नई दिल्ली: सैन्य क्षमता के मामले में भारत का दबदबा पूरी दुनिया में विख्यात है. जिनती मजबूत भारत की थलसेना है, उतनी ही शक्तिशाली और आधुनिक हथियारों से लैस इंडियन एयरफोर्स भी है. भारत के पास पाकिस्तान की तुलना में करीब दोगुने एयरक्राफ्ट्स हैं. हर मामले में भारतीय सैन्य ताकत पाकिस्तान से चार कदम आगे है.
इंडियन एयरफोर्स ने समय-समय पर अपनी ताकत का बखूबी परिचय दिया है. चाहें कारगिल की लड़ाई हो, या फिर सन् 1971 की जंग हो. इसी साल 14 फरवरी को हुए पुलवामा अटैक के बाद से भारत ने अपने सैनिकों की शहादत का बदला पाकिस्तान की सीमा में घुसकर एयर स्ट्राइक किया था. जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था और पाकिस्तान ने भारत पर हवाई हमला करने की हिमाकत भी की थी. तब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की वायुसेना को मुहतोड़ जवाब दिया था. भारतीय वायुसेना ने अपने मिराज 2000 से पाकिस्तान के सबसे आधुनिक एफ16 को मार गिराया था.
दोनों देशों की वायु सैन्यक्षमता की बात करें तो भारतीय वायुसेना के मुकाबले पाक वायुसेना कहीं नहीं टिकती है. पाकिस्तान की अपेक्षा भारत के पास काफी अधिक जेट स्क्वाड्रन है. एक जेट स्क्वाड्रन में 12-24 लड़ाकू विमान की जरुरत होती है. भारत के पास 33 स्क्वाड्रन हैं. वहीं पाकिस्तान के पास सिर्फ 25 स्क्वाड्रन हैं. दोनों देशों की सैन्य ताकत का अंदाजा इस से लगाया जा सकता है कि भारत के पास 2,185 एयरक्रॉफ्ट है, जबकि पाकिस्तान के पास 1,281 एयरक्रॉफ्ट है.
आधुनिक हथियारों से लैस है वायुसेना
भारतीय वायुसेना ट्रांसपोर्ट के मामले में भी पाकिस्तान से बहुत आगे है. भारत के पास 708 ट्रांसपोर्ट विमान हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 296 है. ये विमान युद्ध के हालात में जल्द से जल्द सैनिक और हथियार ले जाने में सक्षम होते हैं.
भारतीय वायुसेना की क्षमता
- फाइटर पायलट- करीब 600
- हेलीकॉप्टर- 720
- अटैक जेट- 804
- अटैक चॉपर्स- 49
पाकिस्तान की क्षमता
- फाइटर पायलट- 320
- हेलीकॉप्टर- 328
- अटैक जेट- 410
- अटैक चॉपर्स- 15
हाल ही में 'अटैक हेलिकॉप्टर' के रूप में मशहूर आठ अपाचे हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हुए है. अपाचे दुनिया का सबसे शाक्तिशाली अटैक करने वाला हैलीकॉप्टर है. इसके अलावा चिनूक जैसा दमदार हैलीकॉप्टर भी सेना के पास मौजूद है.
भारत की वायुसेना की मारक क्षमता में पाकिस्तान से कई गुना ज्यादा है. भारत के वायुसेना में 1 लाख 27 हजार से ज्यादा सैनिक हैं. करीब 900 लड़ाकू फाइटर जेट हैं. जिनमें अपग्रेड मिग 21 बायसन और मिराज 2000 की ताकत भी शामिल है. आसमान का राजा राफेल भी अब भारतीय वायुसेना के पास है. जल्द ही भारतीय वायुसेना के खाते में राफेल फाइटर जेट की संख्या बढ़ जाएगी.
वहीं पाकिस्तान की वायुसेना के जंगी बेड़े में 425 कॉम्बैट एयरक्रॉफ्ट यानी लड़ाकू विमान हैं. पाकिस्तान के पास चीन का एफ7 पीजी और अमेरिका का एफ16 फाइटर जेट है. जो युद्ध के मैदान में राफेल के आगे कहीं नहीं टिकती है.
भारतीय वायुसेना को दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर वायुसेना माना जाता है. भविष्य में अपाचे, चिनूक हेलिकॉप्टर्स और फाइटर राफेल की संख्या बढ़ने से ताकत का मुकाबला पाकिस्तान नहीं कर सकेगा. ये तीनों वायुसेना की मारक क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होंगे. भारतीय वायुसेना के पास कई ऐसे बेहतरीन विमान मौजूद हैं. जो जरूरत पड़ने पर दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं. इनमें मिराज-2000, जगुआर, सुखोई, मिग-29, मिग 21, तेजस शामिल है.
भविष्य में होने वाले युद्धों के नतीजे तय करने में हवाई शक्ति निर्णायक भूमिका निभाएगी. पिछले वर्षों में दुनिया ने भारतीय वायुसेना का लोहा माना है. दुनिया की सबसे पुरानी वायुसेना ब्रिटेन की है, पर भारतीय वायुसेना शक्ति के मामले में इससे काफी आगे है. हमारा पड़ोसी पाकिस्तान की वायुसेना हमसे कई गुना पीछे है.