भेजा गया है. गायब हुई सभी बच्चियां बाल कल्याण समिति के आदेश के बिना रह रही थीं. बाल गृह के अधिकारियों की ओर से बताया गया कि बच्चों को बचा लिया गया और बाद में बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया.

FIR के मुताबिक, बाल गृह को बंद नहीं किया गया है और रसोई में मांस और मछली का सामान मिला है.

मामले में यह भी कहा गया कि बाल गृह में अलग-अलग धर्मों की लड़कियां थीं, लेकिन अधिकारियों ने कहा, उनसे केवल एक धर्म (ईसाई धर्म) के अनुसार पूजा कराई जाती थी.

बाल गृह में कोई CCTV कैमरे नहीं थे. रात में दो महिला सुरक्षाकर्मियों के अलावा दो पुरुष गार्ड रहते हैं, जो नियमों का उल्लंघन है. बालिका आश्रय गृह में केवल महिला गार्ड का होना अनिवार्य है.

ये भी पढ़ें- कांग्रेस एक बार फिर तैयार; लॉन्च हुआ 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का लोगो और टैगलाइन, राहुल गांधी ने शेयर की वीडियो

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप. 

ट्रेंडिंग न्यूज़