Indian Air Force के 3 बाहुबली, जिनका नाम सुनते ही थर्रा उठता है चीन और PAK
भारतीय वायुसेना की ताकत से पूरी दुनिया वाकिफ है, इसके बावजूद सीमा पर चीन और पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आते. आज वायुसेना दिवस है, इस मौके पर आपको 3 ताकतवर लड़ाकों का दम दिखाते हैं..
नई दिल्ली: सैन्य क्षमता के मामले में भारत का दबदबा पूरी दुनिया में विख्यात है. जिनती मजबूत भारत की थलसेना है, उतनी ही शक्तिशाली और आधुनिक हथियारों से लैस इंडियन एयरफोर्स भी है. पूरा देश आज भारतीय वायुसेना के सम्मान में Indian Air Force का 88वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस मौके आपको भारतीय वायुसेना की शक्ति बढ़ाने वाले 3 लड़ाकू की ताकत से रूबरू कराते हैं.
भारतीय वायुसेना के 3 'बाहुबली'
पहले ताकतवर विमान का नाम है राफेल.. इस बार एयरफोर्स के बेड़े में राफेल को भी शामिल किया जा चुका है. वहीं दूसरा है तेजस, इसके अलावा स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस की दहाड़ से आसमान गूंज उठता है. तो वहीं तीसरे ताकतवर लड़ाकू विमान अपाचे के बारे में आपको बताते हैं. अपाचे की ताकत से आसमान में पराक्रम की गाथा लिखी जा सकती है.
1). राफेल की गर्जना से डरती है चीन की सेना
आसमान में हिंदुस्तान के बाहुबली की हुंकार सुनकर चीन को ये डर सताने लगता है. उसने LAC पर कोई हिमाकत की तो उसका अंजाम बुरा ही होगा. राफेल की ताकत के बारे में जानकर चीन घबरा गया होगा. क्योंकि ये पहली बार राफेल वाला वायुसेना दिवस है. इसी साल 29 जुलाई को राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप भारत आई थी. जिसे 10 सितंबर को आधिकारिक तौर पर वायुसेना में शामिल किया गया. फिलहाल अंबाला के वायुसेना बेस पर राफेल तैनात है. राफेल 4.5 जेनरेशन का लड़ाकू विमान माना जाता है.
राफेल के आने से ना सिर्फ वायुसेना की ताकत को बढ़ावा मिला है, बल्कि दुश्मनों में इसका खौफ भी साफ तौर पर देखा जा सकता है. फिलहाल दुश्मन सिर्फ 5 राफेल के आने से ही बुरी तरह परेशान हो गया है. पांच और राफेल विमान फ्रांस ने भारत को सौंप दिए हैं, जो जल्द ही भारत पहुंच सकते हैं. सोचिए सभी 36 राफेल आ जाएंगे तब दुश्मनों का क्या होगा.
राफेल की ताकत को समझिए
राफेल दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है. राफेल अत्याधुनिक हथियारों और रक्षा प्रणाली से लैस है. राफेल में स्कैल्पऔर हैमर जैसी घातक मिसाइलें मौजूद हैं, जो पलक झपकते ही दुश्मन का सर्वनाश कर सकती हैंय रक्षा विशेषज्ञ राफेल को चीन के जे 20 से बेहतर मानते हैं. फिलहाल एशिया में राफेल के टक्कर का कोई दूसरा लड़ाकू विमान है.
राफेल लड़ाकू विमानों को 'ओमनिरोल' यानी मल्टीरोल विमानों की श्रेणी में रखा गया है, जो किसी भी युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने की क्षमता रखते हैं. ये लड़ाकू विमान हवाई हमला, जमीन में सेना की मदद और दुश्मन पर बड़े हमले को अंजाम दे सकती है. इसके अलावा परमाणु हथियारों के खिलाफ भी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है.
