नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल यानि बीएसएफ की स्थापना के 55 साल पूरे हो चुके हैं. इसको लेकर दिल्ली में रविवार को BSF ने 55वां स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया. इस मौके पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सीमा सुरक्षा बल के 55वें स्थापना दिवस में भाग लिया और परेड की सलामी ली.
PM मोदी ने दी जवानों को बधाई
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि 'सभी बीएसएफ जवानों और उनके परिवार को बीएसएफ के स्थापना दिवस की शुभकामनाएं. यह बल हमारे देश की सीमाओं की कर्मठतापूर्वक रक्षा कर रहे हैं. प्राकृतिक आपदा या किसी भी संकटपूर्ण स्थिति में बीएसएफ जवानों ने हमारे नागरिकों की सेवा के लिए कड़ी मेहनत की है.'
Greetings to all BSF personnel and their families on BSF’s Raising Day. This force has been diligently protecting our borders. During natural disasters and crisis situations, BSF personnel have always worked hard to serve our citizens.
Best wishes to the BSF family!
— Narendra Modi (@narendramodi) December 1, 2019
जवानों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा
समारोह के दौरान गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि सरकार कोशिश कर रही है कि बीएसएफ के जवान अपने परिवार के साथ एक साल में सौ दिन बिता सकें. उन्होंने जवानों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा देते हुए उसके शौर्य की तारीफ की.
इस मौके पर गृहराज्य मंत्री ने कहा कि जवानों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाकर 60 साल कर दी गई है. कश्मीर में तैनात जवानों को जम्मू से दिल्ली के लिए फ्री हवाई यात्रा उपलब्ध कराई जाएगी. आपको बता दें कि बीएसएफ 1 दिसंबर, 1965 को अस्तित्व में आया था. यह बल 4,096.7 किलोमीटर भारत-बांग्लादेश सीमा और 3,323 किलोमीटर भारत-पाकिस्तान सीमा की रक्षा कर रहा है. और सीमा पर जब बीएसएफ के जवान जागते रहते हैं. तभी हमारा देश चैन की नीद सो पाता है.
सीमा सुरक्षा बल दिवस के अवसर पर आयोजित परेड कार्यक्रम में @BSF_India के अमर बलिदानियों को नमन किया। सीमारक्षक बल के रूप में BSF का योगदान गौरवान्वित करने वाला है। इस अवसर पर BSF द्वारा परेड झांकी एवं साहसपूर्ण करतब भी प्रस्तुत किया गया व अधिकारियों को मेडल देकर सम्मानित किया गया। pic.twitter.com/7jUsj9Vprb
— Nityanand Rai (@nityanandraibjp) December 1, 2019
बीएसएफ भारत-पाकिस्तान की सरहद पर मौजूद दलदली इलाके में चौबीसों घंटे रहते हैं. गुजरात के सरक्रीक इलाके में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों, अपराधियों और स्मगलरों के इंतजार में प्रहरी तैनात हैं. दुश्मन को ढेर करने का कोई मौका नहीं छोड़ते.
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बीएसएफ के जवान सीमा सुरक्षा के लिए समर्पित हैं. उनकी चौकसी और कड़ी मेहनत की बदौलत ही सीमा से होने वाली घुसपैठ में कमी आयी है. विश्व के सबसे बड़े सीमा सुरक्षा बल और भारत माता के रक्षकों की वीरता, साहस और शौर्य को देश का सलाम.
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