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2). तेजस की उड़ान, चीन- पाकिस्तान परेशान
तेजस की गर्जना जिनपिंग के जिन्न को परेशान करने में सक्षम है. आसमान का ये स्वदेशी पहरेदार से चीन के मंसूबे मटियामेट हो जाएंगे. तीव्र तेजस की गूंज से ही दुश्मन देश थर्रा उठते हैं. मतलब LAC पर चीन की एक हरकत हुई नहीं कि तीव्र तेजस तत्पर है और जरा सी भी हिमाकत की तो चीन का इतिहास भूगोल बदलने के लिए तैयार है.
तेज़स की खासियत को समझिए
ये 2000 किलोमीटर प्रति घंटे से भी तेज़ रफ़्तार से उड़ सकता है. रिफ्यूलिंग के बाद 3 हज़ार किलोमीटर तक उड़ सकता है. Air To Air और Air To Surface और एंटी शिप मिसाइल Fire करने में सक्षम तेजस 50 हज़ार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. सिर्फ 460 मीटर तक Runway से उड़ान भर सकता है. 42% कार्बन फाइबर, 43% Aluminium Alloy और टाइटेनियम से बना है. बनावट के कारण बहुत हल्का है. इसका वजन करीब साढ़े 6 हजार किलो है. साढ़े तीन टन विस्फोटक लेकर उड़ान भर सकता है.
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देश ने राफेल और तेजस को वायुसेना में शामिल कर के अपनी ताकत को दोगुना कर लिया है, मगर इस ताकत को बढ़ाने का काम तो पिछले साल से ही जारी है जब भारत में एक ऐसा हेलिकॉप्टर आया था. जो दुश्मन को दिन के किसी भी पहर में मुहंतोड़ जवाब देने में सक्षम है. दिन हो या रात वो दुश्मन पर हर समय नजर बना कर रखता है.
3). बाहुबली अपाचे से ज़रा बचके रहना चीन!
आसमान का एक ऐसा योद्धा है जिसकी ताकत से दुश्मन देश थर्रा उठते हैं. भारत का ये ऐसा महारक्षक है जो दुश्मन को हमले का कोई मौका नहीं देता है. अपाचे हेलिकॉप्टर, जिसमें इतने खास हथियार लगे हैं कि दुश्मन भी हमला करने से पहले सौ बार सोचेगा. फिर चाहे वो दिन का उजाला हो या फिर रात का अंधेरा, ठंडी हो या सर्दी अपाचे हर मौसम और हर स्थिति में दुश्मन के आगे सीना ताने खड़ा रहता है.
अपाचे हेलिकॉप्टर की खूबियों को जानिए
अपाचे हेलिकॉप्टर 16 फ़ुट ऊंचा और 18 फ़ुट चौड़ा है और इसे उड़ाने के लिए दो पायलटों की जरूरत होती है. इसके बड़े विंग्स को चलाने के लिए दो इंजन की जरूरत होती है और इसकी अधिकतम रफ़्तार: 280 किलोमीटर प्रति घंटा है. इसके डिज़ाइन के कारण इसे रडार पर पकड़ना बेहद मुश्किल होता है. साथ ही इसमें 16 एंटी टैंक मिसाइल दागने की क्षमता है. और इसके नीचे लगी राइफ़ल से 1,200 गोलियाँ दागी जा सकती हैं. अपाचे की फ़्लाइंग रेंज क़रीब 550 किलोमीटर है और ये लगातार पौने तीन घंटे तक उड़ सकता है.
अपाचे के आने से भारतीय वायुसेना हर वक्त अपने दुश्मनों पर नजर रख सकती है. अपाचे की सबसे बड़ी खासियत ये है कि हर माहौल में दुश्मन को जवाब देने में सक्षम है.
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एयर फोर्स डे पर पीएम मोदने भारतीय वायुसेना को बधाई संदेश दिया. पीएम मोदी ने एक वीडियो संदेश भी दिया और कहा कि ये सभी वीर योद्धाओं को बहुत-बहुत बधाई. आप न सिर्फ देश के आसमान को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि आपदा के समय मानवता की सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं. मां भारती की रक्षा के लिए आपका साहस, शौर्य और समर्पण हर किसी को प्रेरित करने वाला है.
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